वाहनों की छतों पर खतरे का सफर
संवाद सूत्र साहिया जौनसार क्षेत्र में बूढ़ी दिवाली की खरीदारी को बाजारों में रौनक है। जौन
संवाद सूत्र, साहिया: जौनसार क्षेत्र में बूढ़ी दिवाली की खरीदारी को बाजारों में रौनक है। जौनसार में प्राइवेट व परिवहन निगम की बसें नाममात्र होने की वजह से ग्रामीण वाहनों की छतों पर बैठकर खतरेभरा सफर करने को मजबूर हैं। सोमवार को साहिया क्षेत्र के कई रूटों पर ओवरलोड वाहन खूब दौड़ते दिखे। सैकड़ों लोग सार्वजनिक परिवहन सेवा की कमी के चलते छोटे लोडर वाहनों में भर-भरकर गए। वहीं जोखिम भरा सफर करने को मजबूर ग्रामीण जनता की शिकायत के बाद भी जिम्मेदार अनदेखा कर रहें है, जिससे क्षेत्र के लोगों में विभागीय अधिकारियों के प्रति रोष है।
जौनसार-बावर के प्रवेश द्वार कहे जाने वाले कालसी गेट से ही ओवरलोडिग शुरू हो जाती है। जौनसारी बूढ़ी दिवाली नजदीक होने की वजह से लोग खरीददारी को बाजारो में उमड़ने लगे हैं। हालत यह है कि बसों में सफर करके विकासनगर पहुंचे अधिकांश लोग कालसी गेट व हरिपुर के पास एकत्र होकर अपने गंतव्यों के लिए यात्री वाहन का घंटों इंतजार करते रहे।
सार्वजनिक परिवहन सेवा की कमी से लोग छोटे लोडर वाहनों से भर-भरकर गांव जाते हैं। आलम यह है कि गाड़ी में जिसको जहां जगह मिली वहीं खड़े होकर,लटक कर व छतों पर बैठकर किसी तरह अपने घर पहुंचते हैं। क्षेत्रवासी लंबे समय से इन रूटों पर बसों का संचालन करने की मांग कर रहे हैं, लेकिन विभागीय अधिकारी मांगों पर अनदेखी कर रहे हैं। जिससे लोग जान हथेली पर लेकर जोखिम भरा सफर करने को मजबूर हैं। कालसी, साहिया, चकराता रूटों पर बसों का हो संचालन
तरुण संघ लखवाड़ के पूर्व अध्यक्ष जितेंद्र सिंह चौहान ने कहा सरकार को पहाड़ के दुर्गम मार्गों पर यातायात व्यवस्था बनाने को लगभग 20 रोडवेज की बसें चलानी चाहिए। उन्होंने बताया कि पूर्व में भी क्षेत्र के लोग सरकार से जौनसार-बावर परगने के कालसी, साहिया, चकराता क्षेत्र के प्रमुख रूटों पर बसें चलाने की मांग कर रहे हैं, लेकिन स्थिति जस की तस है।