तंबाकू का सेवन करने वालों में कोरोना का जोखिम 50 प्रतिशत ज्यादा, जानें- और क्या कहना है डॉक्टरों का

World No Tobacco Day 2021 विश्व तंबाकू निषेध दिवस पर हिमालयन हॉस्पिटल जौलीग्रांट की वरिष्ठ छाती और श्वास रोग विशेषज्ञ डॉ. राखी खंडूरी ने कहा कि कोरोना संक्रमण काल में तंबाकू का सेवन करने वाले व्यक्ति के लिए कोरोना का जोखिम 50 प्रतिशत बढ़ जाता है।

By Raksha PanthriEdited By: Publish:Sun, 30 May 2021 07:09 PM (IST) Updated:Sun, 30 May 2021 10:30 PM (IST)
तंबाकू का सेवन करने वालों में कोरोना का जोखिम 50 प्रतिशत ज्यादा, जानें- और क्या कहना है डॉक्टरों का
तंबाकू का सेवन करने वालों में कोरोना का जोखिम 50 प्रतिशत ज्यादा।

संवाद सूत्र, डोईवाला। World No Tobacco Day 2021 विश्व तंबाकू निषेध दिवस पर हिमालयन हॉस्पिटल जौलीग्रांट की वरिष्ठ छाती और श्वास रोग विशेषज्ञ डॉ. राखी खंडूरी ने कहा कि कोरोना संक्रमण काल में तंबाकू का सेवन करने वाले व्यक्ति के लिए कोरोना का जोखिम 50 प्रतिशत बढ़ जाता है। ऐसे में धूम्रपान छोड़ना ही भलाई है हिमालयन हॉस्पिटल जौलीग्रांट की डॉ. राखी खंडूरी ने बताया की तंबाकू के सेवन की वजह से कैंसर, दिल की बीमारी और सांस की बीमारियों का जोखिम भी बढ़ जाता है। 

तंबाकू का सेवन करने वाले लोगों के लिए कोविड-19 के अधिक घातक होने की बड़ी वजह यही है कि उनका शरीर वायरस के हमले का प्रतिरोध नहीं कर पाता। उन्होंने बताया कि प्रतिवर्ष 31 मई को विश्व तंबाकू निषेध दिवस मनाया जाता है। इसका उद्देश्य लोगों को तंबाकू के सेवन से होने वाली घातक बीमारियों से बचाव कर स्वस्थ जीवनशैली को अपनाना है। इस साल विश्व तंबाकू दिवस की थीम 'तंबाकू छोड़ने के लिए प्रतिबद्ध' महामारी को ध्यान में रखते हुए काफी उपयुक्त है। वरिष्ठ छाती और श्वास रोग विशेषज्ञ डॉ. राखी खंडूरी ने बताया कि तंबाकू सेवन केवल आपके फेफड़ों की परत को नष्ट ही नहीं करता, बल्कि इसे संक्रमण के प्रति अधिक संवेदनशील बना देता है।

संक्रमण के दौरान आपके शरीर की प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया को भी बाधित करता है। सिगरेट के धुएं का हर कश आपके फेफड़ों में सात हजार गुना से अधिक रसायन पहुंचाता है। अब कल्पना करें कि कोविड-19 संक्रमण होने की स्तिथि में क्या होता होगा। उन्होंने बताया कि स्मोकलेस तंबाकू जो कि गुटखा, पान, खैनी और अन्य तरीकों के द्वारा उपयोग किया जाता है।मुंह में चबाते समय लार का स्राव अधिक होने से बार-बार थूकना पड़ता है।

इस तरह थूकने से कोरोना वायरस आसपास फैलने का खतरा ज्यादा होती हैं। ऐसे में धूम्रपान करने वाले से मुंह एवं हाथ को बार-बार छुने से भी कोरोना ज्यादा फैलने का खतरा बढ़ जाता है। तंबाकू छोड़ने से आपकी त्वचा में रक्त के प्रवाह में सुधार होता है। जिससे उस क्षेत्र में पहुंचने वाले ऑक्सीजन और पोषक तत्वों की मात्रा बढ़ जाती है।

तंबाकू छोड़ने के लिए क्या करें

डॉ. राखी खंडूरी ने बताया कि जब कोई तंबाकू सेवन छोड़ने का फैसला करता है, तो सबसे पहले आपको इस बात के लिए खुद को तैयार कर लेना चाहिए और इस पर टिके रहना चाहिए कि आपको तंबाकू से मुक्ति पानी है। ऐसे में आपकी दृढ़ इच्छाशक्ति आपकी मददगार रहेगी। इच्छाशक्ति जितनी मजबूत होगी, लक्ष्य तक पहुंचना उतना ही आसान होगा। अपना निर्णय न बदलें और दृढ़ता से इस पर कायम रहें। कहा कि आप सोच सकते हैं कि अब छोड़ने का कोई मतलब नहीं है, क्योंकि तंबाकू सेवन करने वाले के फेफड़े पहले से ही स्थायी रूप से क्षतिग्रस्त हो चुके हैं, लेकिन यह सच नहीं है। किसी भी समय छोड़ना धूम्रपान करने वालों के लिए तत्काल परिणाम दिखाता है, जिसमें बेहतर परिसंचरण और एक विस्तारित जीवन शामिल है।

ये तरीके होंगे मददगार

डॉ. राखी खंडूरी ने बताया कि तनाव होने पर धूम्रपान करने की इच्छा तीव्र हो जाती है ऐसी स्थिति में जब आप तनाव में हों, तो गहरी सांस लेने, ध्यान करने, शांत करने वाला संगीत सुनने या कुछ देर के लिए आंखें बंद करने जैसी प्राकृतिक शांत तकनीकों को अपनाए रखने का प्रयास करें। तंबाकू सेवन की लत से बचने के लिए व्यस्त रहना बहुत महत्वपूर्ण है। इसलिए अपने दिन की शुरुआत ऐसी करें जो नाश्ते, कसरत, ध्यान और फिर काम से शुरू हो। इसके अलावा पढ़ने, बागवानी आदि अपनी पसंद के कामों में खुद को व्यस्त रखें, ताकि तंबाकू सेवन की इच्छा से बचा जा सके। 

इसके अलावा अगर घर में आइसोलेशन में हैं, तो नए व्यंजन बनाकर देखें या मोटिवेशनल वीडियो देख सकते हैं। धूम्रपान से बचने के लिए हर स्तर पर प्रयास करें। उदाहरण के लिए अगर आपको अखबार पढ़ते समय धूम्रपान की आदत है तो इसके बजाय हाथ में एक कलम पकड़ने की आदत डाल सकते हैं। इससे बचने के लिए खुद को हर समय व्यस्त रखने की कोशिश करें और धीरे धीरे करके इस आदत से छुटकारा पाने का प्रयास करें। 

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