चंद्रभागा नदी तट पर पार्किंग के लिए हुआ सर्वेक्षण

कुंभ मेला चार धाम यात्रा और कांवड़ यात्रा के दौरान आने वाली पार्किंग की समस्या से निजात दिलाने के लिए प्रशासनिक स्तर पर कवायद शुरू हो गई है। एमडीडीए नगर निगम तहसील प्रशासन और वन विभाग ने चंद्रभागा नदी के किनारे नई पार्किंग के लिए स्थलीय निरीक्षण किया।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 19 Feb 2020 09:22 PM (IST) Updated:Wed, 19 Feb 2020 09:22 PM (IST)
चंद्रभागा नदी तट पर पार्किंग के लिए हुआ सर्वेक्षण
चंद्रभागा नदी तट पर पार्किंग के लिए हुआ सर्वेक्षण

जागरण संवाददाता, ऋषिकेश :

कुंभ मेला, चार धाम यात्रा और कांवड़ यात्रा के दौरान आने वाली पार्किंग की समस्या से निजात दिलाने के लिए प्रशासनिक स्तर पर कवायद शुरू हो गई है। एमडीडीए, नगर निगम, तहसील प्रशासन और वन विभाग ने चंद्रभागा नदी के किनारे नई पार्किंग के लिए स्थलीय निरीक्षण किया। जिसकी रिपोर्ट जिलाधिकारी को भेजी जाएगी।

योग नगरी ऋषिकेश में पार्किंग एक बड़ी समस्या बन गई है। जिससे निदान के लिए जिला प्रशासन ने पहल शुरू कर दी है। जिलाधिकारी देहरादून के निर्देश पर चार विभागों के अधिकारियों ने बुधवार को चंद्रभागा नदी के किनारे भविष्य में बनने वाली पार्किंग के लिए भूमि का स्थलीय निरीक्षण किया। जिला प्रशासन की मंशा कुंभ मेला,चार धाम यात्रा, कावड़ यात्रा और पर्व विशेष पर यहां आने वाले श्रद्धालुओं के लिए पर्याप्त पार्किंग व्यवस्था उपलब्ध कराना है। जिलाधिकारी के निर्देश पर मुख्य नगर आयुक्त नरेंद्र सिंह क्वीरियाल, एमडीडीए के सचिव एसएल सेमवाल, उप जिलाधिकारी प्रेमलाल, एसडीएफ वन एसएस मार्तोलिया ने अधीनस्थ अधिकारियों के साथ प्रस्तावित पार्किंग स्थल का निरीक्षण किया। मुख्य नगर आयुक्त नरेंद्र सिंह क्वीरियाल ने बताया कि लक्ष्मण झूला रोड चंद्रभागा पुल से लेकर गंगा तट पक्के घाट तक पर्याप्त स्थान है। यहां करीब 10 मीटर चौड़ी पार्किंग बनाई जा सकती है। जिसके लिए टीम ने फीजिबिलिटी रिपोर्ट बनाने का काम शुरू कर दिया है। एनजीटी के आदेश पर चंद्रभागा नदी से अतिक्रमण हटाया गया था। अगर यहां पार्किंग बनती है तो नगर निगम को आय के साथ साथ अतिक्रमण की समस्या से भी निजात मिलेगी। यहां करीब 200 वाहन एक साथ खड़े हो सकते हैं। मुख्य नगर आयुक्त ने बताया कि इंद्रमणि बडोनी चौक के समीप चंद्रभागा पुल से लेकर चार धाम यात्रा बस अड्डे तक चंद्रभागा नदी के किनारे भी पार्किंग बनाने की संभावना तलाशी गई। यह पूरी भूमि वन विभाग के अंतर्गत आती है। हमारा वन विभाग के साथ इस संबंध में मेजरमेंट भी हुआ है। उन्होंने बताया कि नदी के किनारे पहले से संपर्क मार्ग बना हुआ है। जिसे पूरी तरह से तैयार करने के बाद इसी के बगल में पार्किंग बनाई जाएगी। उन्होंने बताएगी इस संबंध में भूमि संबंधी जो भी समस्या है। उसका वक्त पर निस्तारण कर लिया जाएगा।

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