पूर्व सीएम ने गांव में पहुंचकर पीड़ि‍त परिवार को सांत्वना दी

पूर्व सीएम हरीश रावत जहरीला शराब से हुई 32 लोगों की मौत की खबर पाकर गांव में पहुंचे। उन्होंने बाल्लूपुर, बिंडू, खड़क और भलस्वागाज गांव में पहुंचकर पीड़त परिवारों से मुलाकात की।

By Sunil NegiEdited By: Publish:Sat, 09 Feb 2019 07:42 PM (IST) Updated:Sat, 09 Feb 2019 07:43 PM (IST)
पूर्व सीएम ने गांव में पहुंचकर पीड़ि‍त परिवार को सांत्वना दी
पूर्व सीएम ने गांव में पहुंचकर पीड़ि‍त परिवार को सांत्वना दी

रुड़की, जेएनएन। रुड़की तहसील क्षेत्र के पांच गांव में जहरीला शराब से हुई 32 लोगों की मौत की खबर पाकर पूर्व सीएम हरीश रावत भी गांव में पहुंचे। उन्होंने बाल्लूपुर, बिंडू, खड़क और भलस्वागाज गांव में पहुंचकर पीड़त परिवारों से मुलाकात की। उनको आर्थिक सहायता देते हुए सरकार से मांग उठाई कि प्रत्येक परिवार को पांच-पांच लाख रुपये का मुआवजा दिया जाए। साथ ही पीड़ि‍त परिवार के एक-एक सदस्य को सरकारी नौकरी भी दी जाए।

शनिवार को सुबह के समय पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत सबसे पहले तो बाल्लूपुर गांव में पहुंचे। यहां पर उन्होंने मृतकों के परिजनों से बात की। इसके बाद वह बिंडू गांव में पहुंच गए। उनके साथ विधायक ममता राकेश, घाड़ विकास परिषद के पूर्व अध्यक्ष राव फरमूद अली, सुबोध राकेश, ठाकुर विरेन्द्र सिंह, मुनीर आलम, सठेपाल परमार, राजपाल सिंह आदि साथ थे। उन्होंने एक-एक घर में पहुंचकर प्रभावित परिवारों से वार्ता की। उन्होंने एम्स के निदेशक से भी फोन पर वार्ता करते हुए कहा कि जो लोग भर्ती है उनका सही उपचार किया जाए। 

उपचार के दौरान किसी तरह की लापरवाही नहीं बरती जाए। इसके बाद उन्होंने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि इस मामले में जो भी जिम्मेदार है, सरकार उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करें। उन्होंने कहा कि शासन-प्रशासन की पूरी तरह से लापरवाही है। सरकार को चाहिए कि पीड़ि‍त परिवार के एक-एक सदस्य को सरकारी नौकरी दे। पांच लाख मुआवजा दिया जाए।

सरकार दे 10 लाख की आर्थिक सहायता 

किसान आयोग के पूर्व अध्यक्ष एवं वरिष्ठ बसपा नेता राजेन्द्र चौधरी ने भी जहरीली शराब से प्रभावित पांच गांव में पहुंचकर पीड़ि‍त परिवारों को सांत्वना दी। उन्होंने कहा कि जो लोग मरे है वह बेहद गरीब परिवार है। इसलिए सरकार को चाहिए कि उनको 10-10 लाख रुपये की आर्थिक सहायता के साथ ही सरकारी नौकरी भी दे।

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