ट्रेनों में लटककर यात्रा करने को मजबूर हुए यात्री
देहरादून रेलवे स्टेशन से शनिवार को लिंक एक्सप्रेस हावड़ा एक्सप्रेस उपासना एक्सप्रेस और राप्ती गंगा एक्सप्रेस पूरी तरह से पैक होकर रवाना हुई।
जागरण संवाददाता, देहरादून : देहरादून रेलवे स्टेशन से शनिवार को लिंक एक्सप्रेस, हावड़ा एक्सप्रेस, उपासना एक्सप्रेस और राप्ती गंगा एक्सप्रेस पूरी तरह से पैक होकर रवाना हुई। होली पर घर जाने वाले लोगों का आलम यह था कि लोग ट्रेनों के दरवाजों पर लटकर कर यात्रा करने को मजबूर थे। स्टेशन प्रबंधन ने 12 मार्च तक अधिकांश ट्रेनों में अतिरिक्त कोच बढ़ाने की मांग की है।
पूर्वी उत्तरप्रदेश और बिहार जाने वाले अधिकाश यात्री राप्ती गंगा, हावड़ा व उपासना एक्सप्रेस से सफर करते हैं। देहरादून से मंगलवार, गुरुवार और शनिवार को चलने वाली राप्ती गंगा एक्सप्रेस का रिजर्वेशन चार महीने पहले ही फुल हो गया था। इस ट्रेन में दो डिब्बे जनरल के हैं और यह ट्रेन पैक होकर स्टेशन से रवाना हुई। इसके अलावा रात आठ बजे जाने वाली हावड़ा एक्सप्रेस भी यात्रियों से पैक होकर रवाना हुई, जबकि दोपहर 3:25 बजे जाने वाली देहरादून-मुजफ्फरपुर राप्ती गंगा एक्सप्रेस भी यात्रियों से खचाखच भरी रही। इन तीनों ट्रेनों में यात्रियों की खासी भीड़ रही। स्टेशन निदेशक गनेश चंद ठाकुर ने बताया कि शनिवार को स्टेशन पर यात्रियों का काफी अधिक भीड़ रही। उन्होंने बताया कि होली तक ट्रेनों में यही स्थिति रहेगी। देहरादून से जाने वाली सभी ट्रेनों में रिजर्वेशन पूरी तरह से फुल हैं। अतिरिक्त कोच की डिमांड की गई है।
स्लीपर में जनरल व एसी में स्लीपर जैसे हाल
शुक्रवार को दून से रवाना हुई हावड़ा एक्सप्रेस की स्लीपर डिब्बे में जनरल व थर्ड एसी में स्लीपर जैसे हाल थे। दूसरी ओर जनरल डिब्बे में तो पैर रखने की जगह नहीं थी। जिस कारण स्टेशन पर यात्री परेशान दिखे। खासकर महिला और बच्चों को खासी दिक्कतें उठानी पड़ी।
नौ घंटे लेट पहुंची लिंक एक्सप्रेस
इलाहाबाद से चलकर कानपुर के रास्ते देहरादून आने वाली इलाहाबाद-देहरादून लिंक एक्सप्रेस अपने दोपहर एक बजकर पंद्रह मिनट तय समय से नौ घंटे लेट पहुंची। जिससे यात्रियों व उन्हें लेने पहुंचे परिवार वालों को परेशानी का सामना करना पड़ा। स्टेशन निदेशक गनेश चंद ठाकुर ने बताया कि लिंक एक्सप्रेस तय समय से नौ घंटे लेट पहुंची।