पोल बहने से चार गांव की 15 हजार आबादी अंधेरे में

संवाद सूत्र लालढ़ांग: नहर टूटने से आई बाढ़ में विद्युत पोल बहने से चार गांव में बिजली गुल हो गई है।

By Edited By: Publish:Wed, 02 Sep 2015 08:10 PM (IST) Updated:Thu, 03 Sep 2015 10:02 AM (IST)
पोल बहने से चार गांव की  15 हजार आबादी अंधेरे में

संवाद सूत्र लालढ़ांग: नहर टूटने से आई बाढ़ में विद्युत पोल बहने से चार गांव में बिजली गुल हो गई है। इससे करीब पंद्रह हजार आबादी को अंधेरे में रहने को मजबूर है।

नहर टूटने से पानी के तेज बहाव ने ऊर्जा निगम के तीन बिजली के पोल भी चपेट में ले लिए। पानी के तेज बहाव से विद्युत पोल बह गए। बिजली की तारें टूट गई। इससे ग्राम गैंडीखाता, चुड़ियाला, टाटवालना, पीलीपड़ाव में बिजली आपूर्ति बाधित हो गई है। देर सायं को चारों गांव में अंधेरा छा गया। गांव की गलियों में अंधेरा होने से आने जाने में लोगों को समस्याओं का सामना करना पड़ा है। बिना बिजली के स्कूली छात्र छात्राओं की पढ़ाई नहीं हो सकी है। लैंप जलाकर बच्चों को होमवर्क व पढ़ाई करनी पड़ी है। दोपहर बाद घरों में लगे सबमर्सीबल नहीं चल सके हैं। इससे पानी का संकट ग्रामीणों को झेलना पड़ा है। ऊर्जा निगम के अधीक्षण अभियंता एनएस बिष्ट ने बताया कि बिजली आपूर्ति सुचारू करने के प्रयास किए जा रहे हैं।

नहीं जले गांव में चूल्हे

लालढ़ांग: गांव श्यामपुर व गाजीवाला में पानी कमरों के अलावा रसोई तक घुस गया है। इस कारण गांव में चूल्हे भी नहीं जल पाए हैं। लकड़ियां भीग चुकी हैं, आटा, चावल भीगने से उपयोग लायक नहीं रह गया है। इस कारण खाना बनाने का संकट हो गया है। अंधेरा होने के कारण जंगली जानवरों व कीड़े मकौड़ों का डर लोगों को सता रहा है। छोटे बच्चों को सुरक्षित स्थानों पर रखने के लिए अभिभावक ¨चतित हैं। प्रशासन ने व्यवस्था की है, लेकिन मांग के सापेक्ष कम है। ग्रामप्रधान सोमपाल ने बताया कि ग्रामीण संकट की स्थिति में है।

दो हजार क्यूसेक था पानी

पूर्वी गंगनहर में दो हजार क्यूसेक पानी चल रहा था। यह नहर भीमगोडा बैराज से निकाली गई है। उप्र ¨सचाई विभाग पूर्वी गंगनहर के एसडीओ पीके गौतम ने बताया कि नहर पक्की है। उनका दावा है कि जरुरत पड़ने पर इसकी मरम्मत की जाती है। एसडीओ ने बताया कि संभवतया नहर के अंदर का कुछ हिस्सा क्षतिग्रस्त रहा हो, इससे नहर टूटी होगी।

बेहोश हो गए बच्चे

नहर टूटने के बाद चारों ओर पानी-पानी हो गया। स्कूल से घर लौट रहे कई बच्चे बेहोश हो गए। उन्हें ग्रामीण बामुश्किल ले गए। श्यामपुर के प्रधान हेमराज ¨सह व गाजीवाली की प्रधान ओमवती ने बताया कि करीब आठ हजार की आबादी प्रभावित हुई है। दोनों गांव में भारी नुकसान हुआ है। वहीं, प्रशासन नुकसान के आकलन में जुटा है।

क्षति का मिले मुआवजा

क्षेत्रीय विधायक स्वामी यतीश्वरानंद ने ग्रामीणों को तत्काल मुआवजा दिलाने की मांग की। उन्होंने आरोप लगाया कि यूपी ¨सचाई विभाग की लापरवाही के कारण गांवों में यह स्थिति आई। विधायक ने यूपी ¨सचाई विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों पर मुकदमा दर्ज करने की मांग की। साथ ही यूपी से भी ग्रामीणों को मुआवजा देने की मांग की। ऐसा न होने पर एसडीओ के घेराव की चेतावनी दी।

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