राज्य लक्ष्मी शाह बोलीं, ये चुनाव मैं नहीं, पीएम और हर कार्यकर्ता लड़ रहा है

सांसद माला राज्य लक्ष्मी शाह का कहना है कि ये चुनाव वो नहीं बल्कि पीएम मोदी और टिहरी सीट का हर एक कार्यकर्ता लड़ रहा है।

By Raksha PanthariEdited By: Publish:Sat, 23 Mar 2019 02:23 PM (IST) Updated:Sat, 23 Mar 2019 02:23 PM (IST)
राज्य लक्ष्मी शाह बोलीं, ये चुनाव मैं नहीं, पीएम और हर कार्यकर्ता लड़ रहा है
राज्य लक्ष्मी शाह बोलीं, ये चुनाव मैं नहीं, पीएम और हर कार्यकर्ता लड़ रहा है

देहरादून, जेएनएन। टिहरी लोकसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी माला राज्य लक्ष्मी शाह ने शुक्रवार को शक्ति प्रदर्शन के साथ नामांकन दाखिल किया। इस दौरान मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत समेत 14 विधायक और पार्टी कार्यकर्ता शामिल हुए। इस मौके राज्य लक्ष्मी शाह ने कहा कि ये चुनाव मैं नहीं, बल्कि पीएम और हर कार्यकर्ता लड़ रहा है। इधर, नामांकन कराने से पहले पार्टी प्रत्याशी ने महानगर में चुनावी कार्यालय का हवन-यज्ञ के साथ उद्घाटन किया।

भाजपा ने पार्टी प्रत्याशी माला राज्यलक्ष्मी शाह के पक्ष में शुक्रवार को जनसभा आयोजित की। जनसभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि पिछले साल 55 और इस साल 57 फीसद मतदान कर भाजपा के पांचों सांसदों को विजयी बनाएं। कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि देवभूमि के युवा कांग्रेस को चुनाव में मुंह तोड़ जवाब देंगे। इससे पहले मुख्यमंत्री ने कांग्रेस और भ्रष्टाचार मुक्त देश बनाने में सहयोग की मांग की। साथ ही कार्यकर्ताओं से विकास के मुद्दे को लेकर जनता के बीच जाने को कहा।

जनसभा में सांसद प्रत्याशी माला राज्यलक्ष्मी शाह ने कहा कि यह चुनाव मैं नहीं, बल्कि पीएम और टिहरी लोकसभा का हर कार्यकर्ता चुनाव लड़ रहा है। जनसभा के बाद कार्यकर्ता शक्ति प्रदर्शन करते हुए कलक्ट्रेट पहुंचे। जहां माला राज्यलक्ष्मी शाह ने चार सेट के साथ यमुनोत्री विधायक केदार सिंह रावत, महापौर सुनील उनियाल गामा व अन्य की मौजूदगी में नामांकन दाखिल किया। इस दौरान उनके पति मनुजयेंद्र शाह, बेटी सीरजा, विधायक गोपाल रावत, धन सिंह नेगी, मुन्ना सिंह चौहान, विनोद चमोली, सहदेव पुंडीर, रायपुर के उमेश शर्मा, गणेश जोशी, शक्तिलाल आदि मौजूद रहे। 

भीड़ में गिर गए मसूरी विधायक 

परेड ग्राउंड में जिस वक्त मुख्यमंत्री मंच पर थे, उसी वक्त अचानक गणेश जोशी के समर्थक उन्हें कंधों पर उठाकर मंच की ओर ला रहे थे। नारे लगाते हुए जैसे ही कार्यकर्ता जोश के साथ आगे बढ़े तो लड़खड़ा गए। इस दौरान कंधे से विधायक जोशी जमीन पर गिरने लगे, तभी आसपास की भीड़ ने विधायक को संभाल लिया। 

डंडे के सहारे खड़ा रखा मंच 

मुख्यमंत्री रावत ने जैसे ही भाषण शुरू किया तो मंच हवा की झोंकों में टूटने लगा। यह देख भाजपाइयों की चिंता बढऩे लगी। इस बीच भाजपा के कुछ कार्यकर्ताओं ने झंडे के डंडे के सहारे मुख्यमंत्री के भाषण और जाने तक मंच के पर्दे को खड़ा रखा। मंच गिरने की स्थिति से सुरक्षा कर्मी और पुलिस भी चिंतित दिख रही थी। 

माला राज्य लक्ष्मी बोलीं, आज जमकर बोलना है 

आमतौर पर शांत नजर आने वाली माला राज्य लक्ष्मी शाह ने अपनी नामांकन रैली में लगातार 15 मिनट तक भाषण दिया। नामांकन के लिए विलंब होने के बावजूद उन्होंने कहा कि आज बोलने से रोको मत, आज जमकर बोलना है। 

