परिवर्तन महारैली में प्रधानमंत्री ने चुनावी मुद्दों की दिखाई झलक

पीएम नरेंद्र मोदी का जिस तरह उनका संबोधन उत्तराखंड पर केंद्रित रहा, उससे साफ हो गया कि आगामी विधानसभा चुनाव के समर में भाजपा के तरकश में कौन-कौन से तीर रहेंगे।

By BhanuEdited By: Publish:Wed, 28 Dec 2016 01:30 PM (IST) Updated:Wed, 28 Dec 2016 08:27 PM (IST)
परिवर्तन महारैली में प्रधानमंत्री ने चुनावी मुद्दों की दिखाई झलक

देहरादून, [विकास धूलिया] प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी यूं तो 12 हजार करोड़ की चारधाम ऑल वेदर रोड (चारधाम राजमार्ग विकास परियोजना) की सौगात देवभूमि को दे गए, लेकिन जिस तरह उनका संबोधन उत्तराखंड पर केंद्रित रहा, उससे साफ हो गया कि आगामी विधानसभा चुनाव के समर में भाजपा के तरकश में कौन-कौन से तीर रहेंगे।

नोटबंदी जैसे ज्वलंत मुद्दे पर मोदी खूब बोले मगर जिस तरह उन्होंने इस सैन्य बहुल सूबे की नब्ज छूने की सफल कोशिश की, उसने पार्टी के चुनावी मुद्दों की झलक दिखा दी।

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प्रधानमंत्री ने उत्तराखंड से अपने पुराने रिश्तों को जिक्र करते हुए कहा, 'मैं देवभूमि के आशीर्वाद से ही पला बढ़ा हूं।' अब देवभूमि में आकर प्रधानमंत्री जैसी शख्सियत कुछ ऐसा कहे तो जनमानस को छुएगा ही। उत्तराखंड में सेवारत और सेवानिवृत्त सैनिकों की तादाद बहुत बड़ी है, तो प्रधानमंत्री मोदी ने वन रैंक वन पेंशन लागू करने का ब्योरा देते हुए न केवल भाजपा को इनका हितैषी साबित किया, बल्कि कांग्रेस पर भी निशाना साधने से नहीं चूके कि किस तरह 40 साल तक राज करने वाले परिवार ने इस विषय में कुछ भी नहीं किया।

हाल ही में आरंभ की गई उज्ज्वला योजना के जरिये निम्न तबके के अंतर्गत आने वाले घरों में भी घरेलू गैस पहुंचाने का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि यहां चूल्हे के धुएं से मां-बहनों के शरीर में चार सौ सिगरेट का धुआं जाता है, हमने उन्हें इससे मुक्ति दिलाई।

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साफ है कि यह योजना भाजपा के चुनावी एजेंडे का महत्वपूर्ण हिस्सा बनने जा रही है। उत्तराखंड में बेरोजगारी की समस्या विकराल है तो मोदी ऑल वेदर रोड के जरिये रोजगार सृजन का भरोसा बंध गए। साथ ही कहा, अब पहाड़ की जवानी और पहाड़ का पानी अब पहाड़ के काम भी आएगा। यही नहीं, श्रेणी तीन व चार के पदों के लिए साक्षात्कार खत्म करने का भी उन्होंने वादा किया।

नौ नवंबर 2000 को, जब उत्तराखंड देश के मानचित्र पर 27वें राज्य के रूप में वजूद में आया, उस वक्त अटल बिहारी वाजपेयी प्रधानमंत्री थे। लिहाजा, अलग राज्य के निर्माण की मांग पूरी करने का श्रेय भाजपा का बनता भी है। यह बात दीगर है राज्य गठन के डेढ़ साल बाद हुए पहले विधानसभा चुनाव में भाजपा इसका कोई फायदा नहीं उठा पाई थी।

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अब सत्ता में वापसी की कोशिशों में जुटी भाजपा के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस बात को उठाकर एक और मौका जुटा दिया, यह कहकर, अटल बिहारी वाजपेयी ने उत्तराखंड दिया, हम उसे उत्तम उत्तराखंड बनाएंगे।

प्रदेश सरकार पर साधा निशाना

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में कई दफा प्रदेश की कांग्रेस सरकार को भी निशाने पर लिया। मौजूद भारी भीड़ को देख मोदी ने कटाक्ष किया, भीड़ का संकेत साफ है कि उत्तराखंड विकास के लिए इंतजार नहीं करना चाहता।

आगे उन्होंने कहा कि बिना योजना के पत्थर लगाते जाओगे तो क्या होगा। गौरतलब है कि मुख्यमंत्री हरीश रावत ने एक दिन पहले ही देहरादून में एक साथ लगभग साढ़े पांच हजार योजनाओं का शिलान्यास किया था।

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