अगलाड़ नदी में धूमधाम से मनाया गया राजमौण मेला, पकड़ी मछलियां

यमुनोत्री नेशनल हाईवे पर बहने वाली अगलाड़ नदी में राजमौण मेला धूमधाम से मनाया गया। इसमें लगभग आठ हजार से अधिक ग्रामीण मछलियां पकड़ने एक साथ अगलाड़ नदी में उतरे।

By Sunil NegiEdited By: Publish:Wed, 28 Jun 2017 06:52 PM (IST) Updated:Wed, 28 Jun 2017 09:17 PM (IST)
अगलाड़ नदी में धूमधाम से मनाया गया राजमौण मेला, पकड़ी मछलियां
अगलाड़ नदी में धूमधाम से मनाया गया राजमौण मेला, पकड़ी मछलियां

मसूरी, [जेएनएन]: यमुनोत्री नेशनल हाईवे पर बहने वाली अगलाड़ नदी में राजमौण मेला धूमधाम से मनाया गया। इसमें जौनपुर ब्‍लॉक, जौनसार व मसूरी सहित समीपवर्ती इलाकों के लगभग आठ हजार से अधिक ग्रामीण मछलियां पकड़ने एक साथ अगलाड़ नदी में उतरे। इसमें करीब 5000 किलो से अधिक मछलियां पकडी गईं।

अगलाड़ पुल से लगभग चार किमी ऊपर की ओर मौणकोट नामक स्थान पर आज दोपहर एक बजे सभी पांतीदारों की मौजूदगी में ढोल दमाऊ और रणसिंघे की गूंज के साथ टिमरू पाउडर से तिलक किया गया। लगभग पांच मन टिमरू पाउडर नदी में डाला गया। इसके साथ ही सभी ग्रामीण नदी में मछलियां पकड़ने के लिए कूद पड़े। 

नदी का जलस्तर बढ़ा होने के कारण टिमरू पाउडर तेजगति से बहने लगा। इससे मौणाइयों को परेशानी हो रही थी। नदी की बीच धारा में मौणाइयों के हाथ कम मछलियां लगीं, लेकिन नदी के दोनों छोरों पर अधिकांश मौणाई मछलियां पकड़ने में कामयाब हुए। कुण्डियाड़ा, फटियाड़ा और जाल से मछलियां पकड़ने वालों के पास ज्यादा मछलियां देखी गईं। 

अधिकांश मौणाइयों के पास छोटी मछलियां थी, लेकिन अनेकों के पास डेढ से दो किलो तक की मछलियां भी थीं। यमुना नदी के मुकाबले अगलाड़ नदी का पानी ज्यादा मटमैला नहीं था। इससे यमुना की बड़ी मछलियां अगलाड़ में आई होंगी। मौणाई मौणकोट से यमुना के मुहाने तक मछलियों का शिकार करते रहे और राजमौण मेला शांतिपूर्वक संपन्न हो गया।

इससे पूर्व पांतीदार लालूर पट्टी के मौणाई नैनबाग में गाजेबाजे के साथ एकत्रित हुए और सिलवाड़ पट्टी के मौणाइयों के साथ अगलाड के लिए नाचते गाते हुए रवाना हुए। मौणमेले में मसूरी पालिकाध्यक्ष मनमोहन सिंह मल्ल सहित अनेकों जनप्रतिनिधि भी शामिल हुए।

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