इस बार भी साबरी तालाब की नहीं हुई सफाई

संवाद सूत्र, कलियर : जिस साबरी तालाब को श्रद्धालु बड़े ही अदब के साथ देखते हैं उस तालाब की ह

By JagranEdited By: Publish:Sat, 17 Nov 2018 08:58 PM (IST) Updated:Sat, 17 Nov 2018 08:58 PM (IST)
इस बार भी साबरी तालाब की नहीं हुई सफाई
इस बार भी साबरी तालाब की नहीं हुई सफाई

संवाद सूत्र, कलियर : जिस साबरी तालाब को श्रद्धालु बड़े ही अदब के साथ देखते हैं उस तालाब की हालत बेहद खराब है। पूरा तालाब गंदगी एवं गंदे पानी से भरा हैं। दरगाह प्रशासन की ओर से इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। जबकि अब तक इस तालाब के सौंदर्यीकरण के नाम पर 80 लाख रुपये का बजट खर्च हो चुका है।

दरगाह के पहाड़ी गेट पर सौ साल से भी अधिक पुराना तालाब है। मान्यता हैं कि इस तालाब में स्नान करने से कई तरह के रोग दूर हो जाते थे। 2009 में 80 लाख का बजट खर्च कर इस तालाब का सौंदर्यीकरण कार्य शुरू किया गया था। तालाब में रंग-बिरंगी लाइटें, फव्वारें लगाए गए थे। साथ ही तालाब में किश्ती का भी संचालन होना था। ताकि तालाब हर किसी को आकर्षित कर सके। संस्था की ओर से अधिकांश कार्य पूरा किया जा चुका है लेकिन सौंदर्यीकरण का कार्य लगभग पूरा हो चुका है। इस संबंध में दरगाह प्रबंधक शाहिद अली ने बताया इस बारे में रिपोर्ट बनाकर उच्च अधिकारियों को भेजी जा रही है।

रेन बसेरे की भी नहीं हुई सफाई

कलियर : दरगाह के पास जायरीनों के ठहराने के लिए एक मात्र रैन बसेरा है। लेकिन दरगाह प्रशासन रैन बसेरे की व्यवस्थाओं को लेकर जरा भी गंभीर नहीं है। कभी शौचालयों पर ताले लटका दिए जा रहे हैं तो कभी लाइट एवं पंखों को हटा दिया जाता है। अब दरगाह का सालाना उर्स चल रहा है। लेकिन रैन बसेरे की व्यवस्था चौपट है। गंदगी के ढेर लगे हैं। जबकि यह रैन बसेरा एक करोड़ रुपये खर्च कर बनाया गया था। दरगाह प्रबंधक शाहिद अली ने बताया कि जल्द ही यहां की व्यवस्थाओं को दुरुस्त कर लिया जाएगा।

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