उत्‍तराखंड : उच्च शिक्षा में 15 अगस्त के बाद लागू होगी नई नीति, नया पाठ्यक्रम तैयार, विवि कार्य परिषद में मिलेगी स्वीकृति

New Education Policy नई नीति के अनुसार विश्वविद्यालयों के लिए नया पाठ्यक्रम तैयार किया जा चुका है। उच्च शिक्षा में नई शिक्षा नीति 15 अगस्त के बाद लागू की जाएगी। पाठ्यक्रम आनलाइन पब्लिक डोमेन में डाला गया है। जनता भी पाठ्यक्रम के संबंध में सुझाव दे सकेगी।

By Nirmala BohraEdited By: Publish:Tue, 19 Jul 2022 09:27 AM (IST) Updated:Tue, 19 Jul 2022 09:27 AM (IST)
उत्‍तराखंड : उच्च शिक्षा में 15 अगस्त के बाद लागू होगी नई नीति, नया पाठ्यक्रम तैयार, विवि कार्य परिषद में मिलेगी स्वीकृति
New Education Policy : उच्च एवं विद्यालयी शिक्षा मंत्री डा धन सिंह रावत

राज्य ब्यूरो, देहरादून : New Education Policy : उच्च एवं विद्यालयी शिक्षा मंत्री डा धन सिंह रावत ने कहा कि उच्च शिक्षा में नई शिक्षा नीति 15 अगस्त के बाद लागू की जाएगी। नई नीति के अनुसार विश्वविद्यालयों के लिए नया पाठ्यक्रम तैयार किया जा चुका है। विश्वविद्यालय कार्य परिषद की बैठक में इसे स्वीकृति दिलाएंगे।

विद्यालयी शिक्षा में नई शिक्षा नीति लागू कर चुकी है सरकार

विधानसभा में सोमवार को मीडिया से बातचीत में डा धन सिंह रावत ने कहा कि सरकार विद्यालयी शिक्षा में नई शिक्षा नीति लागू कर चुकी है। उच्च शिक्षा में इसे नए सत्र से क्रियान्वित किया जाएगा। नया सत्र अगले माह अगस्त से प्रारंभ होगा। 15 अगस्त के बाद नई नीति के क्रियान्वयन की कार्यवाही शुरू हो जाएगी। नई नीति के अनुसार उच्च शिक्षा के लिए नया पाठ्यक्रम तैयार किया जा चुका है। इसे आनलाइन पब्लिक डोमेन में डाला गया है। जनता भी पाठ्यक्रम के संबंध में अपने सुझाव दे सकेगी।

हंस फाउंडेशन ने दिए 60 करोड़ रुपये

शिक्षा मंत्री डा धन सिंह रावत ने कहा कि अक्षय पात्र फाउंडेशन के माध्यम से मिड डे मील का निर्माण और वितरण की व्यवस्था सरकारी विद्यालयों के छात्र-छात्राओं के लिए उपयोगी सिद्ध होगी। देहरादून में केंद्रीयकृत किचन योजना के लिए 60 करोड़ की राशि हंस फाउंडेशन और 50 करोड़ की राशि अक्षय पात्र संस्था की ओर से दी गई।

भोजनमाताएं नहीं हटाई जाएंगी

उन्होंने केंद्रीयकृत किचन व्यवस्था लागू होने से सरकारी विद्यालयों में कार्यरत भोजनमाताओं को हटाने के अंदेशे को नकार दिया। उन्होंने कहा कि इसे लेकर विपक्षी दलों या किसी को भी भ्रम फैलानेसे बचना चाहिए। उन्होंने कहा कि कहीं से भी भोजनमाता को हटाए जाने की जानकारी मिलती है तो शीघ्र उनके संज्ञान में लाई जाए।

chat bot
आपका साथी