नैनीताल में 36 घंटे बाद आया नलों में पानी, बिजली आपूर्ति भी बहाल

सरोवर नगरी में ओलावृष्टि व बर्फबारी से टूटी बिजली की लाइनों को शनिवार को दुरुस्त कर लिया गया।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 10 Feb 2019 05:36 AM (IST) Updated:Sun, 10 Feb 2019 05:36 AM (IST)
नैनीताल में 36 घंटे बाद आया नलों में पानी, बिजली आपूर्ति भी बहाल
नैनीताल में 36 घंटे बाद आया नलों में पानी, बिजली आपूर्ति भी बहाल

जागरण संवाददाता, नैनीताल : सरोवर नगरी में ओलावृष्टि व बर्फबारी से टूटी बिजली की लाइनों को ऊर्जा निगम ने घंटों प्रयास के बाद दुरुस्त कर दिया है। मेहरागांव से सूखाताल फीडर को जोड़ने वाली 33 केवी लाइन का फाल्ट दूर होने पर जल संस्थान के मुख्य पंप चालू हो गए, जिससे शनिवार को करीब 36 घंटे बाद शहर के नलों को पानी की आपूर्ति बहाल हो सकी। यहां गुरुवार शाम छह बजे से ही पानी की सप्लाई ठप थी।

वहीं शहर के मल्लीताल क्षेत्र में भी बिजली गुल होने से शुक्रवार रात से ठप पानी की सप्लाई शनिवार सुबह शुरू हो गई। बिड़ला क्षेत्र में पाइपलाइन में आई लीकेज को भी दुरुस्त करने के बाद शाम पेयजल सप्लाई बहाल कर दी गई। जल संस्थान के अधिशासी अभियंता संतोष उपाध्याय ने बताया कि अब पूरे शहर में आपूर्ति सामान्य हो गई है। उधर, ऊर्जा निगम के अधिशासी अभियंता मो. उस्मान ने बताया कि मेहरागांव की लाइन ठीक होने के बाद पेड़ गिरने से बाधित लाइनों को भी जोड़ दिया गया है। दोपहर दो बजे सात नंबर क्षेत्र में भी आपूर्ति सुचारू हो गई। हालांकि ज्योलीकोट, गेठिया, भूजियाघाट व आसपास के इलाकों की अभी तक बाधित है। अभी भूमियांधार से लेकर छिनकुआ तक बिजली की लाइनों में पेड़ गिरने से आपूर्ति बाधित है। ईई के अनुसार यहां रविवार तक आपूर्ति बहाल हो जाएगी। पूर्व पालिकाध्यक्ष ने व्यवस्था को कोसा

नैनीताल : पूर्व पालिकाध्यक्ष मुकेश जोशी मंटू ने तीन दिन तक पानी के लिए त्राहि-त्राहि होने को दुर्भाग्यपूर्ण करार देते हुए कहा कि पंप हाउस में करोड़ों के जनरेटर रखे हैं, मगर इनका कोई उपयोग नहीं हो रहा है। उन्होंने कहा कि इन अव्यवस्थाओं की वजह से वीवीआइपी का दर्जा पाए शहर का मखौल उड़ रहा है।

chat bot
आपका साथी