केदारनाथ की दिव्यता और भव्यता को आकार लेते देखेंगे पीएम मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को यहां की वादियां अक्सर खींच लाती हैं। प्रकाश पर्व पर नमो केदारनाथ धाम आ रहे हैं, जहां करीब पौने दो घंटे रुकेंगे।

By Edited By: Publish:Tue, 06 Nov 2018 03:00 AM (IST) Updated:Wed, 07 Nov 2018 09:20 PM (IST)
केदारनाथ की दिव्यता और भव्यता को आकार लेते देखेंगे पीएम मोदी
केदारनाथ की दिव्यता और भव्यता को आकार लेते देखेंगे पीएम मोदी

देहरादून, [राज्य ब्यूरो]: इसे बाबा केदार के प्रति अगाध आस्था कहें या फिर देवभूमि से खास लगाव, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को यहां की वादियां अक्सर खींच लाती हैं। प्रकाश पर्व पर नमो केदारनाथ धाम आ रहे हैं, जहां करीब पौने दो घंटे रुकेंगे। 

इस दौरान वह पूजा अर्चना के बाद उनके सपने के अनुरूप नए कलेवर में संवर रही केदारपुरी में चल रहे पुनर्निर्माण कार्यों को देखेंगे। इनमें केदारपुरी में मंदाकिनी व सरस्वती नदियों पर बने संगम घाट के साथ ही पूरे हो चुके बाढ़ सुरक्षा कार्य शामिल हैं। 

प्रधानमंत्री का आधिकारिक कार्यक्रम राज्य सरकार को मिल चुका है। प्रधानमंत्री बनने के बाद इस छोटे से हिमालयी राज्य में नमो का यह 10 वां दौरा है। यह संभावना भी जताई जा रही कि केदारनाथ के बाद प्रधानमंत्री चीन सीमा पर भारतीय सेना की किसी चौकी में कुछ वक्त सैनिकों के साथ बिता सकते हैं। 

राज्य सरकार को मिले प्रधानमंत्री के आधिकारिक कार्यक्रम के मुताबिक वह देहरादून के जौलीग्रांट एयरपोर्ट से 10 बजे केदारनाथ धाम पहुंचेंगे। बाबा केदार के दर्शन के बाद वह करीब सवा घंटे तक केदारपुरी में चल रहे पुननिर्माण कार्यों का निरीक्षण करेंगे। बता दें कि केदारपुरी का पुनर्निर्माण नमो के ड्रीम प्रोजेक्ट में शुमार है। 

पिछले साल केदारनाथ दौरे के दरम्यान पांच कार्यों का शिलान्यास किया था। इसके तहत केदारपुरी में मंदाकिनी व सरस्वती नदियों के संगम पर घाट, बाढ़ सुरक्षा प्रबंधन और जल निकासी के मार्ग से संबंधित कार्य पूरे हो चुके हैं। 

माना जा रहा इन कार्यों का निरीक्षण करने के साथ ही जो कार्य चल रहे हैं, उनके संबंध में कुछ दिशा-निर्देश राज्य सरकार को दे सकते हैं। गौरतलब है कि प्रधानमंत्री मोदी का उत्तराखंड हिमालय की कंदराओं से दशकों पुराना नाता रहा है। 

एक दौर में उन्होंने केदारनाथ के पास गरुड़चट्टी में साधना की थी। इसके बाद भी उनका केदारनाथ आना -जाना लगा रहा। जून 2013 के जलप्रलय के समय वह गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में यहां आए थे। 2014 के लोस चुनाव में उन्होंने प्रदेश में चार जनसभाओं को संबोधित किया। 

प्रधानमंत्री बनने के बाद मोदी सबसे पहले 11 सितंबर 2015 को निजी दौरे पर ऋषिकेश के दयानंद आश्रम आए और अपने गुरु से मुलाकात की। तब से वह हर साल ही उत्तराखंड आ रहे हैं। 

राज्य विधानसभा के चुनाव से ठीक पहले 27 दिसंबर 2016 को प्रधानमंत्री ने देहरादून में चारधाम को जोड़ने वाली ऑल वेदर रोड परियोजना की सौगात दी थी। फरवरी 2017 में उन्होंने हरिद्वार, रुद्रपुर, पिथौरागढ़ व श्रीनगर में चुनावी सभाओं को संबोधित किया। 

इसके बाद तीन मई 2017 को केदारनाथ के कपाट खुलने के अवसर पर वह उपस्थित रहे। पाच अक्टूबर को मसूरी स्थित लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासनिक अकादमी आए। 20 अक्टूबर को केदारनाथ के कपाट बंद होने के अवसर पर भी प्रधानमंत्री पहुंचे थे। 

26 व 27 अक्टूबर को उन्होंने दो दिन मसूरी में लाल बहादुर शास्त्री प्रशासनिक अकादमी में प्रशिक्षु आइएएस के साथ बिताए। इस वर्ष अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के राष्ट्रीय कार्यक्रम के लिए प्रधानमंत्री ने उत्तराखंड को चुना और देहरादून से देश-दुनिया को योग का संदेश दिया। 

इस साल देहरादून में सात व अक्टूबर को राज्य की पहली इन्वेस्टर्स समिट का प्रधानमंत्री ने ही उद्घाटन किया। अब वह दीपावली पर केदारनाथ आ रहे हैं, जो राज्य में उनका 10 वां दौरा है। संभवत: ऐसा पहली बार है, जब किसी प्रधानमंत्री ने इस छोटे से हिमालयी राज्य के इतने दौरे कर तवज्जो दी है।

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