हाथियों की मूवमेंट रोकने को बनाई रणनीति

संवाद सहयोगी, हरिद्वार: भेल की खाली पड़ी जमीन पर उगे जंगल को काटकर वहां सोलर प्लांट या प

By JagranEdited By: Publish:Sun, 30 Dec 2018 03:01 AM (IST) Updated:Sun, 30 Dec 2018 03:01 AM (IST)
हाथियों की मूवमेंट रोकने को बनाई रणनीति
हाथियों की मूवमेंट रोकने को बनाई रणनीति

संवाद सहयोगी, हरिद्वार: भेल की खाली पड़ी जमीन पर उगे जंगल को काटकर वहां सोलर प्लांट या पार्क बनाया जाए तो आबादी क्षेत्र में हाथियों के मूवमेंट पर लगाम लगाई जा सकती है। ऐसी सलाह भेल प्रशासन को वन विभाग के उच्चाधिकारियों ने दी है। ताकि हाथियों के हमलों से भेल क्षेत्र के लोग सुरक्षित रह सकें।

एक साल के भीतर एक टस्कर भेल कर्मी समेत तीन लोगों को मौत की नींद सुला चुका है। जिससे टस्कर को ट्रैंकुलाइज करके मीठावाली रेंज में रखा गया है, जहां उसे पालतू बनाया जा रहा है, लेकिन इसके बावजूद भी हाथियों की दहशत लोगों में कम नहीं हो रही है। हाथियों का लगातार भेल क्षेत्र में मूवमेंट हैं। हाथी राजाजी टाइगर रिजर्व के जंगलों से लगातार निकलकर भेल क्षेत्र का रुख कर रहे हैं। जिससे भेल प्रशासन जहां हाथियों को लेकर ¨चतित रहता है, वहीं वन विभाग भी परेशान हैं। इसी को देखते हुए पिछले दिनों पार्क और वन विभाग के उच्चाधिकारियों ने हाथी के मूवमेंट वाले क्षेत्रों का भ्रमण किया था। जिसमें देखा था कि आखिर हाथी भेल क्षेत्र में क्यों आ रहे हैं और उनको कैसे रोका जा सकता है। क्षेत्र का अध्ययन करने के बाद पाया गया कि भेल क्षेत्र में लगभग 27 हेक्टेयर जमीन खाली पड़ी हुई है, लेकिन इस जमीन पर जंगल है। जिससे हाथी रात में आने के बाद इस जंगल में छिपकर मौका पाते ही भेल क्षेत्र में पहुंचकर उधम मचाते हैं। इसलिए वन विशेषज्ञों की ओर से जमीन का प्रयोग करने की सलाह भेल प्रशासन को दी गई है। वन विभाग के हरिद्वार रेंज के रेंजर दिनेश मोहन नौड़ियाल ने बताया कि भेल प्रशासन से आग्रह किया गया है कि वह जमीन पर सोलर प्लांट या पार्क बना लें। इससे जंगल नहीं रहने से हाथियों की राह रोकी जा सकती है। इससे हाथियों की गतिविधि भेल क्षेत्र में कम हो जाएगी।

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