उज्ज्वला से काफी हद तक मिली राहत, लेकिन शिकायतें भी बरकरार

भले ही केंद्र की उज्जवला योजना से लोगों को राहत मिली हो लेकिन अब भी शिकायतें बरकरार हैं। गरीब परिवारों को अब सिलेंडर खरीदने में आर्थिक कठिनाइयों से भी जूझना पड़ रहा है।

By Raksha PanthariEdited By: Publish:Mon, 25 Mar 2019 04:37 PM (IST) Updated:Mon, 25 Mar 2019 04:37 PM (IST)
उज्ज्वला से काफी हद तक मिली राहत, लेकिन शिकायतें भी बरकरार
उज्ज्वला से काफी हद तक मिली राहत, लेकिन शिकायतें भी बरकरार

देहरादून, राज्य ब्यूरो। केंद्र की उज्ज्वला योजना से हिमालयी राज्य उत्तराखंड के दूरदराज मैदानी से लेकर दुर्गम पहाड़ों में महिलाओं को सुकून मिला तो ईंधन के लिए काफी हद तक जंगलों की लकड़ी पर उनकी निर्भरता भी घटी है। इस योजना के तहत राज्य में बीते जनवरी माह तक तकरीबन 2,64,422 रसोई गैस के कनेक्शन बांटे जा चुके हैं। हालांकि योजना के तहत कनेक्शन लेने वाले गरीब परिवारों को अब सिलेंडर खरीदने में आर्थिक कठिनाइयों से भी जूझना पड़ रहा है। वहीं इस योजना का लाभ पहुंच वालों को ही मिलने की शिकायतें भी बनी हुई हैं।   

केंद्र की महत्वाकांक्षी उज्ज्वला योजना गरीब परिवारों को राहत मिली है। दूरदराज पर्वतीय क्षेत्रों में भी योजना का लाभ महिलाओं को मिल सका है। हालांकि, इस योजना को पूरी तरह अंजाम तक पहुंचाने में विभागीय लापरवाही भी देखने मिल रही है। खासतौर पर दूरदराज ग्रामीण क्षेत्रों में योजना का लाभ मिलने में दिक्कतें पेश आने की शिकायतें भी मिल रही हैं। सरकारी आंकड़े ही यह तस्दीक कर रहे हैं कि बीते जनवरी माह तक राज्य में उज्ज्वला कनेक्शन के लिए प्राप्त 300842 आवेदनपत्रों में से अब तक 16420 निस्तारित नहीं हुए हैं। इस वजह से इन्हें अभी कनेक्शन दिए जाने हैं। साथ ही मुफ्त उज्ज्वला कनेक्शन देने में धन वसूली की शिकायतें भी ग्रामीणों ने की हैं। 

उत्तराखंड में जिलेवार उज्ज्वला योजना के अंतर्गत निर्गत कनेक्शन 

जिला,    आवेदन,  कनेक्शन जारी 

अल्मोड़ा,  14347,   13802 

बागेश्वर,  7263,    7174 

चमोली,   5625,    5460 

चंपावत,   5081,    4919 

देहरादून,  39983,   38404 

पौड़ी,     10393,   9626 

हरिद्वार,  86077,   80351 

नैनीताल,  24736,   23573 

पिथौरागढ़, 12984,  12663 

रुद्रप्रयाग,  3283,   3116 

टिहरी,    18554,  17580 

यूएस नगर,61464, 57297 

उत्तरकाशी,11022, 10457 

पर्वतीय जिलों में लाभार्थियों को राहत के साथ दिक्कतें भी

पौड़ी जिले के खिर्सू विकासखंड की बुदेशु गांव की ज्योति, दुर्गाकोट की ममता देवी, कोटगी गांव की शोभा देवी का कहना है कि उज्ज्वला योजना के तहत उन्हें रसोई गैस कनेक्शन मिले हैं। इससे उन्हें बड़ा आराम मिल रहा है। टिहरी जिले के चंबा ब्लॉक के गुनोगी उदयकोट गांव की निवासी समीना बेगम का कहना है कि रसोई गैस देने की योजना अच्छी है, लेकिन गैस सिलेंडर देने के साथ इसमें गैस भरवाने में छूट मिलनी चाहिए। 

