अब दो मुकदमों में मर्ज होंगे छात्रवृत्ति घोटाले के सभी आरोप
करोड़ों रुपये की छात्रवृत्ति घोटाले से संबंधित अन्य आरोपों को भी पुलिस अब दून और हरिद्वार में दर्ज मुकदमों में मर्ज करेगी।
देहरादून, जेएनएन। करोड़ों रुपये की छात्रवृत्ति घोटाले से संबंधित अन्य आरोपों को भी पुलिस अब दून और हरिद्वार में दर्ज मुकदमों में मर्ज करेगी। इन मुकदमों की विवेचना के लिए दो जांच टीमें बनाई जाएगी। ताकि समय और संसाधनों की बचत हो सके। इसके लिए दून पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। पुलिस जल्द एसआइटी से प्रकरण से जुड़ी पत्रावली मांगेगी।
छात्रवृत्ति घोटाले की जांच कर रही एसआइटी अभी तक हरिद्वार और दून में दो मुकदमे दर्ज करा चुकी है। यह मुकदमे अज्ञात के खिलाफ दर्ज हुए हैं। हालांकि एसआइटी के पास छात्रों के अलावा संचालकों और विभाग के खिलाफ पुख्ता सबूत हैं। मगर, जांच के चलते एसआइटी ने नाम नहीं खोले हैं। दून और हरिद्वार में अभी 358 छात्र-छात्राओं पर भी फर्जी दस्तावेजों से छात्रवृत्ति लेने का आरोप है।
इनमें 25 शिक्षण संस्थान दून के हैं। यह संस्थान प्रेमनगर, राजपुर रोड, डोईवाला, सहसपुर, क्लेमेनटाउन आदि इलाकों में स्थित हैं। जबकि 20 संस्थान हरिद्वार, ज्वालापुर, रुड़की, लक्सर आदि में संचालित हो रहे हैं। एसएसपी निवेदिता कुकरेती का कहना है कि छात्रवृत्ति घोटाले में अपराध का तरीका एक जैसा है।
ऐसे में अलग-अलग थानों में मुकदमा दर्ज कराने की बजाए एक ही थाने में मुकदमे में सभी आरोप मर्ज किए जाएंगे। इससे जांच टीम को जांच करने में आसानी होगी। जांच के दौरान आपसी समन्वय भी रहेगा। उन्होंने कहा कि एसआइटी की जांच रिपोर्ट आने के बाद इस मामले में आगे की कार्रवाई की जाएगी। ताकि छात्रवृत्ति घोटाले के आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई हो सके।
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