ज्वालापुर के तत्कालीन सचिव को थमाया आरोप पत्र

जागरण संवाददाता, रुड़की: ज्वालापुर गन्ना समिति के तत्कालीन सचिव बीके चौधरी पर भी गाज गिर गई

By JagranEdited By: Publish:Fri, 21 Sep 2018 03:04 AM (IST) Updated:Fri, 21 Sep 2018 03:04 AM (IST)
ज्वालापुर के तत्कालीन सचिव को थमाया आरोप पत्र
ज्वालापुर के तत्कालीन सचिव को थमाया आरोप पत्र

जागरण संवाददाता, रुड़की: ज्वालापुर गन्ना समिति के तत्कालीन सचिव बीके चौधरी पर भी गाज गिर गई है। गन्ना आयुक्त ने उनको आरोप पत्र थमा दिया है। संयुक्त गन्ना आयुक्त को मामले की जांच सौंपी गई है।

ज्वालापुर गन्ना समिति में सीजनल कर्मचारियों को हटा दिया गया था। इसके बाद कर्मचारियों को दोबारा ड्यूटी पर रखा गया। आरोप है कि गन्ना समिति के तत्कालीन सचिव बीके चौधरी ने ड्यूटी देने के लिए कर्मचारियों से धनराशि की मांग की थी। जिस पर कर्मचारियों ने उनकी फोन पर की गई बात को रेकार्ड कर लिया। इस मामले में सभी कर्मचारियों ने शपथ पत्र देकर विभाग को अवगत कराया कि समिति सचिव बीके चौधरी लगातार उनका उत्पीड़न कर रहे हैं। विधायक आदेश चौहान ने भी गन्ना मंत्री एवं गन्ना आयुक्त से शिकायत की थी। जिस पर बीके चौधरी को ज्वालापुर समिति से हटाकर गन्ना आयुक्त कार्यालय अटैच कर दिया गया था। गन्ना आयुक्त ललित मोहन रयाल ने बताया कि बीके चौधरी को आरोप पत्र थमा दिया है। साथ ही मामले की जांच ज्वाइंट कमिश्नर कर रहे हैं। उनको एक सप्ताह में विस्तृत जांच रिपोर्ट देनी है। इसके बाद उनके खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी। इनसेट--

तीन अन्य समितियों के सचिवों की भी पहुंची शिकायत

रुड़की: गन्ना आयुक्त कार्यालय में तीन अन्य सचिवों की भी शिकायत पहुंच गई है। इन सचिवों पर भी वित्तीय अनियमितता के आरोप लगे हैं। गन्ना आयुक्त ने बताया कि इस मामले में भी जांच शुरू कर दी गई है। दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। एक पखवाड़े में इन सचिवों की भी जांच रिपोर्ट आ जाएगी। इनसेट

लक्सर समिति सचिव को हटाया

रुड़की: गन्ना आयुक्त ललित मोहन रयाल ने बताया कि किसानों का बीमा करने में देरी के मामले में लक्सर गन्ना समिति के सचिव प्रीतम ¨सह को हटा दिया गया है। इस संबंध में सहायक गन्ना आयुक्त को निर्देश दे दिए गए हैं। एक दो दिन में दूसरे सचिव की तैनाती कर दी जाएगी। बताते चले कि गन्ना आयुक्त ने लक्सर गन्ना समिति सचिव प्रीतम ¨सह की दो वेतन वृद्धि रोकते हुए उनको भविष्य में किसी भी गन्ना समिति का सचिव ना बनाने के निर्देश दिए हैं।

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