Coronavirus: उत्तराखंड में आइसीयू, वेंटिलेटर और बाइपेप की संख्या बढ़ी

मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से आठ जिलों के साथ ही दून मेडिकल कॉलेज में कुल 73 आइसीयू 46 वेंटीलेटर तथा 21 बाईपेप मशीनों का लोकार्पण किया।

By Bhanu Prakash SharmaEdited By: Publish:Wed, 06 May 2020 12:56 PM (IST) Updated:Wed, 06 May 2020 12:56 PM (IST)
Coronavirus: उत्तराखंड में आइसीयू, वेंटिलेटर और बाइपेप की संख्या बढ़ी
Coronavirus: उत्तराखंड में आइसीयू, वेंटिलेटर और बाइपेप की संख्या बढ़ी

देहरादून, राज्य ब्यूरो। उत्तराखंड में इंटेंसिव केयर यूनिट, वेंटिलेटर और बाइपेप मशीनों की संख्या बढ़ने लगी है। इस कड़ी में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रदेश के आठ जिलों के साथ ही दून मेडिकल कॉलेज में कुल 73 आइसीयू, 46 वेंटीलेटर तथा 21 बाईपेप मशीनों का लोकार्पण किया।

मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने मेला अस्पताल हरिद्वार, संयुक्त चिकित्सालय रुड़की, बीडी पांडे जिला चिकित्सालय नैनीताल, माधव आश्रम चिकित्सालय रुद्रप्रयाग, जिला चिकित्सालय चमोली, चंपावत, पिथौरागढ़, पौड़ी और दून मेडिकल कॉलेज, देहरादून में आइसीयू, वेंटीलेटर और बाइपेप मशीनों का लोकार्पण किया। 

इस दौरान उन्होंने कहा कि वर्ष 2017 में राज्य में केवल तीन मेडिकल कालेजों में 62 आइसीयू, 37 वेंटीलेटर तथा चार बाईपेप मशीनें थीं। आज प्रदेश के 11 जिलों में 252 आइसीयू, 113 वेंटीलेटर और 33 बाइपेप मशीनें स्थापित की जा चुकी हैं। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग को प्रदेश में आइसीयू की संख्या 525, वेंटीलेटर की संख्या 363 तथा बाईपेप मशीनों की संख्या 52 किए जाने की योजना को धरातल उतारने के लिए विशेष प्रयास करने के निर्देश दिए। 

उन्होंने कहा कि शेष दो जिलों अल्मोड़ा व बागेश्वर में भी अगले सप्ताह आइसीयू का संचालन शुरू हो जाएगा। मुख्यमंत्री ने कोरोना संक्रमण की भी समीक्षा की। इस दौरान मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह, सचिव स्वास्थ्य नितेश झा उपस्थित रहे।

डॉक्टरों की सुरक्षा किट को आयुष मंत्री देंगे 15 लाख

भारतीय चिकित्सा परिषद उत्तराखंड की तरफ से दून मेडिकल कॉलेज को इम्युनिटी बूस्टर किट उपलब्ध कराई गई हैं। आयुष मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत ने कॉलेज के प्राचार्य डॉ. आशुतोष सयाना को यह किट प्रदान की। उन्होंने सुरक्षा किट के लिए भी 15 लाख रुपये देने की घोषणा की।

दून मेडिकल कॉलेज में आयुष मंत्री ने छात्रों को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से संबोधित किया। उन्होंने कहा कि कोरोना संकट के बीच डॉक्टर भगवान के रूप में काम कर रहे हैं। अपनी जान की परवाह किए बगैर वह दूसरों की जान बचाने में जुटे हैं। उनके प्रति सम्मान कई गुणा बढ़ गया है और इसे शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता। 

कहा कि अभी तक उत्तराखंड में रिकवरी रेट अन्य कई राज्यों के मुकाबले अच्छा है। यह चिकित्सकों व मेडिकल स्टाफ की मेहनत का ही फल है। कोरोना वॉरियर्स को इम्युनिटी बूस्टर किट वितरित करने के लिए उन्होंने भारतीय चिकित्सा परिषद की तारीफ की। 

उन्होंने कहा कि इससे स्वास्थ्य कॢमयों का प्रतिरक्षा तंत्र मजबूत होगा। परिषद के अध्यक्ष डॉ. दर्शन कुमार ने बताया कि आयुष क्वाथ को एक चम्मच, एक कप गर्म पानी में उबाल कर काढ़े के रूप में लेने से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि होती है। साथ ही गिलोय घनवटी एक-एक टेबलेट सुबह शाम लेने से भी शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। 

इस दौरान परिषद के रजिस्ट्रार रणवीर सिंह पंवार, लेबर बोर्ड के को-ऑॢडनेटर विजय सिंह चौहान, सामाजिक कार्यकर्ता आशुतोष पंवार, डिप्टी एमएस डॉ. एनएस खत्री, डॉ. अनुराग अग्रवाल, डॉ. नारायण सिंह, डॉ. चित्रा जोशी, डॉ. विजय गोयल, डॉ. अमित शाह, डॉ. अनिल जोशी आदि उपस्थित रहे।

दून अस्पताल में अब 35 बेड का आइसीयू

कोरोना के बीच स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर करने के लिए कई बदलाव किए जा रहे हैं। इसी के तहत दून मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भी व्यवस्थाओं को विस्तार दिया जा रहा है। इसी कड़ी में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से मंगलवार को यहां नए आइसीयू वार्ड का उद्घाटन किया।

प्राचार्य डॉ. आशुतोष सयाना ने बताया कि अभी तक अस्पताल में पांच बेड का आइसीयू था। जिसे अब बढ़ाकर 35 बेड का कर दिया गया है। पूर्व में पांच वेंटिलेटर थे, जिसमें 23 नए वेंटिलेटर और जुड़ गए हैं। यानि अब 28 वेंटिलेटर हैं। इसी तरह बाइपैप मशीन की भी संख्या बढ़ गई है। बताया कि यहीं अल्ट्रासाउंड मशीन भी लगा दी गई है। उन्होंने कहा कि इन व्यवस्थाओं से मरीजों को काफी लाभ मिलेगा।

दून से गए तीन अधिकारी टिहरी में होम क्वारंटाइन

श्रीदेव सुमन विवि के अधिकारियों को कोरोना महामारी के समय में बदले नियम-कानून भारी पड़ गए। एक शासनादेश के अनुसार राजकीय उच्च शिक्षा से संबंधित सभी अधिकारियों व शिक्षकों को मुख्यालय पर ही रहना होगा, वरना उनकी अप्रैल की सेलरी नहीं बनेगी। 

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इसके चलते देहरादून से टिहरी स्थित विवि मुख्यालय पहुंचे विवि के परीक्षा नियंत्रक डॉ. आरएस चौहान, डिप्टी कुलसचिव दिनेश चंद व सहायक परीक्षा नियंत्रक बीएल आर्य को स्थानीय प्रशासन ने 14 दिनों के लिए होम क्वारंटाइन कर दिया है। उधर, उच्च शिक्षा निदेशक प्रो. अशोक कुमार का कहना है कि महामारी को देखते हुए यह नियम सरकार की ओर से बनाया गया है। इसका सभी को पालन करना होगा।

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