रोशन अली दरगाह पर चादरपोशी कर मांगी दुआएं

ज्वालापुर में बाबा रोशन अली शाह का सालाना उर्स कोविड-19 गाइडलाइन के तहत प्रतीकात्मक रूप से मनाया गया। दरगाह कमेटी ने अहम रस्में अदा की। जायरीनों ने दरगाह पर चादरपोशी कर दुआएं मांगी।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 24 Oct 2020 08:51 PM (IST) Updated:Sun, 25 Oct 2020 05:05 AM (IST)
रोशन अली दरगाह पर चादरपोशी कर मांगी दुआएं
रोशन अली दरगाह पर चादरपोशी कर मांगी दुआएं

जागरण संवाददाता, हरिद्वार: ज्वालापुर में बाबा रोशन अली शाह का सालाना उर्स कोविड-19 गाइडलाइन के तहत प्रतीकात्मक रूप से मनाया गया। दरगाह कमेटी ने अहम रस्में अदा की। जायरीनों ने दरगाह पर चादरपोशी कर दुआएं मांगी। इस मौके पर दरगाह रोशनी से जगमग रही।

दरगाह के मेला प्रबंधक छम्मन पीरजी ने कहा कि सूफी संतों ने हमेशा से अमन और भाईचारे का पैगाम दिया है। दरगाहों पर लगने वाले मेलों से समाज में एकजुटता का भाव पैदा होता है। बताया कि उर्स में कोविड गाइडलाइन का पूरा ख्याल रखा गया है। सज्जादानशीन हाजी इरफान अंसारी ने दरगाह पर सच्चे दिल से मांगी गई मुरादें पूरी होती हैं। कोरोना के खात्मे के लिए हम सबको सरकार के दिशा निर्देशों का पालन करना चाहिए। कोषाध्यक्ष जावेद अंसारी व प्रवक्ता राहत अंसारी ने बताया कि कुल शरीफ, फातिहा, कलाम पाक की तिलावत व लंगर आदि रस्मों की अदायगी प्रतीकात्मक रूप से की गई है। उर्स में पहुंचे जायरीनों ने हलवा पराठा, चाट पकौड़ी का जायका भी लिया। हाजी शाहबुद्दीन अंसारी, फुरकान अंसारी, वाजिद अली, शाह नियाजी, जावेद खान, फैज आलम, अफजल अंसारी, मोबीन उर्फ सुनहरा, शादाब, शाहवेज आदि ने सहयोग दिया।

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