नेताओं के वादों की नहीं है कोई गारंटी

जागरण संवाददाता रुड़की चुनाव के दौरान नेताओं की ओर से जनता के हित और विकास से जुड़

By JagranEdited By: Publish:Mon, 25 Mar 2019 03:00 AM (IST) Updated:Mon, 25 Mar 2019 03:00 AM (IST)
नेताओं के वादों की नहीं है कोई गारंटी
नेताओं के वादों की नहीं है कोई गारंटी

जागरण संवाददाता, रुड़की: चुनाव के दौरान नेताओं की ओर से जनता के हित और विकास से जुड़े ढेरों वादे किए जा रहे हैं लेकिन चुनाव संपन्न होने के बाद जनप्रतिनिधियों को ये वादे याद भी रहेंगे इसकी कोई गारंटी नहीं है। ढंडेरा-लक्सर मुख्य मार्ग इसका उदाहरण है। यहां पर पिछले कई महीनों से बिन बरसात के ही जलभराव हो रखा है लेकिन नेता हो या अधिकारी कोई भी समस्या का समाधान करने के लिए कोई कदम नहीं उठा रहा है।

ढंडेरा फाटक के समीप पिछले लगभग तीन महीनों से जलभराव हो रखा है। कभी यहां पर बरसात के कारण सड़क पानी से तालाब का रूप ले लेती है तो कभी नाले-नालियां चोक होने से सड़क पर गंदा पानी जमा हो जाता है। इन दिनों भी सड़क के एक बड़े हिस्से में पानी भरा हुआ है। वहीं ढंडेरा-लक्सर मार्ग से रोजाना हजारों लोग गुजरते हैं। इनमें अशोक नगर, ढंडेरा, कीर्ति कॉलोनी, भारत नगर, न्यू भारत नगर समेत विभिन्न कॉलोनियों एवं गांवों के लोग शामिल हैं। उधर, सड़क पानी से लबालब होने के साथ ही जगह-जगह क्षतिग्रस्त हो रखी है। इससे यहां से आवागमन करने में लोगों को खासी दिक्कत हो रही है। फाटक बंद होने पर यहां पर सड़क पर वाहनों की लंबी कतार लग जाती है। वहीं प्रशासन से लेकर लोक निर्माण विभाग के अधिकारी भी आंखें मूंदे बैठे हैं। इस मार्ग से आवाजाही करने वाले प्रमोद कुमार, रमेश सिंह, अजय, सुनीता, कमला, रवि आदि के अनुसार चुनाव के वक्त नेताओं की ओर से जनता से विकास के वादे किए जा रहे हैं। जबकि हकीकत यह है कि ढंडेरा फाटक के समीप पिछले चार-पांच सालों से जनता को जलभराव और क्षतिग्रस्त सड़क के कारण रोजाना आवागमन में परेशानी उठानी पड़ रही है। सांसद, विधायक, जिलाधिकारी, ज्वाइंट मजिस्ट्रेट, लोक निर्माण विभाग सभी के दरवाजे खटखटा चुके हैं लेकिन कोई सुनवाई नहीं है। आलम यह है कि समाधान की बजाए समस्या बढ़ती ही जा रही है।

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