खनन बंद तो उपखनिज कहा से लाएंगे क्रशर

By Edited By: Publish:Thu, 21 Aug 2014 01:01 AM (IST) Updated:Thu, 21 Aug 2014 01:01 AM (IST)
खनन बंद तो उपखनिज कहा से लाएंगे क्रशर

जागरण संवाददाता, हरिद्वार: पिछले कई दिनों से क्रशर बंद पड़े थे तो अवैध खनन का हो-हल्ला भी बंद था। अब क्रशर फिर चलने लगे तो अवैध खनन की आशंका भी बढ़ गई है। क्रशरों की जब भी जांच की गई तब उनमें अनियमितता की बात सामने आती रही है। प्रशासन के पास क्रशरों के स्टॉक के बारे में भी जानकारी नहीं है। ऐसे में क्रशरों के आस-पास खनन की गुंजाइश से इन्कार नहीं किया जा सकता।

हरिद्वार में होने वाले अवैध खनन के पीछे मजबूत क्रशर लॉबी को जिम्मेदार माना जाता है। यहां तक कि प्रशासन और एंटी माइनिंग फोर्स की कार्रवाई के दौरान क्रशरों में अवैध भंडारण मिले। उपखनिजों का कोई रिकार्ड क्रशरों के पास नहीं था। साफ है कि यह सारा उपखनिज अवैध खनन से ही जुटाया जाता है। जुलाई में एंटी माइनिंग फोर्स ने क्रशरों पर छापा मारकर बड़ी मात्रा में गोलमाल पकड़ा था और क्रशरों को सीज कर दिया। पेनल्टी चुकाने के बाद क्रशर फिर खुल गए। इससे अवैध खनन को लेकर एक बार फिर आशंका गहराने लगी है। सितंबर तक गंगा का जलस्तर भी कम हो जाएगा और तब गंगा के आसपास बेशकीमती पत्थर होंगे। जनपद में खनन बंद है तो ऐसे में क्रशर उपखनिज की आपूर्ति के लिए फिर अवैध खनन को बढ़ावा दे सकते हैं। प्रशासन के पास भी क्रशरों के खुलने के बाद से उनके स्टॉक के बारे में जानकारी नहीं है। ऐसे में वे अवैध माल से क्रशिंग कर सकते हैं।

सात लाख से अधिक है क्षमता

जनपद में 42 स्टोन क्रशर हैं, इनमें से अधिकतर बड़े स्टोन क्रशर गंगा और रवासन नदी के तटों पर हैं। 22 स्टोन क्रशर में से 12 अकेले भोगपुर में हैं। इन स्टोन क्रशरों की कुल क्षमता प्रति दिन 7,58,200 घन मीटर उप खनिजों को क्रशिंग करने की है। खनन पर पूरी तरह रोक है तो यह क्रशर कहां से चलेंगे इसको लेकर सवाल है। जब सरकारी खनन खुला था तब भी प्रति दिन 8 हजार घन मीटर उपखनिज ही निकलता था।

क्रशर खोलने के संबंध में अभी एंटी माइनिंग फोर्स की रिपोर्ट नहीं मिली है। रिपोर्ट मिलने के बाद उसका परीक्षण कराया जाएगा। शासन से जैसे आदेश होंगे उसी के अनुरूप काम होगा।

डी सेंथिल पांडियन, डीएम हरिद्वार

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