दून के उद्यमी पेश कर रहे हैं बड़ी मिसाल, स्वास्थ्य-शिक्षा में कर रहे हैं योगदान

कॉरपोरेट सोशल रिस्पॉन्सिब्लिटी के तहत यह संगठन शिक्षा, स्वास्थ्य से लेकर तमाम तरह के सामाजिक कार्यों में आर्थिक योगदान कर रहा है।

By Krishan KumarEdited By: Publish:Mon, 10 Sep 2018 12:00 AM (IST) Updated:Mon, 10 Sep 2018 12:00 AM (IST)
दून के उद्यमी पेश कर रहे हैं बड़ी मिसाल, स्वास्थ्य-शिक्षा में कर रहे हैं योगदान

साथी हाथ बढ़ाना साथी रे, एक अकेला थक जाएगा मिलकर बोझ उठाना...। इसी गीत की तरह इंडस्ट्री एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड भी दून की बेहतरी के लिए निरंतर हाथ बढ़ा रही है। कॉरपोरेट सोशल रिस्पॉन्सिब्लिटी (सीएसआर) के तहत यह संगठन शिक्षा, स्वास्थ्य से लेकर तमाम तरह के सामाजिक कार्यों में आर्थिक योगदान कर रहा है। संगठन व इसके सदस्य इस काम में हर साल 50 लाख रुपये तक खर्च करते हैं।

इंडस्ट्री एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड के अध्यक्ष पंकज गुप्ता बताते हैं कि दून में जिस तरह से स्वास्थ्य के क्षेत्र में निरंतर दबाव बढ़ रहा है, उसे देखते हुए नियमित अंतराल में रक्तदान शिविर आयोजित किए जा रहे हैं। साल भर में 100 यूनिट रक्त एकत्रित कर इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आइएमए) के ब्लड बैंक को दिया जाता है। ताकि किसी भी जरूरतमंद को खून के लिए न भटकना पड़े। इसके अलावा भी विभिन्न अस्पतालों में स्वास्थ्य शिविर आयोजित कर गरीब मरीजों को लाभ दिया जाता है। वहीं, बाल वनिता आश्रम में दो गरीब कन्याओं के विवाह में भी संगठन ने वित्तीय सहायता प्रदान की। साथ ही आश्रम में विभिन्न संसाधन मुहैया कराए गए।

10 स्कूलों को दी जाती है सहायता
अध्यक्ष पंकज गुप्ता के अनुसार संगठन के माध्यम से मोहब्बेवाला, लाघा रोड, मांडूवाला रोड आदि क्षेत्रों के 10 बेसिक स्कूलों को शिक्षण सामग्री, अन्य संसाधन व बच्चों को ड्रेस मुहैया कराई जाती है। वहीं, संगठन के एक सदस्य नियमित रूप से प्रीतम रोड स्थित संस्कृत विद्यालय में बच्चों के लिए भोजन व्यवस्था उपलब्ध कराते हैं।

इठारना गांव को लिया गोद
इंडस्ट्री एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड ने सामाजिक सहभागिता का दायरा बढ़ाते हुए दून क्षेत्र के इठारना गांव को इस साल गोद लिया है। इस गांव में संगठन विभिन्न तरह के संसाधन विकसित करेगा। ताकि गांव की आर्थिक व सामाजिक स्थिति बेहतर हो सके। इसके साथ ही गांव के स्कूल को भी बेहतर स्थिति में लाया जाएगा। यहां के बच्चों के लिए सहभागिता के तहत वोकेशनल कोर्स चलाए जाएंगे। ताकि उन्हें भविष्य में बेहतर कॅरियर मिल सके।

वोकेशनल कोर्स का बढ़ेगा दायरा
एसोसिएशन ने तय किया है कि दून के विभिन्न सरकारी स्कूलों में उद्यमिता विकास के वोकेशनल कोर्स चलाए जाएंगे। यहां पर एसोसिएशन से जुड़े एक्सपर्ट स्कूलों में जाकर उन्हें उद्यमिता विकास पर प्रशिक्षण देंगे। पिछली राउंड टेबल कॉन्फ्रेंस में केंद्रीय विद्यालय हाथीबड़कला की तरफ से प्रस्ताव आया था कि ऐसे कार्यक्रम विशेष रूप में उनके स्कूलों में भी कराए जाने चाहिए। इस पर इंडस्ट्री एसोसिएशन के अध्यक्ष पंकज गुप्ता ने तत्काल सहमति जताते हुए प्रस्ताव प्रस्तुत करने को कहा था। यह पर भी कार्रवाई गतिमान है।

असंगठित क्षेत्र पर होगा सर्वे
एसोसिएशन ने अपना आगामी खाका स्पष्ट करते हुए कहा कि वह दून के असंगठित क्षेत्र का सर्वे करेगा। क्योंकि वर्तमान में देखा जाए तो फड़-ठेली आदि के माध्यम से जीवनयापन करने के लोगों की दशा ठीक नहीं है। इनके कारोबार के लिए अभी नियोजित स्थल भी नहीं है। सबसे पहले ऐसे लोगों का सर्वे किया जाएगा, जिसकी रिपोर्ट सरकार को सौंपी जाएगी। इसके बाद सरकार के साथ मिलकर नियोजित ढंग से इस वर्ग के कारोबारियों को हरसंभव सहायता की जाएगी।

150 सदस्य निजी स्तर पर भी जुटे
एसोसिएशन के अध्यक्ष पंकज गुप्ता ने बताया कि उनके करीब 150 सदस्य दून में निजी स्तर पर भी दून व यहां के लोगों के लिए प्रयास करते रहते हैं। इस प्रयास को निरंतर जारी रखा जा रहा है और इसमें व्यापकता भी लाई जा रही है।

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