बहन के देवर ने की थी आशीष की हत्या, दो गिरफ्तार
जागरण संवादाता, रुड़की : जस्सावाला निवासी आशीष की हत्या उसकी बहन के देवर ने गोली मारकर की थी। इस ह
जागरण संवादाता, रुड़की : जस्सावाला निवासी आशीष की हत्या उसकी बहन के देवर ने गोली मारकर की थी। इस हत्या में उसका साथी भी शामिल था। आरोपी उसे जमीन दिखाने के बहाने अपने साथ ले गया था और सुनसान जगह पर उसने हत्या की घटना को अंजाम दिया था। हत्या के पीछे वजह यह थी कि आशीष अपनी छोटी बहन की शादी बहन के देवर के साथ करने से इंकार कर रहा था। पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से हत्या में प्रयुक्त तमंचा बरामद किया है।
सोमवार को सिविल लाइंस कोतवाली में आयोजित पत्रकार वार्ता में एसपी देहात मणिकांत मिश्रा ने बताया कि पिरान कलियर थाना क्षेत्र के जस्सावाला गांव निवासी आशीष तीन दिसंबर को अपनी बहन की ननद को उसके गांव तोता टांडा, थाना बिहारीगढ़ छोड़ने के लिए गया था। युवती को छोड़कर आने के बाद वह बाइक से गांव आते समय लापता हो गया था। अगले दिन आशीष का गोली लगा शव बुग्गावाला क्षेत्र के जंगल से बरामद हुआ था। जबकि उसकी बाइक घटनास्थल से करीब छह किमी पहले बुधवाशहीद गांव के समीप बरामद हुई थी। इस मामले में मृतक के चाचा बिजेंद्र ने अज्ञात पर हत्या का मुकदमा दर्ज कराया था। पुलिस ने बिहारीगढ़ के पास लगे सीसीटीवी कैमरे की जांच की तो पता चला कि आशीष की बाइक पर तोता टांडा गांव से निकलते समय उसकी बहन का देवर मोहित बैठा था। इसके बाद पुलिस को मोहित पर शक हुआ। इसके बाद उसके मोबाइल की लोकेशन की जांच की गई। घटना वाली शाम उसके मोबाइल की लोकेशन घटनास्थल पर होना मिला। जिस पर पुलिस ने मोहित को हिरासत में लेकर पूछताछ की। आरोपी ने पूछताछ में बताया कि वह आशीष की छोटी बहन से एकतरफा प्यार करता था। उसकी बहन से शादी करने के लिए उसने आशीष की मां से बात की थी। जब मां ने आशीष से इस बारे में चर्चा की तो उसने इंकार कर दिया। इस बात से नाराज होकर मोहित ने अपने साथी विपिन निवासी तोता टांडा थाना बिहरीगढ़ के साथ मिलकर आशीष को मौत के घाट उतार दिया। आरोपियों ने बताया कि वह बंदरजूड में उसे खेती की जमीन दिखाने का झांसा देकर अपने साथ ले गए थे। हत्या के बाद उन्होंने तमंचा जंगल में छिपा दिया था। जिसे पुलिस ने बरामद कर लिया है।
--------
बॉक्स
----------
चार माह पहले रची थी हत्या की साजिश
रुड़की। आशीष ने चार माह पहले आशीष की हत्या की साजिश रची थी। शादी की बात से इनकार करने को लेकर मोहित उससे रंजिश रखने लगा था। आरोपी ने अपने दोस्त विपिन को भी अपनी साजिश में शामिल किया। बताया गया कि आरोपी मोहित चार माह पहले विपिन के साथ मुजफ्फरनगर गया था। जहां पर एक व्यक्ति से उन्होंने चार हजार रुपये में तमंचा खरीदा। वह तभी से आशीष की हत्या की कोशिश में था। तीन दिसंबर को जब आशीष मोहित की बहन को छोड़ने उनके घर गया तो उसे मौका मिल गया। आशीष को शक न हो इसके लिए उसने अपने साथी विपिन को अलग बाइक से चलने को कहा था। जंगल में जब आशीष बाइक से उतरा तो आरोपी ने पीछे से उस पर गोली चलाकर उसकी हत्या कर दी।
-------
बहन बोली फांसी पर चढ़ा दो
रुड़की। सिविल लाइंस कोतवाली में जिस समय पुलिस अधिकारी प्रेस वार्ता में आरोपियों से पूछताछ कर रहे थे। उसी दौरान आशीष के परिजन और उसकी बहन वहां पर मौजूद थी। हत्यारोपियों को देखकर बहन दोनों को फांसी पर चढ़ाने की मांग करते हुए रोने लगी। परिजनों ने किसी तरह से बहनों को शांत कराया। आशीष तीन बहनों का इकलौता भाई था। घटना को लेकर परिजनों में हत्यारोपियों के प्रति रोष रहा। बताते चले कि आशीष के पिता भी वर्ष 1990 से संदिग्ध परिस्थितियों में लापता है।
-----------
एसएसपी ने की इनाम की घोषणा
रुड़की। आशीष की हत्या के मामले में आरोपियों की गिरफ्तारी पर एसएसपी कृष्ण कुमार वीके ने पुलिस टीम को ढाई हजार रुपये इनाम की घोषणा की है। वहीं एसपी देहात ने बुग्गावाला थाना प्रभारी गो¨वद कुमार की पीठ थपथपाई।