पिथौरागढ़ उपचुनावः किशोर ने हरीश को बताया मजबूत प्रत्याशी, हरदा ने किया पलटवार

पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष किशोर उपाध्याय ने पिथौरागढ़ उपचुनाव में पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत को मजबूत प्रत्याशी बताया। इस पर हरीश रावत ने पलटवार किया और मयूख महर की पैरवी की।

By Edited By: Publish:Mon, 28 Oct 2019 09:41 PM (IST) Updated:Tue, 29 Oct 2019 08:42 PM (IST)
पिथौरागढ़ उपचुनावः किशोर ने हरीश को बताया मजबूत प्रत्याशी, हरदा ने किया पलटवार
पिथौरागढ़ उपचुनावः किशोर ने हरीश को बताया मजबूत प्रत्याशी, हरदा ने किया पलटवार

देहरादून, राज्य ब्यूरो। पिथौरागढ़ सीट पर उपचुनाव में हाथ आजमाने को कांग्रेस के भीतर दावेदारों में होड़ के बीच दिग्गज नेताओं की बयानबाजी ने टिकट की जंग को रोचक बना दिया है। पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष किशोर उपाध्याय ने इस उपचुनाव में पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत को मजबूत प्रत्याशी बताते हुए उन्हें टिकट देने की पैरवी कर डाली। वहीं सोशल मीडिया पर अपनी पोस्ट में पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने पूर्व विधायक मयूख महर को उपचुनाव के लिए सर्वोत्तम उम्मीदवार और चुनाव लड़ने का हकदार करार दिया। उपचुनाव को लेकर मयूख महर की ना-नुकुर देखते हुए हरदा ने ये भी कहा कि महर उनका अनुरोध नहीं टालेंगे। 

पिथौरागढ़ विधानसभा सीट के लिए उपचुनाव 25 नवंबर को होगा। यह सीट काबीना मंत्री प्रकाश पंत के निधन से रिक्त हुई है। इस सीट पर कांग्रेस से पूर्व विधायक मयूख महर को मजबूत दावेदार और उम्मीदवार दोनों माना जाता है। महर वर्ष 2017 में हुए विधानसभा चुनाव में प्रकाश पंत से मामूली अंतर से पराजित हुए थे। 

उपचुनाव को लेकर मयूख महर के अनिच्छा जताने के बाद कांग्रेस में दावेदारों के बीच होड़ लगी है। पार्टी के मुख्य प्रवक्ता मथुरादत्त जोशी टिकट के लिए दावेदारी कर चुके हैं। इस संबंध में वह पार्टी के शीर्ष नेताओं से मुलाकात भी कर रहे हैं। 

सूत्रों के मुताबिक पूर्व सांसद महेंद्र सिंह माहरा भी चुनाव लड़ने की इच्छा जता चुके हैं। हालांकि उन्होंने सार्वजनिक तौर पर कुछ भी कहने के बजाय प्रदेश नेतृत्व को संदेश भिजवाना ज्यादा उचित समझा है। इस मामले में नया मोड़ आ गया। 

पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष किशोर उपाध्याय ने एक बयान में पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत को उपचुनाव में कांग्रेस का उम्मीदवार बनाने की पैरवी कर डाली। किशोर ने कहा कि हरीश रावत चुनाव लड़ते हैं तो वह उनके लिए चुनाव प्रचार करेंगे। 

किशोर के इस बयान के बाद पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने सोशल मीडिया पर अपनी पोस्ट में उपचुनाव में मयूख महर को प्रत्याशी बनाने के समर्थन में उतर पड़े। उन्होंने कहा कि 2017 में मयूख महर की हार विकास के ऊपर बड़ा आघात थी। उन्हें भरोसा है कि पिथौरागढ़ का जनमानस उपचुनाव में महर के साथ खड़ा होगा। 

इशारों में किशोर पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि वह दूसरों के लिए स्थान बनाते रहे हैं, हक कल्मी नहीं करते। वह शारीरिक रूप से ऐसी स्थिति में नहीं हैं कि बहुत चुनावी राजनीति में भाग ले सकें। मयूख महर उम्मीदवार होंगे तो वह कम से कम पांच से सात दिन पिथौरागढ़ में प्रवास करेंगे। 

मानव बम डिटेक्ट, हरकत हुई तो फट पड़ेगा

पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने पूर्व विधायकों की खरीद-फरोख्त के स्टिंग मामले में फिर टिप्पणी की। सोशल मीडिया पर अपनी पोस्ट में उन्होंने कहा कि त्रिवेंद्र सरकार का जीरो टॉलरेंस का मुखौटा दरक रहा है। उन्होंने कहा कि सीबीआइ के नैनीताल हाईकोर्ट में अरजेंसी एप्लिकेशन फाइल करने को लेकर उन्होंने त्वरित टिप्पणी करते हुए त्रिवेंद्र सरकार में मानव बम का उल्लेख किया था। बम तो डिटेक्ट हो चुका है। सीबीआइ कुछ और मानव बमों से परिचित है। 

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दलबदल के पूरे प्रकरण में वह महज इत्तफाकन उलझ गए, वास्तविक किरदार तो अभी बाहर हैं। जीरो टॉलरेंस के उद्घोषक को गूंगा, बहरा व आंख मूदा होना पड़ेगा। वह जानते हैं कि कुछ भी हरकत की तो मानव बम फट पड़ेगा। भारतीय लोकतंत्र का एक अत्यधिक कलंकपूर्व षडयंत्र सत्य देश के सम्मुख आ जाएगा। ऐसे में भाजपा की चुप्पी समझ में आती है। अन्य पक्ष भी संयुक्त परिवार की उस छोटी बहू का आचरण कर रहे हैं, जिसे हर हालत में जेठ के सम्मुख घूंघट निकाल कर चुप रहना है।

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