गरीब परिवार के लिए सिलेंडर भरवाना मुश्किल हो रहा है। टिहरी जिले के प्रतापनगर ब्लॉक के नाग गांव की निवासी गीता देवी ने कहा कि वह उज्ज्वला कनेक्शन लेने के लिए कई बार गईं, लेकिन अधिक रुपये मांगे जाने की वजह से वह कनेक्शन नहीं ले पाईं। वहीं जौनपुर ब्लॉक के खासकोटी के ग्रामीण मयादास का कहना है कि उज्ज्वला योजना का लाभ सिर्फ पहुंच वाले लोगों को मिला है। 

धीरे-धीरे लक्ष्य की ओर उज्ज्वला 

भले ही देहरादून जिले में उज्ज्वला योजना तेजी से लक्ष्य की ओर बढ़ रही हो, लेकिन इसे संतोषजनक भी नहीं माना जा सकता। जी हां, क्योंकि उज्ज्वला कनेक्शन का ग्राफ बढ़ाने के लिए एलपीजी डिस्टिब्यूटर्स अपात्र परिवारों को भी कनेक्शन थमा रहे हैं। जिले में कनेक्शन वितरण में अनियमितताओं के अनेकों मामले उजागर भी होते रहे हैं। जाहिर है कि कनेक्शन वितरण में गड़बड़ी उज्ज्वला योजना की सफलता में बाधा बनती नजर आ रही है। 

देहरादून जिले में उज्ज्वला योजना में 38 हजार 500 एलपीजी कनेक्शन बांटे गए हैं। इनमें आइओसी, एचपीसी, बीपीसी के कनेक्शन शामिल हैं। 

इसमें कोई दो राय नहीं है कि जिले में तेल कंपनियों की ओर से आवेदनकर्ताओं को तेजी से कनेक्शन वितरित किए जा रहे हैं, जिससे जरूरतमंद को अधिक समय तक भटकना नहीं पड़ रहा। मगर, दूसरी ओर गैस एजेंसी संचालक योजना को पलीता भी लगाते नजर आ रहे हैं। जिले में उज्ज्वला योजना में ऐसे दर्जनों मामले उजागर हुए हैं, जिनमें एजेंसी स्तर पर गलत कनेक्शन वितरित कर दिए गए। आइओसी के चीफ एरिया मैनेजर प्रभात कुमार वर्मा ने कहा कि उज्ज्वला कनेक्शन सफल योजना है। देहरादून समेत प्रदेशभर में इसके उत्साहजनक परिणाम देखने को मिले हैं। 

ये हैं गंभीर मामले 

-डोईवाला निवासी महिला के नाम से सहसपुर में कनेक्शन वितरित कर दिए गए। इसका खुलासा तब हो पाया जब सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत उस परिवार के घर भोज पर गए हुए थे। सीएम ने जब देखा कि घर पर एलपीजी कनेक्शन नहीं है तो उन्होंने समीप के एलपीजी डिस्टिब्यूटर्स को तत्काल परिवार को उज्ज्वला कनेक्शन जारी करने को कहा। इस पर जब डिस्टिब्यूटर्स कनेक्शन जारी करने लगा तो पता चला कि उनके नाम से सहसपुर में किसी अन्य व्यक्ति के नाम से कनेक्शन जारी किया गया है। 

-देहरादून के आंबेडकर कॉलोनी में एक गैस एजेंसी ने बड़ी मात्र में अपात्र परिवारों को उज्ज्वला कनेक्शन वितरित कर दिए। इनमें अधिकांश ऐसे परिवार हैं जहां पहले से ही गैस कनेक्शन थे। कई परिवार तो ऐसे हैं जहां दो-दो उज्ज्वला कनेक्शन दे दिए गए। 

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