पलायन रोकने को वृहद आंदोलन की जरूरत

पलायन को लेकर बातें बहुत हो चुकी हैं, अब जरूरत है योजनाएं बनाकर उनके क्रियान्वयन की। सुविधा संपन्न लोगों को आगे आकर पलायन प्रभावित क्षेत्रों में जाकर लोगों की मदद करनी होगी।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 09 Nov 2018 09:07 PM (IST) Updated:Fri, 09 Nov 2018 09:07 PM (IST)
पलायन रोकने को वृहद आंदोलन की जरूरत
पलायन रोकने को वृहद आंदोलन की जरूरत

जागरण संवाददाता, देहरादून: पलायन को लेकर बातें बहुत हो चुकी हैं, अब जरूरत है योजनाएं बनाकर उनके क्रियान्वयन की। सुविधा संपन्न लोगों को आगे आकर पलायन प्रभावित क्षेत्रों में जाकर लोगों की मदद करनी होगी। जोगीवाला के अलकनंदा एनक्लेव स्थित उत्तरांचल उत्थान परिषद के नवनिर्मित कार्यालय भवन सेवा निकेतन के लोकार्पण के मौके पर मौजूद वक्ताओं ने यह बातें रखी।

इस मौके पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय सह सेवा प्रमुख राजकुमार मटाले और कथा व्यास आचार्य शिव प्रसाद ममगाई ने परिषद के कायरें की प्रशंसा की। इस मौके पर मेरा गाव, मेरा तीर्थ विषय पर गोष्ठी आयोजित की गई। परिषद के अध्यक्ष प्रेम बुड़ाकोटी ने परिषद के कार्यो की जानकारी दी। कार्यक्रम में उत्तराखंड महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष सुशीला बलूनी ने कहा कि पहाड़ी क्षेत्रों में शिक्षा, स्वास्थ्य एवं रोजगार जैसी सुविधाएं जुटाने के बाद पलायन रुक जाएगा। उन्होंने कहा कि पलायन से जुड़ी समस्याओं को समाप्त करने के लिए एक आंदोलन की जरूरत है। कार्यक्रम में प्रांत प्रचारक युद्धवीर सिंह ने कहा कि पलायन की बात वे लोग करते हैं जो पलायन कर पहाड़ी क्षेत्रों से मैदानों में आ गए हैं। पलायन रोकने के लिए अब बातें बहुत हो गई हैं, समय आ गया है योजनाएं बनाकर उन पर क्रियान्वयन कराया जाए। डॉ. आरएन सिंह ने कहा कि संपन्न लोगों को पहाड़ों में जाकर निष्काम भावना से सेवा करनी चाहिए। इस मौके पर परिषद के महामंत्री राम प्रकाश पैन्यूली ने राज्य की समस्याओं पर प्रकाश डाला। इस दौरान हिमाजलि पत्रिका का विमोचन भी किया गया। कार्यक्रम में विधायक उमेश शर्मा, संयुक्त निदेशक उच्च शिक्षा हर्षवंती बिष्ट, सीएम के ओएसडी धीरज सिंह पंवार, सीएम के प्रतिनिधि आनंद सिंह रावत, सुरेंद्र नौटियाल, जोगेंदर पुंडीर, लक्ष्मण सिंह बिष्ट, जयमल सिंह नेगी आदि मौजूद रहे।

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