उपराष्‍ट्रपति वेंकैया नायडू बोले, आजादी के असली इतिहास को छिपाया गया

रुड़की के गांव कुंजापुर में स्वतंत्रता संघर्ष के शहीदों की स्मृति में आयोजित कार्यक्रम में उपराष्ट्रपति वैंकैया नायडू ने कहा कि देश के गौरवमई इतिहास से जनता को जानने नहीं दिया गया।

By Sunil NegiEdited By: Publish:Sat, 30 Nov 2019 07:42 AM (IST) Updated:Sat, 30 Nov 2019 08:21 PM (IST)
उपराष्‍ट्रपति  वेंकैया नायडू बोले, आजादी के असली इतिहास को छिपाया गया
उपराष्‍ट्रपति वेंकैया नायडू बोले, आजादी के असली इतिहास को छिपाया गया

देहरादून, जेएनएन। उप राष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने कहा कि आजादी के असली इतिहास को छिपाने का काम किया गया। जरूरत है कि नई पीढ़ी तक इतिहास की जानकारी पहुंचे। उन्होंने कहा कि आजादी के उन नायकों को पाठ्यक्रम में स्थान दिया जाना चाहिए। कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने को महान काम बताते हुए उप राष्ट्रपति ने देशवासियों की सराहना करते हुए कहा कि अयोध्या पर आए फैसले ने फिर साबित किया कि शांति और सौहार्द हमारी प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि शांति के लिए भी शक्ति का होना जरूरी है।

शनिवार को उत्तराखंड दौरे पर पहुंचे उप राष्ट्रपति वेंकैया नायडू रुड़की के पास कुंजा बहादुर गांव में शहीद राजा विजय सिंह स्मारक एवं कन्या शिक्षा प्रसार समिति की ओर से आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। कुंजा रियासत के राजा विजय सिंह ने वर्ष 1822 में अंग्रेजों के खिलाफ बिगुल फूंका और वर्ष 1824 में लड़ते हुए शहीद हो गए। इसके बाद अंग्रेजों ने उनके 44 अन्य साथियों को फांसी पर लटका दिया था। उपराष्ट्रपति ने कहा कि कुंजा बहादुरपुर के इतिहास को पाठ्यक्रम में शामिल किया जाना चाहिए। कहा कि वह देश में कश्मीर से लेकर कन्या कुमारी तक कुंजा बहादुरपुर गांव के गौरवमयी इतिहास के बारे में बताएंगे।

मातृभाषा को अपनाने पर जोर देते हुए नायडू ने कहा कि भाषा भावना से जुड़ी होती है। कहा कि अंग्रेजी या दूसरी भाषा सीखने में  कोई बुराई नहीं है, लेकिन अपनी भाषा भी पढ़ी जानी चाहिए। शासन-प्रशासन सरकारी गजट, आर्डर, लेटर को अंग्रेजी में जारी करता है, ये मातृभाषा में भी होने चाहिए। भाषाएं जिंदा रहेगी तो संस्कृति जिंदा रहेगी। युवाओं को पाश्चात्य जीवन शैली की बजाय भारतीय शैली अपनाने की नसीहत देते हुए उन्होंने कहा कि फूड हैबिट का बदलना खतरनाक है। कहा कि शाकाहारी हो या मांसाहारी, भारतीय खाना सर्वश्रेष्ठ है। उन्होंने कहा कि अधिकारों की बात करें, लेकिन कर्तव्य के बारे में भी सोचें। 

कार्यक्रम में मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने उप राष्ट्रपति को कुंजा बहादुरपुर के इतिहास से जुड़ी पुस्तक भेंट की। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि सरकार कुंजा बहादुर गांव में शहीद स्मारक का सौंदर्यीकरण कराएगी। कार्यक्रम को राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने भी संबोधित किया।

जीडीपी में आई गिरावट तात्कालिक

देहरादून में यूनिवर्सिटी ऑफ पेट्रोलियम एंड इनर्जी स्टडीज (यूपीईएस) के दीक्षा समारोह को संबोधित करते हुए उप राष्ट्रपति वैंकेया नायडू ने कहा कि भारत तेजी से विकास कर रहा है। उन्होंने कहा कि देश का सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में आयी गिरावट तात्कालिक  है। उन्होंने कहा कि इस गिरावट से देश की प्रगति का आकलन नहीं किया जा सकता। 

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उच्च शिक्षा पर उप राष्ट्रपति ने कहा कि कभी नालंदा और तक्षशिला जैसे प्रसिद्ध विश्वविद्यालय वाले देश में आज कोई भी यूनिवर्सिटी दुनिया के शीर्ष 200 विश्वविद्यालय में शुमार नहीं है। हमें चिंतन करने की जरूरत है। देश में युवाओं की बड़ी आबादी है और उनसे उम्मीदें भी हैं। युवाओं को तकनीकी के साथ नवाचार को लेकर भी आगे बढ़ना होगा। उनका मुकाबला सिर्फ भारत में नहीं, बल्कि पूरी दुनिया से है। दीक्षा समारोह में 3741 स्नातक और स्नातकोत्तर के छात्र-छात्राओं उपाधि प्रदान की गईं। इनमें दस छात्र-छात्राओं को स्वर्ण और 72 को रजत पदक से सम्मानित किया गया

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