आर्थिक अपराध की विवेचना के तरीके बताए
जागरण संवाददाता, देहरादून: आर्थिक अपराधों की गुणवत्तापरक विवेचना से ही भ्रष्टाचार से संबंध्
जागरण संवाददाता, देहरादून:
आर्थिक अपराधों की गुणवत्तापरक विवेचना से ही भ्रष्टाचार से संबंधी सभी मामलों में आरोपितों को सख्त सजा दिलाई जा सकती है। यह बात सतर्कता मुख्यालय पर आयोजित गोष्ठी में निदेशक सतर्कता रामसिंह मीणा ने कही। इस दौरान सीबीआइ अधिकारियों ने आय से अधिक परिसंपत्तियों के मामलों की जांच के तरीके बताए।
निदेशक सतर्कता रामसिंह मीणा ने कहा कि विजिलेंस के ट्रैप की सफलता तभी है, जब वह आरोपित को अदालत से सजा दिलाने में कामयाब हो जाए। यह तभी संभव है जब टै्रप के बाद मामले की गहनता से विवेचना की जाए और आरोपित के खिलाफ अकाट्य साक्ष्य जुटा लिए जाएं। कार्यशाला के दूसरे दिन सीबीआइ के अधिकारियों ने विजिलेंस को ट्रैप के उपरांत संबंधित के पास आय से अधिक संपत्ति का मामला प्रकाश में आने पर गौर किए जाने वाले तथ्यों के बारे में विस्तार से बताया। सीबीआइ अधिकारियों ने कहा कि जब साक्ष्य कमजोर होते हैं तो उसे अदालत में प्रमाणित करने में काफी दिक्कतें पेश आती है। इसका फायदा अभियुक्त को भी मिल सकता है। गोष्ठी में एसपी विजिलेंस सैंथिल अबुदई कृष्णराज एस व अन्य अधिकारी मौजूद रहे। रिश्वत मांगने पर यहां दें सूचना
गोष्ठी में विजिलेंस विभाग ने रिश्वतखोरी के मामले में कम सूचनाएं आने का भी मुद्दा उठाया। सीबीआइ अधिकारियों ने कहा कि इसके लिए आम जन को विश्वास में लेने की जरूरत के साथ शिकायतकर्ता के नाम को गोपनीय रखना बेहद जरूरी है। एसपी विजिलेंस ने बताया कि विजिलेंस के टोल फ्री नंबर 18001806666 या वाट्सएप नंबर 9456592300 पर फोन से सूचना देने के साथ विजिलेंस के फेसबुक पेज या वेबसाइट के माध्यम से जानकारी साझा कर सकते हैं।