Uttarakhand Weather: लगातार बारिश से मसूरी में जन-जीवन अस्त-व्यस्त, सेवॉय होटल का पुश्ता गिरा; कई वाहन दबे
Uttarakhand Weather उत्तराखंड में फिर मौसम ने करवट बदल ली है। गुरुवार शाम से शुक्रवार शाम तक उत्तराखंड के कई इलाकों में बारिश का दौर जारी है। वहीं लगातार हो रही बारिश से सेवॉय होटल का पुश्ता गिर गया है मलबे में कई वाहन दब गए हैं।
टीम जागरण, मसूरी: Uttarakhand Weather: करीब 20 घंटे तक लगातार चली बारिश के दौरान मसूरी के भीड़भाड़ वाले क्षेत्र लाइब्रेरी बाजार स्थित होटल सेवॉय का पुश्ता गिरने से सड़क पर खड़े पांच वाहन मलबे में दब गए। संयोग यह रहा कि बारिश होने के चलते मार्ग पर लोगों की आवाजाही नहीं हो रही थी, जिससे बड़ी जनहानि बच गई।
जिस जगह पुश्ता गिरा, वहां सामान्य दिनों में भीड़भाड़ के साथ ही वाहनों की रेलमपेल रहती है। बारिश का पानी रिसने के कारण पुश्ता ढहना कारण माना जा रहा। पुलिस बल तथा अग्निशमन की टीम ने घटनास्थल पहुंचकर मलबा हटाकर यातायात सुचारू कराया। मसूरी में गुरुवार रात करीब नौ बजे से तेज बारिश जारी रहने से शुक्रवार सुबह से दोपहर तक जनजीवन पूरी तरह प्रभावित रहा।
सड़क किनारे खड़े पांच वाहन मलबे में दबकर क्षतिग्रस्त
इस बीच दोपहर में लाइब्रेरी बाजार के गांधी चौक से लगभग 250 मीटर आगे हैप्पीवैली रोड पर महर्षि बाल्मिकी मंदिर व कैंपटी स्टैंड के बीच होटल सेवॉय का पुश्ता भरभरा कर गिर गया। इसके कारण हैप्पीवैली रोड व ओएसिस-वैवरली पुराने मार्ग पर सड़क किनारे खड़े पांच वाहन मलबे में दबकर क्षतिग्रस्त हो गए। कैंपटी टैक्सी स्टैंड कार्यालय में मौजूद प्रत्यक्षदर्शी टैक्सी संचालकों ने बताया कि दोपहर करीब सवा दो बजे तेज आवाज के साथ पुश्ता गिरने से अफरा तफरी मच गई।
पुश्ता होटल सेवॉय के उत्तर दिशा के हिस्से में था, जिससे करीब पचास फीट का हिस्सा क्षतिग्रस्त हुआ है। पुश्ता गिरने का कारण अंदर मिट्टी का भराव किया जाना तथा लगातार हो रही बारिश के मिट्टी में पानी का रिसाव होना बताया जा रहा। पुश्ते के ऊपर बना होटल सेवॉय के टिन शेड का आधा हिस्सा भी क्षतिग्रस्त हो गया। पुश्ता ढहने से होटल के कुछ कमरों को भी खतरा पैदा हो गया है।
घटना की सूचना मिलने पर एसडीएम नंदन कुमार, पालिकाध्यक्ष अनुज गुप्ता व अधिशासी अधिकारी राजेश नैथानी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। शाम करीब पौने चार बजे जेसीबी के जरिये मलबा हटाने का काम शुरू कराया गया। पुश्ते की जद में आने से गौरव शर्मा, दयाल सिंह, गजे सिंह, महावीर सिंह तथा चरन सिंह के वाहन क्षतिग्रस्त हुए।
बड़ी जनहानि टली
लाइब्रेरी-हैप्पीवैली मार्ग पर अमूमन पूरे दिन यातायात का काफी दबाव रहता है और अकसर यहां जाम लगा रहता है। बारिश होने के कारण सामान्य आवाजाही नहीं हो रही थी। यही कारण रहा कि जिस वक्त पुश्ता गिरा, तब आवाजाही न होने से बड़ी जनहानि टल गई। पुश्ते की चपेट में आने से ऊर्जा निगम की 1100 वोल्ट की विद्युत लाइन भी क्षतिग्रस्त हो गई, जिससे आसपास के क्षेत्र में विद्युत आपूर्ति ठप रही।
मुख्यमंत्री ने आपदा प्रबंधन केंद्र में लिया स्थिति का जायजा
उत्तराखंड में मौसम के बिगड़े मिजाज और लगातार हो रही वर्षा को देखते हुए सरकार स्थिति पर बराबर नजर बनाए हुए है। इसी कड़ी में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी शुक्रवार देर शाम सचिवालय स्थित आपदा प्रबंधन केंद्र पहुंचे। उन्होंने प्रदेश में वर्षा के कारण उत्पन्न स्थिति की अधिकारियों के साथ समीक्षा की। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को सतर्क रहने और सचिव आपदा प्रबंधन को सभी जिलाधिकारियों से समन्वय बनाने के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि जिलाधिकारियों को उनकी जरूरत के आधार पर सहायता उपलब्ध कराई जाए। साथ ही सड़कों की मरम्मत में भी तेजी लाई जाए। चारधाम यात्रा के दृष्टिगत सभी तरह की व्यवस्था समय पर सुनिश्चित करने के निर्देश भी मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि आगामी चारधाम यात्रा में श्रद्धालुओं को स्वास्थ्य संबंधी किसी भी प्रकार की कठिनाई न हो, इसके लिए आवश्यक व्यवस्था समय पर करनी होगी। इस संबंध में उन्होंने भी केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री से बात की है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने पूर्ण सहयोग का आश्वासन दिया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में वर्षा के कारण किसानों को हुए नुकसान के आकलन के निर्देश कृषि विभाग को दिए गए हैं। किसानों की जो भी मदद जरूरी होगी, वह की जाएगी।उन्होंने कहा कि जोशीमठ सहित अन्य क्षेत्रों की वर्षा के दृष्टिगत निरंतर समीक्षा कर अधिकारियों को स्थिति पर नजर रखने को कहा गया है।
उन्होंने अधिकारियों को 24 घंटे सतर्क रहने के निर्देश देते हुए कहा कि भूकंप के अलावा ज्यादातर आपदाएं बरसात के मौसम में ही घटित होती रही हैं, लेकिन पिछले कुछ वर्षों से आपदाएं हर मौसम में आ रही हैं। इसे देखते हुए राज्य को आपदाओं का सामना करने के लिए विशेष तैयारी की आवश्यकता है। सचिव आपदा प्रबंधन डा रंजीत सिन्हा ने मुख्यमंत्री को प्रदेश में वर्षा से उत्पन्न स्थिति की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि वर्षा के कारण कोई जनहानि नहीं हुई है।
सड़क दुर्घटनाओं में टिहरी में दो लोगों की मृत्यु हुई, जबकि मसूरी में पार्किंग की दीवार गिरने से चार वाहन क्षत्रिग्रस्त हुए हैं। नैनीताल के रामनगर में बस के नदी के बहाव में आने से सवारियों को सुरक्षित बचा लिया गया। उन्होंने बताया कि उत्तरकाशी में आकाशीय बिजली गिरने से भेड़ बकरियों के नुकसान का मुआवजा वितरित कर दिया गया है। इस मौके पर अपर सचिव आपदा प्रबंधन सविन बंसल, रिद्धिम अग्रवाल सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।