मौत की बसों में सफर कर रहे हैं मासूम, बिन लाइसेंस हैं चालक

शहर में प्रतिष्ठित स्कूलों की बसें बगैर फिटनेस के चल रहीं और हैरत वाली बात ये कि इनके चालकों के पास ड्राइविंग लाइसेंस भी नहीं है।

By Sunil NegiEdited By: Publish:Fri, 04 May 2018 03:25 PM (IST) Updated:Fri, 04 May 2018 10:44 PM (IST)
मौत की बसों में सफर कर रहे हैं मासूम, बिन लाइसेंस हैं चालक
मौत की बसों में सफर कर रहे हैं मासूम, बिन लाइसेंस हैं चालक

देहरादून, [जेएनएन]: बच्चों को परिवहन सेवा देने के नाम पर परिजनों से मोटी फीस वसूलने वाले स्कूल प्रबंधन मासूमों की जान खतरे में डाल रहे हैं। यह खुलासा गुरूवार को परिवहन विभाग के चेकिंग अभियान में हुआ। हालात ये है कि प्रतिष्ठित स्कूलों की बसें बगैर फिटनेस के चल रहीं और हैरत वाली बात ये कि इनके चालकों के पास ड्राइविंग लाइसेंस भी नहीं है। ऐसी दस स्कूल बसें, वैन, ई-रिक्शा व ऑटो सीज कर दिए गए, जबकि 85 अन्य स्कूली वाहनों के चालान किए गए।

शहर में नियम तोड़कर बेधड़क दौड़ रहे व बच्चों की जान से खिलवाड़ करने वाले स्कूली वाहनों पर बाल आयोग ने शासन से नाराजगी जताई तो परिवहन विभाग को हरकत में आना पड़ा। परिवहन सचिव डी. सेंथिल पांडियन के आदेश पर गुरूवार को आरटीओ सुधांशु गर्ग, एआरटीओ प्रशासन अरविंद पांडे और एआरटीओ प्रवर्तन रश्मि पंत के निर्देशन में गठित पांच टीमों ने एक ही समय पर अलग-अलग मार्गों पर बच्चों को ले जाने वाली बसों, वैन, ऑटो आदि वाहनों की चेकिंग की।

एआरटीओ पांडे ने जीएमएस रोड, गढ़ीकैंट और आइएसबीटी पर तीन प्रतिष्ठित स्कूलों की बसों को जब रोका तो उनकी फिटनेस जांच ही नहीं थी। इतना ही नहीं चालकों के पास डीएल तक नहीं मिले। इसी तरह एआरटीओ रश्मि पंत को भी हरिद्वार रोड पर बिना फिटनेस और डीएल के दौड़ती हुई बसें मिलीं। परिवहन कर अधिकारी रत्नाकर सिंह व स्वेता रौथाण की टीमों ने भी ऐसे वाहन पकड़े।

चेकिंग में निजी वैन स्कूली बच्चों को ढोते पकड़ी गईं। ई-रिक्शा भी नियम ताक पर रखकर बच्चों का परिवहन कर रहे थे। आरटीओ ने बताया कि नियम तोडऩे वाले हर वाहन के विरुद्ध कार्रवाई की गई। इनकी हालत ये थी कि बच्चे भेड़-बकरियों की तरह से ठूंसे हुए मिले। अभियान शुक्रवार को भी जारी रहेगा। 

इन आरोपों में हुई कार्रवाई

आरोप----------------------------वाहन

बिना परमिट---------------------17

बिना फिटनेस--------------------16

बिना बीमा------------------------15

बिना डीएल-----------------------32

ओवरलोडिंग----------------------13

मानक के विपरीत---------------11

भौतिक दशा खराब--------------02

फस्र्ट एड बॉक्स नहीं-----------27

अग्निशमन यंत्र नहीं------------13

निजी वाहन प्रयोग--------------01

चार के परमिट होंगे निरस्त

चेकिंग के बाद एआरटीओ ने चार वाहनों के परमिट निरस्त करने, पांच चालकों का डीएल निलंबित करने और एक वाहन की फिटनेस निरस्त करने की संस्तुति की है। 

ओवरलोडिंग पर डीएल निलंबित

मानक से अधिक सवारी बैठाकर चलने वाले व्यवसायिक वाहन चालकों की अब खैर नहीं है। ओवलोडिंग के कारण हो रहे हादसों को गंभीरता से लेते हुए एआरटीओ पांडे ने ओवरलोड वाहनों को सीज करने के साथ ही चालक का ड्राइविंग लाइसेंस तीन माह निलंबित करने को कहा है। ऐसे पांच चालकों के विरुद्ध गुरूवार को डीएल निलंबित करने की संस्तुति की गई। 

स्कूली वाहनों में मनमानी 

-12 माह में से करीब तीन माह स्कूल बंद रहने के बावजूद लेते हैं पूरे 12 माह की स्कूल बस फीस

-बच्चे अगर अपने वाहन से आए तो स्कूल परिसर में नहीं करने देते पार्किंग

-बसों में सीटों से दोगुनी क्षमता में बैठाए जाते हैं बच्चे

-आटो और वैन में क्षमता से तीन गुना ज्यादा बच्चे बैठाए जाते हैं

-अनाड़ी चालकों के भरोसे होती है मासूमों की जान

-बच्चों को निजी वैन या आटो में न भेजें

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