साइबर अपराध के मामलों का समयबद्ध हो निपटारा

जागरण संवाददाता, नैनीताल : साइबर व ब्रॉडकास्टिंग क्षेत्र में बढ़ रहे अपराधों को देखते हुए न्यायिक क्

By JagranEdited By: Publish:Sat, 05 May 2018 06:55 PM (IST) Updated:Sat, 05 May 2018 06:55 PM (IST)
साइबर अपराध के मामलों का समयबद्ध हो निपटारा
साइबर अपराध के मामलों का समयबद्ध हो निपटारा

जागरण संवाददाता, नैनीताल : साइबर व ब्रॉडकास्टिंग क्षेत्र में बढ़ रहे अपराधों को देखते हुए न्यायिक क्षेत्र तथा पुलिस के अधिकारियों को इसके कानूनी पक्षों से पूरी तरह जानना बेहद जरूरी है। साइबर व प्रसारण से संबंधित मामलों का समयबद्ध निपटारा किया जाना चाहिए। साइबर कानून को सख्त बनाने के लिए सरकार के साथ विचार विमर्श का दौर जारी है। कहा गया कि टीडी सेट के फैसलों को सिर्फ सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी जा सकती है।

शनिवार को प्रशासनिक अकादमी ऑडिटोरियम में दूर संचार विवाद समाधान व अपील अभिकरण व साइबर क्षेत्रों के विवाद समाधान पर सेमिनार हुआ। इसका शुभारंभ मुख्य अतिथि हाई कोर्ट के वरिष्ठ न्यायाधीश राजीव शर्मा, टीडीसेट के पूर्व चेयरमैन जस्टिस आफताब आलम, चेयरमैन जस्टिस शिवकीर्ति सिंह ने किया। इस दौरान वक्ताओं ने कहा कि तकनीकी क्षेत्र में रोज नए बदलाव हो रहे हैं। साइबर धोखाधड़ी के मामलों में भी बढ़ोतरी हो रही है। ऐसे में लोगों को जागरूक व सतर्क होने की भी जरूरत है। साथ ही नियामक संस्था के माध्यम से कानूनी मदद भी लेनी होगी। पुलिस में भी अभी साइबर संबंधी जानकारी का अभाव है। चेयरमैन शिवकीर्ति सिंह ने कहा कि साइबर व प्रसारण संबंधी विवादों के समाधान के लिए विशेषज्ञों की संख्या बढ़ानी होगी। टीडी सेट की स्थापना 2002 में की गई थी। अभी तक इस ट्रिब्यूनल के 69 मामले पहुंच चुके हैं, जिसमें से 49 महाराष्ट्र के हैं।

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कल्याणकारी कार्यक्रमों के लिए हो डाटा का उपयोग

नैनीताल : मुख्य अतिथि वरिष्ठ न्यायाधीश राजीव शर्मा ने कहा कि वर्तमान दौर में डाटा स्टोरेज जीवन का अहम हिस्सा बनने लगा है, ऐसे में डाटा का उपयोग कल्याणकारी कार्यक्रमों व मानवता की भलाई में हो, इस दिशा में प्रयास किए जाने चाहिए। पूर्व चेयरमैन आफताब आलम ने ट्राई, टीडीसेट की कार्यप्रणाली के बारे में बताया। दोपहर बाद के सत्रों में आइजी व निदेशक आइटी विकास एजेंसी अमित सिन्हा द्वारा साइबर अपराध पर प्रजेंटेशन दिया। टेलीकॉम लॉयर्स एसोएिशन के प्रेसीडेंट मंजुल बाजपेयी ने धन्यवाद ज्ञापित किया, जबकि संचालन आनंद प्रकाश ने किया।

यह रहे मौजूद

हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश केएम जोसफ, जस्टिस मनोज कुमार तिवारी, जस्टिस शरद कुमार शर्मा, रजिस्ट्रार जनरल नरेंद्र दत्त, रजिस्ट्रार अनुज संगल, रजिस्ट्रार न्यायिक अजय चौधरी, शादाब बानो, रजिस्ट्रार प्रोटोकॉल मनोज कब्र्याल, हाई कोर्ट बार एसोसिएशन अध्यक्ष ललित बेलवाल, एके भार्गव, कुलदीप सिंह, अकादमी के राकेश पांडे, मनोज पांडे, डॉ. ओमप्रकाश, मंजू पांडे समेत न्यायिक अधिकारी, अधिवक्ता व विधि के छात्र-छात्राएं।

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