फर्जीवाड़ा पकड़े जाने के बाद पुलिस ने भर्ती केंद्रों की सुरक्षा बढ़ाई

पुलिस भर्ती में सिपाही की पत्नी का फर्जीवाड़ा पकड़ में आने के बाद जिले के तीनों परीक्षा केंद्रों पर चौकसी कड़ी कर दी गई है। अभ्यर्थियों के प्रवेश पत्र आदि पूरी तरह चेक करने के बाद ही उन्हें अंदर भेजा जा रहा है। कोई भी अंजान व्यक्ति भर्ती केंद्र के आसपास न फटक सके इसके लिए पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 19 May 2022 08:47 PM (IST) Updated:Thu, 19 May 2022 08:47 PM (IST)
फर्जीवाड़ा पकड़े जाने के बाद पुलिस ने भर्ती केंद्रों की सुरक्षा बढ़ाई
फर्जीवाड़ा पकड़े जाने के बाद पुलिस ने भर्ती केंद्रों की सुरक्षा बढ़ाई

जागरण संवाददाता, हरिद्वार: पुलिस भर्ती में सिपाही की पत्नी का फर्जीवाड़ा पकड़ में आने के बाद जिले के तीनों परीक्षा केंद्रों पर चौकसी कड़ी कर दी गई है। अभ्यर्थियों के प्रवेश पत्र आदि पूरी तरह चेक करने के बाद ही उन्हें अंदर भेजा जा रहा है। कोई भी अंजान व्यक्ति भर्ती केंद्र के आसपास न फटक सके, इसके लिए पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है। साथ ही वीडियोग्राफी के लिए कैमरों की संख्या भी बढ़ा दी गई है।

पुलिस भर्ती की शारीरिक दक्षता परीक्षा के लिए जिले में तीन परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। पुलिस लाइंस रोशनाबाद में बनाए गए परीक्षा केंद्र पर मंगलवार को महिला अभ्यर्थी का फर्जीवाड़ा पकड़ में आया था। पुलिस लाइंस में ही तैनात एक सिपाही की पत्नी की जगह फालोअर की बेटी ने लंबी कूद लगाई थी। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डा. योगेंद्र सिंह रावत के निर्देश पर महिला अभ्यर्थी अंजुम आरा और उसकी जगह दौड़ने वाली काजल के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। वहीं, एसएसपी ने महिला अभ्यर्थी के पति सिपाही असलम को सस्पेंड भी कर दिया है। यह पूरा मामला सामने आने के बाद भर्ती परीक्षा में सतर्कता बढ़ा दी गई है। परीक्षा केंद्रों के बाहर पुलिस बल की संख्या बढ़ा दी गई है ताकि कोई अंजान व्यक्ति अंदर न जा पाए। साथ ही सिडकुल व रानीपुर की पुलिस को परीक्षा केंद्रों के आसपास गश्त बढ़ाने और संदिग्ध घूमने वालों से पूछताछ के निर्देश भी दिए गए हैं। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डा. योगेंद्र सिंह रावत ने बताया कि परीक्षा केंद्रों पर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। पूरी प्रक्रिया की वीडियोग्राफी कराई जा रही है। कैमरों की संख्या भी बढ़ा दी गई है।

महिला व युवती को दिया जाएगा नोटिस: फर्जीवाड़े में महिला अभ्यर्थी और उसकी जगह दौड़ने वाली युवती को सीआरपीसी की धारा 41 के तहत नोटिस दिया जाएगा। दरअसल, जिन धाराओं में उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ है, उनमें अधिकतम सजा सात साल से कम है। नियमानुसार सात साल से कम सजा वाले मामलों में गिरफ्तारी नहीं की जाती है। इसलिए उन्हें नोटिस दिया जाएगा। इसके बाद उनके खिलाफ चार्जशीट कोर्ट में दाखिल की जाएगी।

chat bot
आपका साथी