घर-घर में बुखार पीड़ित, स्वास्थ्य शिविर लगाने की मांग

संवाद सहयोगी, रुड़की: पाडली गुर्जर गांव में डेंगू का प्रकोप कम होने का नाम नहीं ले रहा ह

By JagranEdited By: Publish:Mon, 24 Sep 2018 03:00 AM (IST) Updated:Mon, 24 Sep 2018 03:00 AM (IST)
घर-घर में बुखार पीड़ित, स्वास्थ्य शिविर लगाने की मांग
घर-घर में बुखार पीड़ित, स्वास्थ्य शिविर लगाने की मांग

संवाद सहयोगी, रुड़की: पाडली गुर्जर गांव में डेंगू का प्रकोप कम होने का नाम नहीं ले रहा है। गांव में आए दिन डेंगू पीड़ित मरीज सामने आ रहे हैं। हालात यह हो चुकी हैं कि घर-घर में बुखार पीड़ित हैं। ग्रामीणों को आशंका है कि बुखार पीड़ितों को भी डेंगू हो सकता है। इसके चलते ग्रामीण अब गांव में ही स्वास्थ्य जांच शिविर लगाए जाने की मांग कर रहे हैं। ताकि पता चल सके कि मरीज को सामान्य बुखार है या फिर वह डेंगू से पीड़ित है। ग्रामीणों की मांग को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग भी शिविर लगाने पर विचार कर रहा है।

पाडली गुर्जर गांव जिले का ऐसा गांव बन चुका है जो डेंगू से सबसे ज्यादा प्रभावित है। पूरे जिले में जितने डेंगू के मरीज अब तक सामने आए हैं। उनमें सबसे ज्यादा पाडली गुर्जर गांव से ही हैं। स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के मुताबिक पाडली गांव में अब तक 44 केस डेंगू के आ चुके हैं। इनमें 14 केस ऐसे हैं जिनकी एलाइजा जांच भी पॉजिटिव आई है। डेंगू की रोकथाम को लेकर स्वास्थ्य विभाग हर संभव प्रयास करने में जुटा हुआ है। इसके बाद भी डेंगू का प्रकोप कम होने का नाम नहीं ले रहा है।ग्रामीण नौशाद अली और फुरकान सहित अनेक ग्रामीणों का कहना है कि गांव में घर-घर में बुखार पीड़ित हैं। कई बुखार पीड़ितों की जांच करने के बाद उन्हें डेंगू से पीड़ित पाया गया है। ग्रामीणों का कहना है कि गांव में डेंगू के प्रकोप को देखते हुए एक स्वास्थ्य शिविर लगाया जाना चाहिए। ताकि मरीजों के स्वास्थ्य की जांच हो सके। जिला मलेरिया अधिकारी डॉ. गुरनाम ¨सह ने बताया कि सोमवार को स्वास्थ्य विभाग की टीम फिर से पाडली गुर्जर गांव जा रही है। यदि गांव में बुखार से पीड़ित ज्यादा मरीज मिलते हैं तो स्वास्थ्य शिविर लगाया जा सकता है।

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