उत्तराखंड रक्षा मोर्चा का यूकेडी में हुआ विलय, अब अनुशासन बनाए रखने पर जोर

उत्तराखंड रक्षा मोर्चा का विलय उत्तराखंड क्रांति दल (उक्रांद) में हो गया है जिसके बाद उक्रांद अब अनुशासन बनाए रखने पर जोर देगा।

By Raksha PanthariEdited By: Publish:Sat, 25 Jan 2020 03:09 PM (IST) Updated:Sat, 25 Jan 2020 03:09 PM (IST)
उत्तराखंड रक्षा मोर्चा का यूकेडी में हुआ विलय, अब अनुशासन बनाए रखने पर जोर
उत्तराखंड रक्षा मोर्चा का यूकेडी में हुआ विलय, अब अनुशासन बनाए रखने पर जोर

देहरादून, जेएनएन। उत्तराखंड रक्षा मोर्चा का विलय उत्तराखंड क्रांति दल (उक्रांद) में हो गया है। सर्किट हाउस में आयोजित उक्रांद की कार्य समिति की बैठक से पहले रक्षा मोर्चा से जुड़े पूर्व आइएएस अधिकारी सुरेंद्र सिंह पांगती, पीसी थपलियाल, ज्योति रावत, अनिरुद्ध काला आदि ने दल की सदस्यता ग्रहण की। 

शुक्रवार को केंद्रीय अध्यक्ष दिवाकर भट्ट के साथ पदाधिकारियों ने दल में शामिल होने वाले मोर्चा के लोगों का स्वागत किया। संभावना जताई जा रही है कि उक्रांद में पूर्व आइएएस सुरेंद्र सिंह पांगती को महत्वपूर्ण जिम्मेदारी मिल सकती है। पांगती का कहना है कि राज्य विकास की अवधारणा को लेकर उन्होंने उक्रांद में जाने का निर्णय लिया है, क्योंकि राज्य का विकास क्षेत्रीय दल ही कर सकता है। उनका कहना है कि राज्य गठन के बाद भी विकास के नाम पर हालात जस की तस है। राष्ट्रीय राजनीतिक दलों की प्राथमिकता में राज्य विकास से ज्यादा सत्ता लोलुपता रही है। वर्तमान की मांग है कि जिस मूल अवधारणा से पृथक राज्य का गठन हुआ था उसको हासिल करने के लिए एकजुट होकर संघर्ष करना होगा। 

उक्रांद अब अनुशासन बनाए रखने पर देगा जोर 

उत्तराखंड क्रांति दल की केंद्रीय कार्यसमिति की बैठक गढ़ी कैंट स्थित राज्य अतिथि गृह में हुई। दल के केंद्रीय अध्यक्ष दिवाकर भट्ट की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में संगठन को मजबूत बनाने पर विस्तार से चर्चा की गई। वहीं, दल में अनुशासन बनाए रखने पर भी जोर दिया गया। न्यूनतम वेतन 18 हजार रुपये करने की मांग को लेकर आंदोलन कर रही आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और पुरानी पेंशन बहाली की मांग कर रहे कार्मिकों के आंदोलन को समर्थन देते हुए आंदोलन की अग्रिम रणनीति तैयार करने पर भी बैठक में चर्चा हुई।  

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केंद्रीय अध्यक्ष दिवाकर भट्ट ने कहा कि गांव-गांव पहुंचकर दल को मजबूत करना होगा। यह तभी संभव है, जब हर पदाधिकारी-कार्यकर्ता पूरी लगन और एकजुटता के साथ कार्य करें। दल के शीर्ष नेता काशी सिंह ऐरी ने सुझाव दिया कि दल के राज्य भ्रमण के लिए प्रदेश, जनपद, तहसील व ब्लॉक स्तर पर आयोजित किए जाने वाले कार्यक्रमों की रूपरेखा तैयार की जाए। बैठक में दल के संरक्षक त्रिवेंद्र पंवार, बीडी रतूड़ी, पूर्व विधायक पुष्पेश

त्रिपाठी, हरीश पाठक, ब्रह्मानंद डालाकोटी, सुनील ध्यानी, विजय बौड़ाई आदि मौजूद रहे। 

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