जंगल की आग बुझाने को दूसरे दिन भी नहीं उड़ सका सेना का हेलीकॉप्टर

टिहरी झील से पानी लेकर धधकते जंगलों पर पानी की बौछार मारी गइ्र्र। वहीं दूसरे हेलीकॉप्टर को भीमताल झील से पानी भर आसपास के जंगलों में लगी आग पर काबू पाना था। मगर सोमवार के बाद मंगलवार को भी जंगलों की आग से उठे धुएं के कारण विजिबिलिटी कम रही।

By Prashant MishraEdited By: Publish:Tue, 06 Apr 2021 07:58 PM (IST) Updated:Tue, 06 Apr 2021 07:58 PM (IST)
जंगल की आग बुझाने को दूसरे दिन भी नहीं उड़ सका सेना का हेलीकॉप्टर
जंगलों की आग से उठे धुएं के कारण विजिबिलिटी बेहद कम रही। जिस वजह से बचाव कार्य नहीं हो पाया।

जागरण संवाददाता, हल्द्वानी: गढ़वाल मंडल में भले ही सोमवार से वायु सेना के हेलीकॉप्टर ने जंगलों की आग बुझाने का काम शुरू कर दिया था। लेकिन कुमाऊं में दूसरे दिन भी यह उड़ान नहीं भर सका। विजिबिलिटी कम होने की वजह से दिन भर आर्मी कैंट में मौसम साफ होने का इंतजार किया गया। मगर स्थिति नहीं बदली। ऐसे में अगर आज मौसम ने साथ दिया तो हेलीकॉप्टर वन विभाग की मदद को उड़ान भरता नजर आएगा।

जंगलों की आग लगातार विकराल रूप धारण कर चुकी है। संसाधनों के साथ स्टाफ का अभाव और चुनौती खड़ी कर रहा है। जिस वजह से सीएम ने केंद्र से दो हेलीकॉप्टर की मांग की थी। सोमवार को गढ़वाल मंडल के जंगलों की आग पर काबू पाने के लिए हेलीकॉप्टर ने मदद करना शुरू कर दिया था। टिहरी झील से पानी लेकर धधकते जंगलों पर पानी की बौछार मारी गइ्र्र। वहीं, दूसरे हेलीकॉप्टर को भीमताल झील से पानी भर आसपास के जंगलों में लगी आग पर काबू पाना था। मगर सोमवार के बाद मंगलवार को भी जंगलों की आग से उठे धुएं के कारण विजिबिलिटी बेहद कम रही। जिस वजह से बचाव कार्य नहीं हो पाया।

डीएफओ व नोडल अफसर संदीप कुमार ने बताया कि विजिबिलिटी के कारण आग बुझाने के लिए हेलीकॉप्टर की मदद नहीं ली जा सकी। हेलीकॉप्टर आर्मी कैंट में खड़ा है। आज मौसम की स्थिति देख निर्णय लिया जाएगा।

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