उत्तराखंड में फिर झमाझम बारिश, केदारनाथ, बदरीनाथ व गंगोत्री यात्रियों को रोका

उत्तराखंड में मानसून के दस्तक देने के बाद से ही गुरुवार को समूचे उत्तराखंड में बारिश हो रही है। लगातार बारिश से सुरक्षा के मद्देनजर केदारनाथ यात्रियों को सोनप्रयाग समेत विभिन्न यात्रा पड़ावों पर आगे जाने से रोक दिया गया है। बारिश थमने के बाद ही वे आगे जा सकेंगे।

By BhanuEdited By: Publish:Thu, 25 Jun 2015 09:45 AM (IST) Updated:Thu, 25 Jun 2015 05:03 PM (IST)
उत्तराखंड में फिर झमाझम बारिश, केदारनाथ, बदरीनाथ व गंगोत्री यात्रियों को रोका

देहरादून। उत्तराखंड में मानसून के दस्तक देने के बाद से ही गुरुवार को समूचे उत्तराखंड में हो रही लगातार बारिश के साथ ही लोगों की फजीहत बढ़ गई है। बदरीनाथ व गंगोत्री हाईवे कई स्थानों पर अवरुद्ध हो गए। ऐसे मे गंगोत्री, बदरीनाथ व केदारनाथ के यात्रियों को सुरक्षा के लिहाज से विभिन्न स्थानों पर रोका गया है।

पांडुकेश्वर से बदरीनाथ तक रडांग, लामबगड़ समेत चार स्थानों में मलबे से हाईवे अवरुद्ध होने पर बदीरनाथ के यात्रियों को गोचर से लेकर बदरीनाथ तक विभिन्न यात्रा पड़ावों में रोका गया है। साथ ही हेमकुंड के यात्रियों को भी सुरक्षा के लिहाज से आगे बढ़ने से रोक दिया। गौचर से लेकर बदरीनाथ व हेमकुंड में करीब आठ हजार से अधिक यात्री हैं ।

लगातार बारिश के चलते उत्तरकाशी में सुक्खी के समीप भूस्खलन से गंगोत्री हाईवे दोपहर करीब सवा दो बजे बंद हो गया। इससे सुक्की से गंगोत्री तक छह सौ यात्री भटवाड़ी मे रोके गए हैं। गुरुवार की सुबह से ही कुमाऊ मंडल के साथ ही देहरादून, हरिद्वार समेत गढ़वाल के सभी पर्वतीय जिलों में बारिश हो रही है।

केदारनाथ जाने वाले करीब छह सौ यात्रियों को सोनप्रयाग में प्रशासन ने रोक दिया। वहीं गौरीकुंड, लिनचोली, भीमबली यात्रा पड़ावों समेत केदारनाथ में करीब 12 सौ से अधिक यात्रियों को रोका गया है। फिलहाल बारिश थमने का इंतजार किया जा रहा है।
पौड़ी जनपद में भी लगातार बारिश के चलते धुमाकोट-डाडामंडी के बीच रपटा बहने से ऋषिकेश से यमकेश्वर होकर धुमाकोट तक जाने वाला मोटर मार्ग अवरुद्ध हो गया है। इसके साथ ही पौड़ी जनपद के करीब बारह संपर्क मार्ग अवरुद्ध हो गए। ऋषिकेश में लगातार बारिश से बरसाती नाले उफान पर आ गए।

देहरादून में कई स्थानों पर जलभराव से लोगों की दिक्कतें बढ़ गई। सुभाषनगर के प्रतापनगर इलाके में नाले की सफाई न होने सेे लोगों के घरों में पानी घुस गया। वहीं ऋषिकेश में लक्ष्मण झूला रोड पर जलभराव से लोग परेशान रहे। टिहरी झील में का जलस्तर सुबह 743.25 मीटर दर्ज किया गया। साथ ही बांध से 296 क्यूमेक्स पानी छोड़ा गया। वहीं, हरिद्वार में गंगा खतरे के निशान से साठ सेंटीमीटर बह रही है।
कुमाऊ में नैनीताल के साथ ही चंपावत, अल्मोड़ा में बारिश हो रही है। चंपावत में बारिश के चलते टनकपुर चम्पावत हाईवे पर धौन व बेलखेत में मलवा आने के चलते गुरुवार की सुबह करीब तीन घंटे तक वाहन सड़क पर फंसे रहे। इस दौरान पुलिस ने टनकपुर से आ रहे वाहनों को चौकी के बैरियर पर रोक दिया। सुबह करीब नौ बजे यातायात सामान्य हो गया था। साथ ही जिले के नदी नाले उफान पर हैं।

पिथौरागढ़ जिले भर में बुधबार की रात से भारी बारिश हो रही है। मुनस्यारी में 34 एमएम बारिश दर्ज की गई। गोरी नदी उफान पर है। बसंतकोट में गोरी नदी में बना पुल बह गया । इससे दर्जनों गांव अलग थलग पड़ गए।

सुरक्षा के लिहाज से रोके गए यात्री
सरकार ने दावा किया कि चारधाम यात्रा को रोका नहीं गया, बल्कि सुरक्षा के लिहाज से यात्रियों को विभिन्न स्थाननों पर ठहराया गया है। मुख्यमंत्री के मीडिया प्रभारी सुरेंद्र कुमार ने कहा कि लगातार हो रही बरसात में यात्रियों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए चारधाम यात्रियों को कुछ समय के लिए कुछ स्थानों पर ठहराया गया है। मौसम के अनुकूल होते ही यात्रियों को आगे जाने दिया जाएगा। चारधाम यात्रा अनवरत जारी है। उन्होंने बताया कि जिलाधिकारियों को निर्देश दिये गए है कि जहां-जहां पर पर मार्ग अवरूद्ध हो रहे है, उन्हें अविलंब खोला जाए। सुरक्षित स्थानों पर ठहराए गए यात्रियों के रहने व खाने की पूरी व्यवस्था हो। उन्हें किसी प्रकार की असुविधा ना हो।

अलर्ट जारी
हलद्वानी। जिला प्रशासन ने भारी बरसात की चेतावनी के चलते अलर्ट जारी किया है। गौला, नंधोर, कोसी सहित अन्य नदियो नालो के किनारे नहीं जाने की लोगों को हिदायत की गई है। मौसम विभाग की चेतावनी पर जिलाधिकारी दीपक रावत ने सभी अधिकारियो के अवकाश रद कर दिए। उन्होंने कहा कि बिना अनुमति के अधिकारी मुख्यालय नहीं छोड़ेगे। साथ ही सभी एसडीएम अपने परगने में आपदा नियंत्रण चौकी का निरीक्षण करने को कहा है।

पैदल पुल बहा

नई टिहरी। भिलंगना नदी के उफान पर आने से भिलंगना ब्लॉक में घनसाली और सिमली को जोड़ने वाला पैदल पुल बह गया है। इससे लोगों की फजीहत बढ़ गई है। अब लोगों को पांच किलोमीटर का अतिरिक्त सफर तय करना पड़ेगा।
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