तारबाड़ में फंसकर मादा गुलदार हुर्इ जख्मी, चौकी लाकर किया गया इलाज

जि‍ले के रायवला क्षेत्र में दहशत का पर्याय बना एक गुलदार पिंजरे में फंसा है। गुलदार को मोतीचूर रेंज ले जाने की तैयारी की जा रही है।

By Sunil NegiEdited By: Publish:Sun, 23 Dec 2018 11:01 AM (IST) Updated:Sun, 23 Dec 2018 09:08 PM (IST)
तारबाड़ में फंसकर मादा गुलदार हुर्इ जख्मी, चौकी लाकर किया गया इलाज
तारबाड़ में फंसकर मादा गुलदार हुर्इ जख्मी, चौकी लाकर किया गया इलाज

देहरादून, जेएनएन। राजाजी टाइगर रिजर्व की मोतीचूर रेंज के अंर्तगत रायवाला मिलिट्री कैंट के आयुध भंडार के सघन तारबाढ़ में फंसने से एक मादा गुलदार बुरी तरह से जख्मी हो गई। घायल गुलदार को कोयलपुरा चौकी में रखा गया है जहां उसका इलाज किया जा रहा है। पार्क अधिकारियों के मुताबिक गुलदार मादा है और उसकी उम्र करीब तीन वर्ष है। 

रविवार सुबह आयुध भंडार की निगरानी करने वाले सैन्य कर्मियों ने तारबाड़ में गुलदार फंसे होने की सूचना सेना अधिकारी के माध्यम से वन विभाग को दी। मौके पर पहुंचे राजाजी टाइगर रिजर्व के कर्मियों ने गुलदार को ट्रेंकुलाइज कर तारबाड़ से मुक्त किया और पिंजरे की मदद से मोतीचूर रेंज लाए। पार्क निदेशक सनातन ने बताया कि गुलदार मादा है। संभवत सुबह के वक्त तारबाड़ पार कर रही थी। सेना की तारबाड़ काफी सघन है। वह इसे पार नही कर पाई और उसके शरीर का पिछला हिस्सा तार-बाढ़ उलझ गया।

खुद को मुक्त कराने के लिए उसने काफी संघर्ष किया है जिससे उसके नाखून टूट गए। पंजे व शरीर का पिछला हिस्सा काफी जख्मी है। अभी इलाज किया जा रहा है। फिलहाल ठीक होने तक उसे कोयलपुरा चौकी में ही एक बड़े पिंजरे में रखा जाएगा। यह आदमखोर गुलदार नहीं है। बता दें कि रायवाला क्षेत्र में आदमखोर गुलदार भी सक्रिय है। गुलदार को पकड़ने के लिए इन दिनों वन कर्मियों की प्रशिक्षित टीम लगाई गई है। क्षेत्र में कई जगहों पर पिंजरे भी लगाए गए हैं, ताकि आदमखोर को पकड़कर जा सके। लेकिन वह अभी तक वन कर्मियों को सफलता नहीं मिली है। 

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