लैंसडौन चौक स्थित नामांकन सभा में टिहरी लोकसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी माला राज्य लक्ष्मी शाह को अंत में बोलने का अवसर मिला। माइक संभालने के थोड़ी ही देर बाद कुछ नेताओं ने उन्हें भाषण समाप्त करने के इशारे किए। क्योंकि नामांकन के लिए विलंब हो रहा था। इस पर उन्होंने कहा कि आज मत रोका, जमकर बोलने का मन है। उन्होंने कहा कि अक्सर उन्हें कहा जाता है कि वह कुछ बोलती नहीं हैं। अपनी बात जारी रखते हुए शाह ने कार्यकर्ताओं से रूबरू होते हुए कहा कि उनका अपना कुछ नहीं है। सभी कुछ उन्हीं का है और सभी कार्यकर्ता उनके परिवार के सदस्य की तरह हैं। कार्यकर्ताओं के बूते आज वह इस मुकाम पर खड़ी हैं और आज भी उन्हीं का आशीष चाहिए। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार की खातिर टिहरी लोकसभा सीट को देश में सबसे अधिक मतों से विजय हासिल करने वाली सीट बनाने का प्रयास करें।   

विधायक की जुबां फिसली, सीएम ने संभाला 

भाजपा प्रत्याशी माला राज्य लक्ष्मी शाह की नामांकन सभा में घनसाली विधायक शक्तिलाल की जुबां फिसल गई। उन्होंने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए ऐसे शब्दों का प्रयोग कर डाला कि सुनने वाले कभी हंसते हुए नजर आए, तो कभी एक दूसरे के चहेरे देखते रहे। हालांकि, मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत ने अंत में मोर्चा संभालते हुए बिना नाम लिए चुनाव में संयम बरतने की नसीहत दी। 

विधायक शक्तिलाल कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कुछ ज्यादा ही तैश में आ गए। उन्होंने पहले कहा कि कांग्रेस को बिना पानी के मारना है। इसके बाद कहा कि इन्हें थप्पड़ भी मारने हैं। नामांकन सभा में ही भाजपा महानगर अध्यक्ष विनय गोयल की भी इसी तरह जुबां फिसल गई। उन्होंने सभा में उपस्थित लोगों को आगाह करते हुए कहा कि यहां विपक्ष दलों के एजेंट भी मौजूद हो सकते हैं, जो कभी भी जेब से मोबाइल या बटुआ मार सकते हैं। अंत में जब मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने मंच संभाला तो उन्होंने कहा कि ऐसे शब्दों के प्रयोग से बचना है, जो किसी भी अनावश्यक रूप से चुभ जाएं। मुद्दों की बात करनी है और उसी से विपक्षी को मात देनी है। 

...तो माला राज्य लक्ष्मी के नामांकन पर 60 हजार खर्च 

नामांकन के साथ ही भाजपा प्रत्याशी माला राज्य लक्ष्मी के चुनाव का खर्च मीटर शुरू हो गया है। उन्हें अब चुनाव पूरा होने तक अधिकतम 70 लाख रुपये खर्च करने हैं। यही वजह है कि उनकी नामांकन सभा व रैली के हर एक खर्च में जुटाए गए साजो-सामान पर निर्वाचन आयोग की मशीनरी ने पैनी नजर रखी। निर्वाचन व्यय की टीम ने विडियो रिकॉर्डिंग कर खर्च का ब्योरा जुटाया। 

निर्वाचन व्यय की टीम शनिवार को खर्च का ब्योरा सौंपेगी और तभी स्पष्ट हो पाएगा कि नामांकन रैली में कितना खर्च किया गया है। इसका मिलान भी प्रत्याशी के अपने खर्च की घोषणा से की जाएगी। हालांकि, नामांकन के दौरान किए गए खर्च का आकलन किया जाए तो मोटे तौर पर करीब 60 हजार रुपये खर्च का अनुमान है। नामांकन की तैयारियों में मंच स्थापित किया गया था, ट्रक को प्रचार रथ का रूप दिया गया था और दो अन्य छोटे वाहनों में दो-दो स्पीकर लगाए गए थे। इसके अलावा 100 से अधिक लोगों के पास भाजपा के झंडे, बड़ी संख्या में मफलर, स्टीकर आदि का प्रयोग भी किया गया था। वहीं, 200 के करीब लोगों के लिए दोपहर के भोजन की भी व्यवस्था की गई थी। 

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