मां ने किया ममता का कत्‍ल, दो बच्‍चों को आंचल से झटककर गंगा में फेंका, पढ़ें खबर...

मां दुनिया का जितना खूबसूरत शब्‍द है, उतना ही विशाल भी। हर बला वो खुद पर लेकर बच्‍चे की हिफाजत करती है। मगर एक मां ने दिल दहलाने वाला वो काम कर दिया, जिस पर विश्‍वास कर पाना शायद आसान नहीं होगा।

By sunil negiEdited By: Publish:Wed, 04 May 2016 06:14 PM (IST) Updated:Thu, 05 May 2016 08:00 AM (IST)
मां ने किया ममता का कत्‍ल, दो बच्‍चों को आंचल से झटककर गंगा में फेंका, पढ़ें खबर...

हरिद्वार। मां दुनिया का जितना खूबसूरत शब्द है, उतना ही विशाल भी। हर बला वो खुद पर लेकर बच्चे की हिफाजत करती है। मगर एक मां ने दिल दहलाने वाला वो काम कर दिया, जिस पर विश्वास कर पाना शायद आसान नहीं होगा। हर की पैड़ी पर एक मां ने अपने दो बच्चों को नदी में फेंक दिया। चलिए जानते हैं पूरी कहानी....
आज दोपहर बाद एक महिला अपने तीन बच्चों के साथ हर की पैड़ी पहुंची। तभी अचानक महिला ने अपने दो बच्चों पांच वर्षीय दिवांशु और चार वर्षीय पूनम को उठाकर नदी की तेज धार में फेंक दिया। उसने 11 वर्षीय जितेंद्र को भी पकड़कर नदी में फेंकना चाहा, मगर वह किसी तरह महिला की जकड़ से भागने में कामयाब रहा।
मगर बच्चों की किस्मत में शायद जिंदगी लिखी थी। ब्रह्मकुंड में स्नान कर रहे कुछ लोगों ने डूब रहे बच्चों को बचा लिया। दोनों को सुरक्षित बाहर निकालकर पुलिस को सूचना दी गई। सूचना मिलने पर चौकी प्रभारी मोहन सिंह मौके पर पहुंचे। वहीं चौकी के पास से ही जितेंद्र को भी बरामद कर दिया गया।
सभी को शहर कोतवाली लाया गया। कोतवाली निरीक्षक महेंद्र सिंह नेगी ने महिला से घटना की जानकारी ली, मगर वह अजीबो गरीब हरकत करने लगी। उसने बताया कि उसका पति मर चुका है। महिला यहीं पर नहीं रुकी, वह निवस्त्र होने की कोशिश भी करने लगी। महिला पुलिसकर्मी से उसे किसी तरह रोका।
सीओ चंद्रमोहन ने बताया कि महिला की मानसिक स्थिति सही नहीं है। पूछताछ में नाम अनीता पत्नी सीताराम बताया, जबकि पता मालूम नहीं चल पाया। कोतवाली निरीक्षक महेंद्र सिंह नेगी ने बताया कि महिला व बच्चों को राजस्थान स्थित अपना घर नामक संस्था में भेजा जाएगा।
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