Mahashivratri 2024: महाशिवरात्रि के लिए सजने लगे उत्तराखंड के शिवालय, 72 साल बाद बन रहा अद्भुत संयोग

Mahashivratri 2024 महादेव की उपासना व साधना का दिन आ गया है। कल शिवरात्रि के पावन अवसर पर उत्तराखंड के मंदिर सजने लगे है। टपकेश्वर में 10 दिवसीय मेले के अलावा रायपुर क्लेमेनटाउन व प्रेमनगर में भी भव्य मेला लगेगा। टपकेश्वर में 10 दिवसीय मेले के अलावा रायपुर क्लेमेनटाउन व प्रेमनगर में भी भव्य मेला लगेगा। इस मेले में श्रद्धालुओं के लिए खास व्यवस्था की गई है।

By Jagran NewsEdited By: Swati Singh Publish:Thu, 07 Mar 2024 01:23 PM (IST) Updated:Thu, 07 Mar 2024 01:23 PM (IST)
Mahashivratri 2024: महाशिवरात्रि के लिए सजने लगे उत्तराखंड के शिवालय, 72 साल बाद बन रहा अद्भुत संयोग
महाशिवरात्रि के लिए सजने लगे उत्तराखंड के शिवालय

जागरण संवाददाता, देहरादून। महादेव की उपासना व साधना का पर्व महाशिवरात्रि आठ मार्च को मनाया जाएगा। इसके लिए दून के शिवालयों में तैयारियों के साथ ही विभिन्न क्षेत्रों में मेले को भी अंतिम रूप दिया जा रहा है। टपकेश्वर में 10 दिवसीय मेले के अलावा रायपुर, क्लेमेनटाउन व प्रेमनगर में भी भव्य मेला लगेगा।

वहीं, मंदिरों में शिवभक्तों की भीड़ को देखते हुए मंदिर समितियों से जुड़े सेवादार व्यवस्था बनाएंगे। अधिकांश मंदिरों में मध्यरात्रि से पूजा के बाद जल चढ़ना शुरू हो जाएगा। दिनभर पूजा के साथ ही जलाभिषेक, रुद्राभिषेक होगा। धार्मिक सामाजिक संगठनों की ओर से मंदिर परिसर में भंडारे की व्यवस्था की जाएगी।

कल से शुरू होगा 10 दिवसीय शिवरात्रि मेला

श्री टपकेश्वर महादेव मंदिर के मैदान में सबसे बड़ा 10 दिवसीय शिवरात्रि मेला आठ मार्च से शुरू होगा। यहां की भांग-ठंडई और भांग-पकौड़े का प्रसाद काफी प्रसिद्ध है। दूर-दराज से आए शिव भक्त यह प्रसाद ग्रहण करते हैं और भोले बाबा का गुणगान करते हैं।

श्रद्धालुओं का रखा जाएगा विशेष ध्यान

मंदिर के 108 श्री कृष्णा गिरी महाराज ने बताया कि श्रद्धालुओं का विशेष ध्यान रखते हुए इस बार पुलिस के साथ ही सेवादार भी जगह जगह तैनात रहेंगे। इसके अलावा 32 सीसीटीवी कैमरे से से जगह जगह नजर रहेगी। मंदिर में दर्शन के लिए वीआईपी गेट भी जगह बनाया जाएगा। मेले के लिए एंबुलेंस व चिकित्सकों की टीम तैनात रहेगी। वहीं रायपुर सिद्धपीठ शिव मंदिर में सात से शुरू होगा मेला सिद्धपीठ शिव मंदिर रायपुर रोड में सात मार्च दोपहर से दो दिवसीय मेला शुरू होगा।

मंदिर के पंडित अंकित मिश्रा ने बताया कि मध्यरात्रि से मंदिर के कपाट श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए जाएंगे। ब्रह्म मुहूर्त में भगवान शिव का रुद्राभिषेक के बाद जलाभिषेक किया जाएगा। दोपहर, शाम व रात्रि पूजा के बाद शृंगार होगा। बताया कि मंदिर को सजाने की तैयारी चल रही है। शिवरात्रि पर श्रद्धालुओं की भीड़ अधिक रहती है इसको देखते हुए विभिन्न धार्मिक संगठनों से जुड़े सेवादार भी व्यवस्था बनाने में सहयोग करेंगे।

क्लेमेनटाउन व प्रेमनगर में भी होगा भव्य आयोजन

क्लेमेनटाउन स्थित पिपलेश्वर महादेव मंदिर में महाशिवरात्रि पर मेला लगेगा। मंदिर समिति के सचिव दीपक नेगी ने बताया कि सुबह ढ़ाई बजे रुद्राभिषेक के बाद श्रद्धालु जलाभिषेक करेंगे। वहीं प्रेमनगर के दशहरा ग्राउंड में महावीर सेवा समिति की ओर से दो दिवसीय शिवरात्रि मेला लगाया जाएगा। समिति के मीडिया प्रभारी रवि भाटिया ने बताया कि ग्राउंड को रंगीन लाइटों से सजाया गया है। मेले में बच्चों के लिए झूले से लेकर बड़ों की खरीदारी के लिए विभिन्न स्टाल लगाए जाएंगे।

महाशिवरात्रि पर जलाभिषेक को यहां भी उमड़ेंगे श्रद्धालु

पृथ्वीनाथ महादेव मंदिर सहारनपुर चौक, जंगम शिवालय पलटन बाजार, कमलेश्वर महादेव मंदिर जीएमएस रोड, नर्वदेश्वर मंदिर डानलनवाला, प्राचीन शिव मंदिर धर्मपुर, आदर्श मंदिर पटेलनगर, श्याम सुंदर मंदिर पटेलनगर।

72 वर्ष के बाद बन रहा अद्भुत संयोग, रखा जाएगा प्रदोष व्रत

आचार्य डा. सुशांत राज के मुताबिक शिवरात्रि फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष चतुर्दशी तिथि को मनाई जाती है। जो आठ मार्च को पड़ रही है। इस दिन शुभ योग में सर्वार्थ सिद्धि योग, शिव योग व चतुर्गही योग बन का अद्भुत संयोग 72 वर्ष के बाद बाद बन रहा है। इस दिन प्रदोष व्रत भी रखा जाएगा।

इस तरह करें पूजन

सुबह व्रत धारण कर मिट्टी के लोटे में पानी या दूध भरकर ऊपर से बेलपत्र, धतूरे के फूल, चावल आदि डालकर शिवलिंग पर चढ़ाएं। अगर आस-पास कोई शिव मंदिर नहीं है तो घर में ही मिट्टी का शिवलिंग बनाकर पूजन करें। शिवपुराण का पाठ और महामृत्युंजय मंत्र का जाप करें। शिवरात्रि के व्रत में व्रतधारियों को चावल, दाल और गेहूं का सेवन नहीं करना चाहिए। फल, दूध और चाय पी सकते हैं। रात को भगवान शिव की अराधना कर व्रत खोलें।

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