बिंदुखत्ता को राजस्व गांव बनाने की मांग को लेकर दिया धरना

लालकुआं मेंभाकपा माले कार्यकर्ताओं ने शहीद स्मारक पर धरना देते हुए टिहरी विस्थापितों की तर्ज पर बिंदुखत्ता को राजस्व गांव बनाने की मांग की और सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाया।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 22 Sep 2020 02:33 AM (IST) Updated:Tue, 22 Sep 2020 05:09 AM (IST)
बिंदुखत्ता को राजस्व गांव बनाने की मांग को लेकर दिया धरना
बिंदुखत्ता को राजस्व गांव बनाने की मांग को लेकर दिया धरना

संवाद सहयोगी, लालकुआं : भाकपा माले कार्यकर्ताओं ने शहीद स्मारक पर धरना देते हुए टिहरी विस्थापितों की तर्ज पर बिंदुखत्ता को राजस्व गांव बनाये जाने की माग की और सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाया।

सोमवार को धरना स्थल पर आयोजित सभा को संबोधित करते हुए माले जिला सचिव डॉ. कैलाश पांडेय ने कहा बीते चार दशकों से राजस्व गांव की मांग करने वाली बिंदुखत्ता की जनता से पिछले विस चुनावों में भाजपा नेताओं ने राजस्व गाव बनाने का वायदा किया था। लेकिन साढे़ तीन साल से अधिक का समय बीतने के बाद भी सत्तारूढ़ पार्टी के यहा के विधायक और राज्य सरकार ने बिंदुखत्ता राजस्व गांव के सवाल पर कोई ठोस पहल नहीं की है। वरिष्ठ माले नेता भुवन जोशी ने कहा अगर भाजपा सरकार में जरा भी इमानदारी होती तो वन भूमि पर बसे टिहरी विस्थापितों के नौ गावों के साथ ही बिंदुखत्ता व अन्य खत्तों को भी राजस्व गाव बनाया जा सकता था। पार्टी नेता आनंद सिंह सिजवाली ने कहा भाजपा सरकार का भेदभाव बिंदुखत्ता और अन्य खत्तावासियों के लिए साफ दिखाई दे रहा है।

प्रदर्शनकारियों ने धरने के बाद मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा। जिसमें राजस्व गांव प्रक्रिया शीघ्र शुरू नहीं करने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी गई है। कहा कि इस मामले पर अनदेखी अब कतई बर्दास्त नहीं जाएगी। इस दौरान ललित मटियाली, विमला रौथाण, गोविंद जीना, पुष्कर दुबड़िया, नैन सिंह कोरंगा, विनोद कुमार, मदन धामी, नारायण नाथ गोस्वामी, स्वरूप सिंह दानू, कमल जोशी, गोपाल अधिकारी, डीएस मेहरा, हरीश भंडारी, त्रिलोक राम, भास्कर कापड़ी, निर्मला शाही, गोपाल सिंह, सुरेंद्र सिंह कुंवर आदि मौजूद रहे।

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