प्रशिक्षण से 'गोल' जन के प्रतिनिधि

जागरण संवाददाता, हरिद्वार: जनप्रतिनिधि जितना जोर चुनाव जीतने के लिए लगाते हैं अगर उसमें से आधा भी

By Edited By: Publish:Wed, 25 May 2016 01:00 AM (IST) Updated:Wed, 25 May 2016 01:00 AM (IST)
प्रशिक्षण से 'गोल' जन के प्रतिनिधि

जागरण संवाददाता, हरिद्वार:

जनप्रतिनिधि जितना जोर चुनाव जीतने के लिए लगाते हैं अगर उसमें से आधा भी चुनाव जीतने के बाद विकास कार्यो में लगा दें तो नि:संदेह उनके क्षेत्रों की तस्वीर बदल सकती है। लेकिन जनता के चुने प्रतिनिधि जब अपनी जिम्मेदारियों का बोध ही नहीं करेंगे तो भला विकास कैसे कराएंगे। हरिद्वार जिले के नवनिर्वाचित जिला पंचायत सदस्यों के लिए इन दिनों प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाया जा रहा है लेकिन बीते दो दिनों में जिपं सदस्यों की उपस्थिति देखकर तो नहीं लगता कि जन के प्रतिनिधि अपनी जिम्मेदारियों को लेकर गंभीर हैं। मंगलवार को प्रशिक्षण के दूसरे दिन तो 47 सदस्यों में से पांच ने ही इस महत्वपूर्ण प्रशिक्षण में आने की जहमत उठाई।

उत्तराखंड ग्राम विकास एवं पंचायती राज संस्थान रुद्रपुर की ओर से जिला पंचायत के नवनिर्वाचित सदस्यों के लिए आयोजित तीन दिवसीय प्रशिक्षण के दूसरे दिन अधिकांश सदस्य नदारद रहे। इससे प्रशिक्षण की सफलता पर प्रश्नचिह्न लग रहा है। मंगलवार को दूसरे दिन प्रशिक्षण के दौरान जिला पंचायत हाल में अधिकांश कुर्सियां खाली रहीं। इक्का दुक्का सदस्य आते जाते रहे। सदस्यों के रुचि न लेने से प्रशिक्षण शिविर की सार्थकता पर सवाल खड़ा होने लगा है। बताया गया कि कुल 47 सदस्यों में से 5 ही यहां पहुंचे। वहीं जो सदस्य उपस्थित थे, उन्हें प्रशिक्षित कर रहे संस्थान के उपनिदेशक आशीष पुनेठा ने विजुअल के माध्यम से गांवों में सफाई कार्यों को लेकर जागरूकता और नागरिकों के सहयोग लेने के बारे में बताया गया। सदस्यों को बताया गया कि वे अपने जिला पंचायत क्षेत्र के अधीन आने वाले गांवों में साफ सफाई, शौचालय निर्माण को लेकर विशेष ध्यान दें। खुले में शौच जाने से गांव वालों को रोकने के लिए हर घर में शौचालय निर्माण के अभियान को गति प्रदान करें। इसके अलावा पंचायती राज के तहत जिला पंचायत को मिले अधिकार व सदस्यों के कर्तव्य के प्रति जागरूक किया गया। जिला पंचायत के एएमए आएकेएन त्रिपाठी ने बताया कि प्रशिक्षण से सदस्यों को जिला पंचायत के कार्यों को बेहतर तरीके से करने के साथ ही क्षेत्र में जिला पंचायत की योजनाओं की जानकारी में मदद मिलेगी। इसलिए आखिरी दिन के प्रशिक्षण में सभी सदस्य उपस्थित हों, जिससे प्रशिक्षण सार्थक हो सके।

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