बर्फबारी से जौनसार-बावर में जन-जीवन प्रभावित

संवाद सूत्र, त्यूणी : मंगलवार सुबह से जौनसार-बावर में जारी बर्फबारी के चलते सामान्य जन-जीवन बुर

By JagranEdited By: Publish:Tue, 22 Jan 2019 08:07 PM (IST) Updated:Tue, 22 Jan 2019 08:07 PM (IST)
बर्फबारी से जौनसार-बावर में जन-जीवन प्रभावित
बर्फबारी से जौनसार-बावर में जन-जीवन प्रभावित

संवाद सूत्र, त्यूणी : मंगलवार सुबह से जौनसार-बावर में जारी बर्फबारी के चलते सामान्य जन-जीवन बुरी तरह प्रभावित है। रेकार्ड बर्फबारी से त्यूणी-चकराता-मसूरी हाईवे बंद हो गया। जिससे सीमांत तहसील त्यूणी व चकराता क्षेत्र के सौ से अधिक गांवों का संपर्क तहसील व जिला मुख्यालय से कट गया। बर्फबारी से क्षेत्र के करीब दो सौ गांवों में बिजली व संचार सेवा ठप है। जिससे लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। हाईवे व ब्रांच मार्ग बंद होने से ऊंचाई वाले इलाकों में रसद पहुंचाने में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।

मौसम के करवट बदलने से ऊंचाई वाले इलाकों में मंगलवार सुबह से बर्फबारी जारी है। पर्यटन स्थल चकराता, नागथात, लोखंडी, कोटी-कनासर, बुल्हाड़, मुंडाली, खंडबा, कथियान, देववन व मोल्टा समेत आसपास के ऊंचे इलाके बर्फ की सफेद चादर से ढ़क गये। चकराता में करीब दो फुट और लोखंडी में चार फुट बर्फ पड़ने से जौनसार-बावर की लाइफ लाइन कहे जाने वाले त्यूणी-चकराता-मसूरी हाईवे बंद हो गया। भारी बर्फबारी से लोग घरों में कैद हो गये। जिससे ऊंचाई इलाकों में कंडमाण, कांडोई-भरम व शिलगांव क्षेत्र के दूर-दराज वाले दर्जनों गांवों में रसद आपूर्ति की बड़ी समस्या है। प्रभावित लोगों ने प्रशासन से हाईवे व संपर्क मार्ग खुलवाने की मांग की है। वहीं, एसडीएम चकराता अपूर्वा सिंह ने कहा बर्फबारी से प्रभावित ग्रामीण इलाकों में सड़क, बिजली व संचार व्यवस्था बनाने को त्यूणी व चकराता के दोनों तहसीलदारों को ऊर्जा निगम, लोनिवि व संचार निगम अधिकारियों के साथ समन्वय स्थापित करने को कहा है। हाइटेंशन लाइन टूटने से सौ गांवों में बिजली ठप

त्यूणी : साहिया से त्यूणी के बीच बिछाई गई 33केवीए विद्युत हाइटेंशन लाइन के ऊपर मंगलवार को बर्फबारी होने से पेड़ गिर गया। जिससे हाइटेंशन लाइन की तार पोल से टकराने से विद्युत पोल जल गया। बर्फबारी के चलते कुछ जगह हाईटेंशन लाइन क्षतिग्रस्त होने से त्यूणी बाजार, गेट बाजार, पर्यटन नगरी हनोल, अटाल, कथियान, देवघार, शिलगांव, फनार, केराड़, कांडोई-भरम, कंडमाण, कोटी-कनासर, सावड़ा, मशक, जाड़ी समेत आसपास के करीब दो सौ गांवों की बत्ती गुल हो गई। बिजली नहीं होने से सैकड़ों ग्रामीण परिवार माघ-मरोज पर्व पर अंधेरे में रात गुजारने को मजबूर हैं। वहीं, एसडीओ ऊर्जा निगम अशोक कुमार ने कहा भारी बर्फबारी के चलते पाथुवा के पास हाईटेंशन टूटने से एक पोल जल गया। जबकि कई जगह लाइन क्षतिग्रस्त होने से क्षेत्र के त्यूणी व सावड़ा बिजलीघर से जुड़े कई गांवों में विद्युत आपूर्ति प्रभावित है। चकराता-त्यूणी में दर्जनभर मोबाइल टावर ठप

बर्फबारी के चलते जौनसार-बावर के नागथात, चकराता, रामताल गार्डन, लोखंडी-लोहरी, त्यूना, कोटी-डांडा, सैंज-तराणू, बागी, हनोल, कथियान-हरटाड़,चिल्हाड़ समेत क्षेत्र के दर्जनभर मोबाइल टावर मंगलवार सुबह से ठप हैं। इससे करीब दो सौ गांवों में मोबाइलों ने काम करना बंद कर दिया है। जिससे हजारों ग्रामीण उपभोक्ताओं के मोबाइल फोन महज शोपीस बने हैं। संचार सेवा ठप पड़ने से बर्फबारी प्रभावित दूरदराज के ग्रामीण इलाकों में रह रहे लोगों का संपर्क देश-दुनिया से कट गया। वहीं, एजीएम मोबाइल राजेंद्र ¨सह चौहान ने कहा रेकॉर्ड बर्फबारी से ऊंचाई वाले ग्रामीण इलाकों में लगे मोबाइल टावर बिजली नहीं होने व तकनीकि समस्या के चलते ठप हैं। कई गांवों में टूटे बर्फबारी के रेकार्ड

मंगलवार सुबह से जारी बर्फबारी के चलते चकराता क्षेत्र के कई गांवों में दशकों पुराना रिकार्ड टूट गया। स्थानीय लोगों की माने तो बुरास्वा पंचायत समेत आसपास के कुछ अन्य गांवों में मंगलवार करीब बीस साल बाद बर्फ पड़ने से ग्रामीणों के चेहरे खिल उठे। लोगों ने माघ-मरोज पर्व का जश्न बर्फबारी के साथ मनाया।

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