उत्तराखंड चुनाव 2022: अधिकांश सीटों पर तस्वीर साफ, विधानसभा क्षेत्रों में अपनी रणनीति को धार देने में जुटे प्रत्याशी

उत्तराखंड विधानसभा चुनाव 2022 अधिकांश सीटों पर टिकटों की तस्वीर साफ होने के साथ ही भाजपा और कांग्रेस के प्रत्याशी विधानसभा क्षेत्रों में अपनी चुनावी रणनीति को धार देने में जुट गए हैं। इस कड़ी में वे अपने उन विश्वासपात्र व्यक्तियों से निरंतर सलाह मशविरा कर आगे बढ़ रहे हैं।

By Raksha PanthriEdited By: Publish:Tue, 25 Jan 2022 04:35 PM (IST) Updated:Tue, 25 Jan 2022 04:35 PM (IST)
उत्तराखंड चुनाव 2022: अधिकांश सीटों पर तस्वीर साफ, विधानसभा क्षेत्रों में अपनी रणनीति को धार देने में जुटे प्रत्याशी
उत्तराखंड चुनाव 2022: अधिकांश सीटों पर तस्वीर साफ।

राज्य ब्यूरो, देहरादून। उत्तराखंड विधानसभा चुनाव 2022 के लिए अधिकांश सीटों पर टिकटों की तस्वीर साफ होने के साथ ही भाजपा और कांग्रेस के प्रत्याशी विधानसभा क्षेत्रों में अपनी चुनावी रणनीति को धार देने में जुट गए हैं। इस कड़ी में वे अपने उन विश्वासपात्र व्यक्तियों से निरंतर सलाह मशविरा कर आगे बढ़ रहे हैं, जो अब तक उनकी राजनीतिक जमीन को खाद-पानी देने का काम करते आए हैं। इसके साथ ही सभी प्रत्याशियों को अपने-परायों की पहचान भी हो चुकी है। चुनाव प्रचार के लिए दलों की रणनीति तो पहले ही तैयार है, अब प्रत्याशी और उनके समर्थक स्वयं भी अपने-अपने क्षेत्रों की स्थिति के हिसाब से रणनीति को धरातल पर आकार देने में जुट गए हैं। सबका एक ही लक्ष्य है और वह है येन-केन-प्रकारेण जीत।

उत्तराखंड में विधानसभा की कुल 70 सीटें हैं। भाजपा 59 सीटों पर प्रत्याशी घोषित कर चुकी है तो कांग्रेस 64 सीटों पर। इसके साथ ही दोनों राजनीतिक दलों ने चुनाव में जीत के लिए बिसात बिछा दी है और महारथियों को मोर्चे पर तैनात कर दिया है। प्रत्याशी भी अपने-अपने विधानसभा क्षेत्र और वहां की परिस्थितियों के हिसाब से सूक्ष्म स्तर तक की रणनीति बनाने में जुट गए हैं। इसके लिए वे विधानसभा क्षेत्रों में मौजूद अपने सिपहसलारों के साथ बैठक इस तरह की रणनीति को आकार देने में जुट गए हैं, जिससे विधानसभा क्षेत्र के प्रत्येक मतदाता तक अपनी बात पहुंचाई जा सके।

प्रत्याशियों और उनके प्रमुख रणनीतिकारों ने विधानसभा क्षेत्रों के प्रबुद्धजनों के साथ ही उन प्रभावशाली व्यक्तियों संग बैठकों का दौर प्रारंभ कर दिया है, जिनका समाज में प्रभाव है। दोनों ही दलों के प्रत्याशी प्रभावशाली व्यक्तियों से संपर्क कर उनसे आशीर्वाद मांग रहे हैं। यही नहीं, त्रिस्तरीय नगर व ग्रामीण निकायों के पंचायत प्रतिनिधियों के साथ भी बैठकों का क्रम शुरू कर दिया गया है। महिला व युवक मंगल दलों को भी साथ लेने में प्रत्याशी व उनके समर्थक जुट गए हैं। इसके अलावा पार्टी कार्यकर्त्ताओं के साथ बेहतर समन्वय के साथ चुनावी रणनीति को धार देने के प्रयास तेज कर दिए गए हैं। साफ है कि 31 जनवरी को नामांकन प्रक्रिया पूरी होने के बाद एक फरवरी से सभी विधानसभा क्षेत्रों में चुनाव प्रचार जोर पकड़ेगा।

भाजपा प्रवक्ता सुरेश जोशी ने कहा, यह स्वाभाविक है कि प्रत्याशी घोषित होने के बाद वे भी अपने हिसाब से चुनाव की रणनीति बनाते हैं। जहां तक भाजपा की बात है तो प्रत्याशी से लेकर बूथ स्तर तक के कार्यकत्र्ता, सभी पार्टी की जीत के लिए जी-जान से जुट गए हैं।

प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता राजीव महर्षि ने कहा कि कांग्रेस प्रदेश में अधिकांश सीटों पर अपने प्रत्याशी घोषित कर चुकी है। पार्टी नेतृत्व, प्रत्याशी और कार्यकर्त्ता बेहतर समन्वय के साथ चुनाव में जीत के लिए जुटे हैं।

यह भी पढ़ें- उत्तराखंड चुनाव 2022: ससुर हरक सिंह के दम पर अनुकृति ने जीती टिकट की लड़ाई, रह चुकी हैं मिस इंडिया ग्रैंड इंटरनेशनल

chat bot
आपका साथी