खुद के स्त्रोत से आय बढ़ाने में जुटी जिला पंचायत

जागरण संवाददाता, हरिद्वार: प्रदेश में नई सरकार गठित होने के बाद जिला पंचायत ने भी खुद की आय के स्रोत

By JagranEdited By: Publish:Wed, 29 Mar 2017 01:01 AM (IST) Updated:Wed, 29 Mar 2017 01:01 AM (IST)
खुद के स्त्रोत से आय बढ़ाने में जुटी जिला पंचायत
खुद के स्त्रोत से आय बढ़ाने में जुटी जिला पंचायत

जागरण संवाददाता, हरिद्वार: प्रदेश में नई सरकार गठित होने के बाद जिला पंचायत ने भी खुद की आय के स्रोत बढ़ाने की कवायद तेज कर दी है। इस क्रम में जिला पंचायत जल्द ही अपनी खाली जमीनों पर व्यवसायिक कांप्लेक्स का निर्माण कराकर उनको किराये पर देगा। वहीं भगवानपुर में निर्मित 17 दुकानों के नीलामी की प्रक्रिया भी प्रारंभ कर दी है।

जिला पंचायत के वर्तमान वित्तीय वर्ष काफी संकट भरा रहा। प्रथम तिमाही के लिए तो शासन ने अप्रैल के आखिर में तीन करोड़ 13 लाख 45 हजार का बजट दे दिया था। दूसरी तिमाही की किस्त देने में काफी वक्त गुजार दिया। तीसरी तिमाही में बजट के लिए अनुमोदन तब हो पाया जब निर्वाचन के बाद जिला योजना समिति का गठन पूरा हुआ। इससे विकास कार्य प्रभावित हुए।

जिला पंचायत के आय के दो स्त्रोत

जिला पंचायत के आय के दो प्रमुख स्त्रोत निजी संसाधन से आय अर्जित करना, जिसमें चंडी देवी में रोपवे की चार प्रतिशत रायल्टी, सीपी टैक्स, जिला पंचायत की दुकानों से मिलने वाला किराया, चमड़ा कार्य को लाइसेंस देना आदि शामिल है। वहीं दूसरे रूप में राज्य वित्त आयोग से जिला पंचायत को साल में तीन करोड़, 13 लाख 45 हजार के कुल चार किश्त तिमाही के हिसाब से मिलते हैं।

जिला पंचायत में होते हैं यह कार्य

जिला पंचायत सामुदायिक विकास कार्य के तहत ग्रामीण क्षेत्रों में सड़क, नाली, खड़ंजा, पथ प्रकाश, सोलर लाइट लगाना, सफाई, बरातघर, स्कूलों का निर्माण, आंगनबाड़ी केंद्रों के निर्माण, हैंडपंप, शौचालय, पेयजल आदि कार्य कराता है।

जिला पंचायत का सालाना बजट साढ़े बारह करोड़ रुपये है। इनसे कर्मचारियों व अधिकारियों के वेतन, पेंशन व अन्य भत्ते भी जुड़े हैं। जिला पंचायत को मिलने वाले बजट से बोर्ड के बैठक में प्रस्ताव पारित होने के बाद विकास कार्य कराते हैं। जिला पंचायत खुद के स्त्रोतों से आय बढ़ाने की कवायद में तेजी से जुटा है। जल्द ही कई व्यवसायिक कांप्लेक्स का निर्माण कराकर आय बढ़ाई जाएगी।

राजीव कुमार नाथ त्रिपाठी, अपर मुख्य अधिकारी, जिला पंचायत हरिद्वार

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