देहरादून में कोरोनाकाल में आक्सीजन कंसन्ट्रेटर के नाम पर ठगे 3.66 लाख रुपये

देहरादून में कोरोनाकाल के समय आक्सीजन कंसन्ट्रेटर खरीदने के नाम पर तीन लाख 66 हजार रुपये ठगने का मामला सामने आया है। इस मामले में शिकायत के बाद शहर कोतवाली पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।

By Sunil NegiEdited By: Publish:Tue, 17 Aug 2021 05:26 PM (IST) Updated:Tue, 17 Aug 2021 05:26 PM (IST)
देहरादून में कोरोनाकाल में आक्सीजन कंसन्ट्रेटर के नाम पर ठगे 3.66 लाख रुपये
देहरादून में कोरोनाकाल में आक्सीजन कंसन्ट्रेटर के नाम पर ठगे 3.66 लाख रुपये।

जागरण संवाददाता, देहरादून। कोरोनाकाल में आक्सीजन कंसन्ट्रेटर खरीदने के नाम पर अज्ञात व्यक्ति ने फर्म के मालिक से तीन लाख 66 हजार रुपये की ठगी कर ली। शहर कोतवाली पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। शिकायतकर्ता विनोद डोभाल निवासी बिजेनस सेंटर राजपुर रोड ने बताया कि उनकी ओजियन टेक्नालाजी नाम से फर्म है। कोरोनाकाल के दौरान उन्हें पांच आक्सीजन कंसन्ट्रेटर की जरूरत थी, इसलिए उन्होंने इसे आनलाइन मंगवाने के लिए स्टार एक्सपोर्ट इंपोर्ट से संपर्क किया। 19 मई 2021 को अज्ञात व्यक्ति ने आनलाइन कोटेशन भेजी और 50 प्रतिशत अग्रिम भुगतान करने के लिए कहा। विश्वास जताने के लिए शातिर ने शिपमेंट ट्रेकिंग नंबर भी भेजा। ट्रेकिंग नंबर की जांच करने के बाद उन्होंने तीन लाख 60 हजार रुपये आरोपितों की ओर से दिए गए खाते में डाल दिए। इसके बाद आरोपितों ने फोन उठाना बंद कर दिया। अब तक आरोपितों ने न तो कंसन्ट्रेटर भेजे और न ही पैसे लौटाए।

कमीज वापस करवाने पर ठगे 94 हजार

आनलाइन कमीज वापस करवाना एक व्यक्ति को महंगा पड़ गया। साइबर ठग ने व्यक्ति के खाते से 94 हजार रुपये उड़ा दिए। लोवर नेहरू ग्राम रायपुर निवासी नरेंद्र सिंह रावत ने बताया कि उन्होंने 17 जुलाई को स्टाक स्टोर से आनलाइन कमीज मंगवाई थी। कमीज का रंग पसंद न आने के कारण उन्होंने गूगल पर जाकर हेल्पलाइन नंबर निकाला और फोन किया। व्यक्ति ने खुद को कस्टमर केयर अधिकारी बताते हुए प्ले स्टोर से एनी डेस्क एप डाउनलोड करने को कहा। इसके बाद एप की मदद से शातिर ने लिंक भेजकर खाते से 94 हजार रुपये उड़ा लिए।

केवाईसी अपडेट करवाने के नाम पर ठगे 92 हजार

केवाईसी अपडेट करवाने के नाम पर शातिर ने एक व्यक्ति के खाते से 92 हजार रुपये उड़ा दिए। शिकायतकर्ता सत्या सिंह निवासी सरस्वती विहार अजबपुर ने बताया कि उन्हें एक मैसेज आया कि बीएसएनएल सिम की केवाईसी करवानी पड़ेगी नहीं तो सिम बंद हो जाएगा। मैसेज में दिए नंबर पर जब सत्या सिंह ने संपर्क किया तो आरोपित ने एनी डेस्क एप डाउनलोड करने को कहा। फिर एप की मदद से एक लिंक भेजा और खाते से रकम उड़ा दी।

परिचित बताकर खाते से उड़ाए 92 हजार

खुद को परिचित बताकर शातिर ने व्यक्ति के खाते से 92 हजार रुपये उड़ा दिए। विद्या विहार तपोवन निवासी शिकायतकर्ता शशिकांत शाही ने बताया कि उन्हें चार जुलाई को फोन आया। व्यक्ति ने खुद को परिचित बताया व कहा कि वह उनके खाते में 25 हजार रुपये भेज रहा है। जब वह देहरादून आएगा तो रुपये ले लेगा। शातिर ने गूगल पे का बार कोड स्कैन करने के लिए कहा और खाते से 92 हजार रुपये उड़ा दिए।

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