Haridwar Kumbh Mela 2021: बैरागी अणियों के लिए आवंटित भूमि पर सुविधाएं जुटाने की चुनौती

Haridwar Kumbh Mela 2021 कुंभ मेला क्षेत्र के प्रमुख स्थल बैरागी कैंप क्षेत्र में तीनों बैरागी अणियों के लिए पांच लाख 40 हजार वर्ग फीट जमीन का आवंटन कर दिया गया। लालजीवाला क्षेत्र में शंकराचार्यनगर के लिए अब तक एक लाख 30 हजार वर्ग फीट भूमि का आवंटन हो चुका।

By Raksha PanthriEdited By: Publish:Sat, 20 Mar 2021 03:42 PM (IST) Updated:Sat, 20 Mar 2021 03:42 PM (IST)
Haridwar Kumbh Mela 2021: बैरागी अणियों के लिए आवंटित भूमि पर सुविधाएं जुटाने की चुनौती
बैरागी अणियों के लिए आवंटित भूमि पर सुविधाएं जुटाने की चुनौती।

जागरण संवाददाता, हरिद्वार। Haridwar Kumbh Mela 2021 कुंभ मेला क्षेत्र के प्रमुख स्थल बैरागी कैंप क्षेत्र में तीनों बैरागी अणियों के लिए पांच लाख 40 हजार वर्ग फीट जमीन का आवंटन कर दिया गया है। लालजीवाला क्षेत्र में शंकराचार्यनगर के लिए अब तक एक लाख 30 हजार वर्ग फीट भूमि का आवंटन हो चुका है। अगर श्रंगेरी पीठ के शंकराचार्य स्वामी भारतीकृष्ण कुंभ मेले में आते हैं तो उनके लिए भी यहीं पर भूमि आरक्षित है। साथ ही, मेला अधिष्ठान के समक्ष भूमि पर मूलभूत सुविधाएं जुटाने की चुनौती भी है, लेकिन प्रशासन का दावा है कि सभी तरह की मूलभूत सुविधाओं का आधार तैयार है। 

बैरागी कैंप क्षेत्र में बैरागी अणियों और प्रत्येक अखाड़े को एक लाख 80 हजार वर्ग फीट भूमि का आवंटन किया गया है। इसमें दिगंबर अणि, निर्वाणी अणि और निर्मोही अणि शामिल हैं। तीनों बैरागी अणियों से 18 अखाड़े और 960 से अधिक खालसे जुड़े हैं। हर खालसे में 25 से 50 हजार तक की संख्या होती है। फिलहाल यह सभी खालसे वृंदावन में यमुना कुंभ में शिरकत कर रहे हैं। 25 मार्च को वहां होने वाले अंतिम शाही स्नान के बाद खालसे हरिद्वार रवाना होंगे।

कहा जाता है कि कुंभ के दौरान कुंभ मेला क्षेत्र में बैरागी अणियों, अखाड़ों और उनके खालसे से जुड़े साधु-संन्यासियों की संख्या सर्वाधिक होती है और वही कुंभ मेला क्षेत्र की शान बढ़ाते हैं। ऐसे में मेला अधिष्ठान को इनके आने से पहले और बाद में दोनों ही वक्त में उनकी आवश्यकता के अनुसार कैंप क्षेत्र में मूलभूत आवश्यकताओं का विस्तार करना किसी बड़ी चुनौती से कम नहीं होगा। इतना ही नहीं बैरागी कैंप इलाके में ही संन्यासी अखाड़ों के नागा संन्यासियों खासकर निरंजनी अखाड़े के नागाओं को भी यहीं पर भूमि का आवंटन हुआ है। मेला अधिष्ठान को इनके लिए सभी तरह की आवश्यकता जुटानी है।

इसी तरह लालजीवाला में स्थापित हो रहे शंकराचार्य नगर में ज्योतिष और द्वारका-शारदा पीठ के शंकराचार्य जगद्गुरु स्वामी स्वरूपानंद को 90 हजार वर्ग फीट भूमि का आवंटन हुआ है, जिसका भूमि पूजन 20 मार्च को उनके प्रतिनिधि स्वामी अविमुक्तेश्वानंद की अगुवाई में होगा। मेला अधिष्ठान ने गोवर्धनपीठ पुरी के शंकराचार्य जगद्गुरु स्वामी निश्चलानंद सरस्वती को 40 हजार वर्ग फीट भूमि का आवंटन किया है।

मेला अधिष्ठान को इनके लिए भी सभी तरह की मूलभूत सुविधाओं की पूर्ति करनी है। हालांकि इसी क्षेत्र में मीडिया सेंटर की स्थापना के कारण सभी तरह की मूलभूत सुविधाओं का आधार तैयार है। अपर मेला अधिकारी हरबीर सिंह ने बताया कि मूलभूत सुविधा की आधार व्यवस्था पूरे कुंभ मेला क्षेत्र में पहले ही स्थापित कर ली गई थी। इसलिए इन सुविधाओं को यहां स्थापित करने में ज्यादा मशक्कत नहीं करनी पड़ेगी और समय रहते इन्हें पूरा कर लिया जाएगा। 

यह भी पढ़ें- सीएम तीरथ रावत ने कुंभ कार्यों का किया लोकार्पण, कहा- जनसहयोग से दिव्य और भव्य होगा कुंभ

Uttarakhand Flood Disaster: चमोली हादसे से संबंधित सभी सामग्री पढ़ने के लिए क्लिक करें

chat bot
आपका साथी