विदेश में नौकरी दिलाने के नाम पर 10 लाख ठगे

काशीपुर के कुंडेश्वरी पुलिस चौकी क्षेत्र के तीन लोगों ने विदेश में नौकरी दिलाने के नाम पर की धोखाधड़ी।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 16 Sep 2018 04:45 PM (IST) Updated:Sun, 16 Sep 2018 04:45 PM (IST)
विदेश में नौकरी दिलाने के नाम पर 10 लाख ठगे
विदेश में नौकरी दिलाने के नाम पर 10 लाख ठगे

नैनीताल (नेएनएन) : काशीपुर के कुंडेश्वरी पुलिस चौकी क्षेत्र के तीन लोगों ने विदेश में नौकरी दिलाने के नाम पर एक युवक से 10 लाख 17 हजार रुपये ठग लिए। ठगी का एहसास होने पर पीड़ित ने रकम वापसी की मांग की तो आरोपित गालीगलौज व जान से मारने की धमकी देने लगे। पीड़ित की तहरीर के ेआधार पर पुलिस ने तीनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।

मूल रूप से कुंडा थाना क्षेत्र निवासी जिम्मी बठला पुत्र प्रेम ¨सह ग्राम प्रतापपुर में रहता है। जहां पर वह मोबाइल का काम करता है। एसएसपी को भेजे प्रार्थना-पत्र में जिम्मी ने कहा कि 25 अक्टूबर 2016 को वह कुंडेश्वरी स्थित अरोरा मोबाइल शॉप पर सामान सप्लाई करने गया था। जहां पर उसकी मुलाकात ढकिया नंबर-दो निवासी तरसेम ¨सह पुत्र जसवंत ¨सह से हुई। इस दौरान उसने बताया कि वह और गांव के ही दलप्रीत ¨सह व मनप्रीत ¨सह विदेशों में भेजने व नौकरी दिलाने का काम करते हैं। तरसेम ने मोबाइल नंबर भी ले लिया। 28 अक्टूबर 16 को तरसेम ने फोन कर घर के बाहर खड़ा होने का बोलकर मिलने की बात कही। इस दौरान तरसेम व दलप्रीत ने उसे मकाऊ भेजने के झांसे में ले लिया और 90 हजार प्रति माह नौकरी दिलाने की बात की। मकाऊ जाने का पूरा खर्च आरोपितों ने छह लाख बताया। एक सितंबर 16 को उसने तरसेम को सवा दो लाख रुपये नकद दिए। जबकि 3.75 लाख नौकरी लगने के बाद देना तय हुआ। 12 सितंबर को तरसेम व दलप्रीत उसे दिल्ली एयरपोर्ट ले गए। जहां से उन्होंने उसे मकाऊ भेज दिया, लेकिन वहां पहुंचने पर नौकरी नहीं मिली। तरसेम से संपर्क करने पर उसने अपने तीसरे सहयोगी मनप्रीत से बात कर आयरलैंड भेजने व वहां की नागरिकता दिलाने की बात कही। जिसका खर्च 10 लाख रुपये बताया। 15 दिसंबर 16 को मनप्रीत के एचडीएफसी बैंक खाते में उसने 1.98 लाख, 27 जनवरी 17 को 3.50 लाख, 31 जनवरी 17 को एक लाख, 10 फरवरी 17 को 1.98 लाख सहित 8.46 लाख रुपये डाल दिए। 21 मार्च 17 को आरोपितों ने फर्जी कागजात तैयार कर उसे दिल्ली भेज दिया। जब वह आयरलैंड की फ्लाइट पकड़ने लगा तो जांच अधिकारियों ने कागजात फर्जी बताकर पांच साल के लिए उसे ब्लैक लिस्ट में डाल दिया। इस दौरान ठगी का एहसास होने पर जब उसने तरसेम से दी हुई रकम वापस मांगी तो गाली-गलौज व जान से मारने की धमकी मिली। एसएसपी के आदेश पर कोतवाली पुलिस ने आरोपितों के खिलाफ धोखाधड़ी, गाली-गलौज व जान से मारने की धमकी के आरोप में केस दर्ज कर लिया है।

chat bot
आपका साथी