कोरोना पीड़ितों को अस्पताल ले जाने आई टीम से नोकझोंक

भुरणी गांव में कोरोना पॉजिटिव निकले व्यक्तियों को अस्पताल ले जाने के लिए आई पुलिस व प्रशासन की टीम को ग्रामीणों के भारी विरोध का सामना करना पड़ा।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 30 Jul 2020 08:26 PM (IST) Updated:Fri, 31 Jul 2020 06:16 AM (IST)
कोरोना पीड़ितों को अस्पताल ले जाने आई टीम से नोकझोंक
कोरोना पीड़ितों को अस्पताल ले जाने आई टीम से नोकझोंक

संवाद सूत्र, लक्सर: भुरणी गांव में कोरोना पॉजिटिव निकले व्यक्तियों को अस्पताल ले जाने के लिए आई पुलिस व प्रशासन की टीम को ग्रामीणों के भारी विरोध का सामना करना पड़ा। पांच घंटे से अधिक समय तक चले नोकझोंक व हंगामे के बाद बड़ी मुश्किल से पुलिस प्रशासन ने ग्रामीणों को समझाया और कोरोना पीड़ितों को उपचार के लिए हरिद्वार मेला अस्पताल ले जाया जा सका।

हरिद्वार स्थित हिदुस्तान यूनिलीवर फैक्ट्री में काम करने वाला एक युवक पिछले दिनों कोरोना पॉजिटिव मिला था। स्वास्थ्य विभाग ने उसके परिवार के लोगों तथा उसके संपर्क में रहे भुरणी गांव के 12 व्यक्तियों के सैंपल जांच के लिए भेजे थे। गुरुवार को इन सभी की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई। इनमें छह नाबालिग हैं, जिनमें एक व चार साल के बच्चे भी शामिल हैं। स्वास्थ्य विभाग की टीम पुलिस के साथ उन्हें उपचार के लिए हरिद्वार अस्पताल भेजने के लिए गांव में पहुंची तो स्वजनों ने इसका विरोध शुरू कर दिया। यही नहीं उन्होंने अपने घरों के गेट बंद कर लिये तथा जबरदस्ती करने पर आग लगा लिये जाने की धमकी तक दे डाली। मामला बढ़ता देख एसडीएम पूरण सिंह राणा, चिकित्सा अधीक्षक डॉ. अनिल वर्मा व कोतवाल हेमेंद्र सिंह नेगी भी मौके पर पहुंचे गए। उसके बाद बड़ी मशक्कत के बाद स्वजनों और ग्रामीणों को शांत कराया गया। इसके बाद सभी कोरोना पीड़ितों को अस्पताल भेजा जा सका। प्रशासन ने गांव में चार रास्तों को पूरी तरह से सील कर दिया गया है। गांव से बाहर आवाजाही पर रोक लगा दी गई है।

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