बैंकों से लिए ऋण का ब्योरा नहीं दे रही चीनी मिल

जागरण संवाददाता, रुड़की: चीनी मिल किसानों का गन्ना मूल्य भुगतान करने के लिए बैंकों से लगातार ऋण लेने

By JagranEdited By: Publish:Fri, 08 Jun 2018 04:16 PM (IST) Updated:Fri, 08 Jun 2018 04:16 PM (IST)
बैंकों से लिए ऋण का ब्योरा 
नहीं दे रही चीनी मिल
बैंकों से लिए ऋण का ब्योरा नहीं दे रही चीनी मिल

जागरण संवाददाता, रुड़की: चीनी मिल किसानों का गन्ना मूल्य भुगतान करने के लिए बैंकों से लगातार ऋण लेने की बात कर रही है। दावा किया जा रहा है कि बैंक जितना ऋण दे रहा है। उसके अनुसार किसानों को भुगतान किया जा रहा है, लेकिन विभाग के पास इसका कोई प्रमाण नहीं है कि चीनी मिलों को कितना ऋण मिला है। गन्ना विभाग की ओर से इस संबंध में अब चीनी मिलों को नोटिस जारी कर गन्ना भुगतान के लिए बैंकों से लिए गए ऋण का ब्योरा तलब किया है।

इस बार चीनी मिलों ने गन्ना किसानों को भुगतान के लिए रुला दिया है। स्थिति यह है कि जिले की चीनी मिलों पर किसानों का साढ़े चार सौ करोड़ रुपये का बकाया है। गन्ना मूल्य भुगतान को लेकर चीनी मिल हर रोज बहानेबाजी कर रही है। चीनी मिलों ने अब प्रशासन को आश्वासन दिया है कि जैसे-जैसे बैंकों से उनको ऋण मिल रहा है, उसके अनुसार ही वह गन्ने क भुगतान कर रही हैं। गन्ना विभाग ने जब चीनी मिलों से ऋण के बारे में जानकारी मांगी तो उन्होंने जानकारी नहीं दी। चौंकाने वाली बात तो यह है कि किसान को गन्ने का भुगतान करने के लिए चीनी मिलों ने बैंकों से कितना ऋण लिया है और कितना भुगतान किया है, इस बारे में चीनी मिल इस बार चुप्पी साधे हुए हैं। इसको लेकर सहायक गन्ना आयुक्त शैलेन्द्र ¨सह ने जिले की तीनों ही चीनी मिलों को नोटिस जारी कर दिए हैं। उन्होंने सभी चीनी मिलों को एक सप्ताह में निर्धारित प्रपत्र पर सूचना देने को कहा है। यदि ऐसा नहीं किया तो चीनी मिलों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

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