इस गणतंत्र दिवस राजपथ पर नजर आएगी उत्तराखंड की खूबसूरत झांकी, केदारनाथ के भी होंगे दर्शन

Republic Day 2021 इस गणतंत्र दिवस को दिल्ली के राजपथ पर उत्तराखंड की झांकी नजर आएगी। झांकी के आगे के हिस्से में राज्य के सौंदर्य और वन्यजीवों को दर्शाया गया है। साथ ही चारधामों में से एक केदारनाथ धाम और वहां मौजूद संत भी झांकी का आकर्षण बने हुए हैं।

By Raksha PanthriEdited By: Publish:Tue, 05 Jan 2021 12:33 PM (IST) Updated:Tue, 05 Jan 2021 09:24 PM (IST)
इस गणतंत्र दिवस राजपथ पर नजर आएगी उत्तराखंड की खूबसूरत झांकी, केदारनाथ के भी होंगे दर्शन
इस गणतंत्र दिवस राजपथ में नजर आएगी उत्तराखंड की खूबसूरत झांकी।

राज्य ब्यूरो, देहरादून। Republic Day 2021  गणतंत्र दिवस के अवसर पर राजपथ पर होने वाली परेड में इस बार उत्तराखंड की झांकी 'केदारखंड' भी नजर आएगी। इस झांकी में केदारघाटी की भव्यता व दिव्यता को दर्शाया जाएगा। इसमें केदारनाथ मंदिर परिसर के साथ ही राज्य पशु कस्तूरी मृग, राज्य पक्षी मोनाल और राज्य पुष्प ब्रह्मकमल को प्रदर्शित किया जाएगा।

गणतंत्र दिवस के अवसर पर नई दिल्ली में राजपथ पर होने वाली गणतंत्र दिवस परेड में विभिन्न राज्यों की झांकियां आकर्षण का केंद्र बनती हैं। केंद्र सरकार सभी राज्यों से आए झांकियों के माडल को देखने के बाद कुछ राज्यों की झांकी को मंजूरी प्रदान करती है। बीते वर्ष उत्तराखंड ने बटर फेस्टिवल पर आधारित माडल भेजा था, जिसे स्वीकृति नहीं मिली थी। इस बार केदारखंड के माडल को स्वीकृति मिल गई है। इस तरह राज्य गठन के बाद अब 12 वीं बार उत्तराखंड की झांकी राजपथ पर होने वाली परेड का हिस्सा बनेगी। सूचना महानिदेशक डा मेहरबान सिंह बिष्ट ने बताया कि रक्षा मंत्रालय ने छह बैठकों के बाद उत्तराखंड की झांकी को गणतंत्र दिवस परेड में शामिल किया है। विभाग के उप निदेशक केएस चौहान ने झांकी की थीम, डिजाइन, माडल तथा संगीत का प्रस्तुतिकरण किया। उन्होंने बताया कि इस वर्ष 32 राज्य एवं केंद्रशासित प्रदेशों ने अपनी झांकी के माडल भेजे थे, जिसमें से 17 राज्यों की झांकी का चयन किया गया।

इससे पूर्व 2003 में फूलदेई, वर्ष 2005 में नंदा देवी राजजात, वर्ष 2006 में फूलों की घाटी, वर्ष 2007 में कार्बेट नेशनल पार्क, वर्ष 2009 में साहसिक पर्यटन, वर्ष 2010 में कुंभ मेला हरिद्वार, वर्ष 2014 में जड़ी-बूटी, वर्ष 2015 में केदारनाथ, वर्ष 2016 में रम्माण, वर्ष 2018 में ग्रामीण पर्यटन तथा वर्ष 2019 में अनाशक्ति आश्रम विषयों पर आधारित उत्तराखंड की झांकियों का प्रदर्शन राजपथ पर किया जा चुका है।

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