चौथी मंजिल से गिरकर महिला की मौत का मामला, चौकीदार समेत परिजनों के बयान दर्ज

बिल्डिंग से गिरकर संदिग्ध परिस्थितियों में हुई विवाहिता की मौत के मामले में पुलिस ने चौकीदार के साथ ही परिजनों के बयान दर्ज किए।

By Raksha PanthariEdited By: Publish:Wed, 16 Oct 2019 05:17 PM (IST) Updated:Wed, 16 Oct 2019 05:17 PM (IST)
चौथी मंजिल से गिरकर महिला की मौत का मामला, चौकीदार समेत परिजनों के बयान दर्ज
चौथी मंजिल से गिरकर महिला की मौत का मामला, चौकीदार समेत परिजनों के बयान दर्ज

देहरादून, जेएनएन। वसंत विहार में बीते शनिवार विजयपार्क स्थित चार मंजिला बिल्डिंग से गिरकर संदिग्ध परिस्थितियों में हुई विवाहिता की मौत के मामले में पुलिस मंगलवार को पूरे दिन सीसीटीवी फुटेज खंगालती रही। वही, बिल्डिंग के चौकीदार के भी फिर से बयान लिए गए, लेकिन पुलिस का कहना है कि अभी तक आरती के साथ दीपक और दुर्गेश के अलावा किसी और के आने और जाने की पुष्टि नहीं हो रही है। फिलहाल जांच जारी है। पुलिस ने मंगलवार को आरोपितों के डीएनए सैंपल लेने की प्रक्रिया शुरू की, ताकि दुष्कर्म की बात सामने आने पर सैंपल से स्थिति स्पष्ट की जा सके। 

बता दें कि आरती पत्नी श्याम कनौजिया निवासी श्रीदेव सुमननगर की बीते शनिवार की देर रात संदिग्ध परिस्थितियों में विजय पार्क की स्थित हरियाणा डेयरी की चार मंजिला बिल्डिंग से गिरकर मौत हो गई थी। आरती के पिता का आरोप है कि उसे उसके मित्र दीपक और दुर्गेश ने धक्का देकर छत से नीचे फेंका है। आरती की हत्या की गई है। हालांकि पुलिस ने इस मामले में आरोपितों के खिलाफ अभी गैर इरादतन हत्या का मुकदमा ही दर्ज किया है। जबकि सोमवार को आरती के माता पिता ने कैंट विधायक हरबंस कपूर से मिलकर आरोप लगाया था कि घटना में दो तीन लोग और भी शामिल थे।

इसके बाद से पुलिस इस एंगल को भी बारीकी से जांच रही है कि शनिवार की रात आरती के साथ कौन-कौन उस बिल्डिंग में आया था। फिलहाल एसओ बसंत विहार नत्थी लाल उनियाल का कहना है कि अब तक जितने भी सीसीटीवी कैमरों की फुटेज देखी गई है, उसमे दीपक दुर्गेश और आरती ही आते जाते दिखाई दे रहे हैं। वहीं चौकीदार के फिर से बयान दर्ज किए गए हैं। इसके साथ ही आरती के माता पिता और पति के भी बयान लिए गए हैं। मामले को गंभीरता को देखते हुए दीपक और दुर्गेश के डीएनए सैंपल कलेक्ट कराए जा रहे हैं। 

विस अध्यक्ष के निजी सचिव से साइबर ठगी की जांच शुरू 

विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल के निजी सचिव रवि बिष्ट से हुई ठगी के मामले में साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन ने जांच शुरू कर दी है। हालांकि अभी मामले में मुकदमा दर्ज नहीं हुआ है। 

पीडि़त पक्ष के अनुसार, एक बीमा पालिसी की किश्त के भुगतान को लेकर उन्होंने बीते तीन अक्टूबर को बीमा कपनी के कस्ट्मर केयर के बताए नंबर पर 51,126 रुपये यूपीआई के जरिये भेजे थे, लेकिन यह रकम संबंधित बैंक खाते में जमा नहीं हुई।

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एसबीआइ में इसकी शिकायत दर्ज कराई और फिर कस्टमर केयर पर बात की। इस बार कहा गया कि उन्हें एक मेसेजे भजा जा रहा, जिसे फारवर्ड कर दें। यह करने के बाद उनके खाते से 4,47,967 रुपये और निकल गए। साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन ने मामले में कोलकाता पुलिस से भी संपर्क साधा है, क्योंकि जिस नम्बर से रवि बिष्ट को एसएमएस आया था, उसकी लोकेशन कोलकाता में मिल रही है। 

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